पीजी कैसे खोलें पेइंग गेस्ट बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया।

कहीं आप पीजी के व्यापार (Paying Guest Business) से अनभिज्ञ तो नहीं है? शायद नहीं होंगे क्योंकि वर्तमान में आपको कोई भी यह कहते हुए मिल जाएगा की वह तो दिल्ली या मुंबई में पीजी में रहता है । आपका वह दोस्त जो बारहवीं के बाद बी टेक करने के लिए जयपुर चले गया था, और जब आपसे उसकी बात हुई तो वह आपसे कहते हुए मिल जाएगा की वह तो पीजी में रहता है। कुछ लोग पीजी और हॉस्टल को एक ही समझ लेते हैं जबकि यह सत्य नहीं है।

खैर यहाँ पर बात अभी पेइंग गेस्ट की हो रही है तो आपको बता देना चाहेंगे की शहरों में इस तरह के बिजनेस का बड़ा बोलबाला है । बड़े शहरों में आपको हर एक रिहायशी कॉलोनी में कोई न कोई पीजी अवश्य मिल जाएगा। पीजी का इस्तेमाल आम तौर पर ऐसे लोगों द्वारा किया जाता है जो अपनी पढाई या नौकरी के कारण अपने घर से बाहर किसी अन्य शहर में रह रहे होते हैं।

इसलिए इस तरह का यह बिजनेस एक ऐसे एरिया में आसानी से शुरू किया जा सकता है जहाँ पर उद्योग धंधों एवं शिक्षण संस्थानों की अधिकता हो। आज हम हमारे स आर्टिकल के माध्यम से पीजे बिजनेस के बारे में ही जानने का प्रयत्न कर रहे हैं।

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Image: PG Kaise Khole

पेइंग गेस्ट बिजनेस क्या होता है

इसके शब्दार्थ के आधार पर देखे तो एक ऐसा मेहमान जो आपको रहने, खाने इत्यादि के बदले भुगतान कर रहा होता है वह पेइंग गेस्ट कहलाता है। इसका मतलब यह हुआ की इस बिजनेस में उद्यमी अपने पीजी में लोगों को ठहराता है, उनके खाने पीने रहने की उचित व्यवस्था करता है, और बदले में उनसे महीने में पैसे लेता हैं ।

जी हाँ जिस व्यक्ति ने पीजी खोला होता है वह अपने पीजी में पेइंग गेस्ट को ठहराता है और महीने में उनसे इस बात के लिए पेमेंट भी लेता है।

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पीजी दोनों के लिए फायदेमंद कैसे है?

आपको बता दें की पीजी में लोग इसलिए रहते हैं क्योंकि उन्हें कम खर्चे में अधिक सुविधाएँ मिल जाती हैं। इसका मतलब यह नहीं है की जिसने पीजी खोला है वह अपना मुनाफा कम कर रहा है या घाटे में पीजी चला रहा है। बल्कि यह इसलिए होता है क्योंकि पीजी चला रहा व्यक्ति एक रूम में दो या दो से अधिक पेइंग गेस्ट को ठहराता है, अब जो रूम का किराया होता है वह दो या इससे अधिक भागों में बंट जाता है।

इसके अलावा उस रूम में जो भी अन्य सुविधाएँ देने में खर्चा आता है वह भी दो भागों में बाँट दिया जाता है। यही कारण है की पेइंग गेस्ट को कम खर्चे में अधिक सुविधाएँ मिल जाती हैं। क्योंकि वहां पर वे रूम शेयरिंग करके रह रहे होते हैं।  

आम तौर पर वर्तमान में अधिकतर पीजी चलाने वाले उद्यमियों द्वारा एसी रूम ऑफर किये जा रहे हैं। और दो टाइम का खाना भी वे अपने पीजी के माध्यम से ऑफर करते हैं जिसके लिए वे ₹7000- ₹10000 तक प्रति महीने प्रति पेइंग गेस्ट लेते हैं।

जबकि यदि पीजी में रहने वाला व्यक्ति कोई बाहर अकेला रूम देखता है तो जिस तरह के रूम पीजी में प्रदान किये जाते हैं उस तरह के रूम के लिए उसे इससे कहीं अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। इसलिए पीजी का बिजनेस ग्राहकों और इसके स्वामी दोनों के लिए फायदेमंद होता है ।

पीजी कैसे शुरू करें (How to Start Paying Guest Business in India):

वैसे देखा जाय तो पीजी शुरू करना बहुत जटिल प्रक्रिया तो नहीं है। लेकिन चूँकि यह लोगों को ठहराने से सम्बंधित बिजनेस है तो इस बिजनेस को शुरू करने से पहले स्थानीय प्राधिकरण इत्यादि से ट्रेड लाइसेंस इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है ।यदि आप भी खुद का पीजी बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो हमारा यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। तो आइये जानते हैं की आप अपना खुद का पेइंग गेस्ट बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं।

कौन सा पीजी खोलना है इसका निर्णय लें

खुद का पीजी का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको खुद से यही सवाल करना होता है की आप कौन सा पीजी खोलना चाहते हैं? कहने का आशय यह है की आप गर्ल्स पीजी खोलना चाहते हैं या फिर बॉयज पीजी खोलना चाहते हैं। यदि आप दोनों पीजी खोलना चाहते हैं, तो आप एक बिल्डिंग में दो फ्लोर पर अलग अलग पीजी शुरू कर सकते हैं । एक फ्लोर पर लड़कों के रहने का पीजी शुरू कर सकते हैं और दुसरे फ्लोर पर लड़कियों का।

लेकिन यदि आप इस बिजनेस में नए हैं तो आपको बॉयज पीजी से ही शुरुआत करनी चाहिए। बात में जब आपको पीजी चलाने का अनुभव हो जाए, तो आप किसी दूसरी बिल्डिंग को किराये पर लेकर गर्ल्स पीजी भी शुरू कर सकते हैं । लेकिन अंतिम निर्णय आपका रहेगा की आपको कौन सा पीजी शुरू करना है।  

बिल्डिंग का प्रबंध करें

जब आप इस बात का निर्णय ले लेते हैं की आपको कौन सा पीजी खोलना है उसके बाद ही आप घर या बिल्डिंग का प्रबंध कर पाएंगे। क्योंकि यदि आप गर्ल्स एवं बॉयज दोनों का पीजी खोलना चाह रहे हैं तो इसके लिए आपको या तो अलग अलग घर या बिल्डिंग किराये पर लेने की आवश्यकता होगी, या फिर कम से कम दो फ्लोर वाली बिल्डिंग की आवश्यकता तो होगी ही होगी ।

यदि आपके खुद के घर में दो तीन फ्लोर हैं और हर फ्लोर में पांच या छह कमरे अटेच बाथरूम इत्यादि के साथ उपलब्ध हैं तो आप अपने घर से ही पेइंग गेस्ट का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो आपको बता देना चाहेंगे की शहरों में आपको बहुत सारे घर ऐसे मिल जाएँगे जिनमे दो तीन सदस्यों से ज्यादा लोग नहीं रहते ।

ऐसे में आप उनके घर का कोई फ्लोर या फिर कोई सेपरेट घर भी किराये पर ले सकते हैं। शहरों में घरों के किराये महंगे हो सकते हैं । इसलिए इस बात के लिए आपको तैयार रहने की आवश्यकता है।  

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घर या बिल्डिंग में जरुरी काम कराएँ

पेइंग गेस्ट बिजनेस के लिए जब आप घर या बिल्डिंग का प्रबंध कर लेते हैं तो उसके बाद आपको उसमें कई तरह का फर्नीचर विशेष तौर पर बेड और डाइनिंग हाल के लिए फर्नीचर खरीदने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा किचन के बर्तन और अन्य उपकरण खरीदने की भी आवश्यकता होती है।

कुल मिलाकर देखा जाय तो आपको उस घर या बिल्डिंग के कमरों, किचन, डाइनिंग हॉल इत्यादि को अपनी आवश्यकता के अनुसार तैयार करना होता है। इसके लिए आपको कारपेंटर, प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है।  

आवश्यक फर्नीचर एवं सामान खरीदें

एक बार जब आप अपनी योजनानुसार घर या बिल्डिंग में काम पूरा करा लेते हैं तो उसके बाद आप आवश्यक फर्नीचर और जरुरी सामान जैसे एसी, फ्रिज, इनवर्टर, जनरेटर इत्यादि खरीद सकते हैं।  आपको अपने पीजी के लिए क्या क्या सामान खरीदना होगा, वह इस बात पर निर्भर करता है की आप अपने ग्राहकों को क्या क्या सुविधा देना चाहते हैं ।

आम तौर पर चौबीस घंटे पॉवर बैकअप और गर्मियों में एसी की हवा इनमें प्रमुख है। इसके अलावा अधिकतर पीजी अपने पैकेज में दो टाइम का खाना भी शामिल करते हैं। कहने का आशय यह है की आप जो भी सुविधा अपने ग्राहकों को देंगे, उसके बदले उनसे भुगतान की उम्मीद तो करेंगे ही करेंगे ।  

जरुरी स्टाफ नियुक्त करें

एक पीजी में कई तरह के रोजमर्रा के काम होते हैं, इनमें प्रमुख तौर पर सफाई, बीएड शीट चेंज करना, डस्ट बिन खाली करना, खाना बनाना, ग्राहकों को खाना सर्व करने जैसे कई टास्क शामिल हैं। इसलिए छोटे से छोटे स्तर पर भी जहाँ पर आप अपने ग्राहकों को खाना खिलाने का भी ऑफर दे रहे हैं, उस व्यवस्था में आपको कम से कम तीन स्टाफ को तो नियुक्त करने की आवश्यकता होती होती है। वह भी तब जब सुपरविजन खुद आपके हाथों में रहे ।

ध्यान रहे खाना बनाने के लिए आप किसी अनुभवी रसोइये को ही नियुक्त करें क्योंकि स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण खाना भी पीजी में ग्राहकों की संख्या को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके अलावा हर रोज डस्टबिन खाली करना बेड शीट चेंज करना, डस्टिंग करना इत्यादि से बिल्डिंग और परिसर की साफ़ सफाई बनी रहती है।   

पीजी के लिए मेनू निर्धारित करें

जैसा की हम बता चुके हैं की पीजी में कस्टमर बढ़ाने में स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण खाना तो अहम् भूमिका निभाता ही है। साथ में उस पीजी का खाने का मेनू भी मुख्य भूमिका निभाता है । सबसे पहले आप अपने रसोइये के साथ मिलकर दिन आधारित एक मेनू निर्धारित कर लें। दिन आधारित मेनू से आशय सोमवार को ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर में क्या मिलेगा? मंगलवार को क्या मिलेगा? बुधवार को क्या मिलेगा से है?

लेकिन जैसे ही आपके पीजी में ग्राहक आ जाएँ आपको मेनू के प्रति फ्लेक्सिबल रहना चाहिए। अधिकतर ग्राहक जो खाना पसंद करते हैं उस हिसाब से बाद में मेनू को बदलते रहना चाहिए ।  

दी जाने वाली सुविधाओं के आधार पर प्रति सदस्य फीस तय करें

अब जब सारी प्रक्रियाएं आपने पूर्ण कर ली हैं तो सवाल यह उठता है की आपको प्रति मेम्बर कितनी फीस निर्धारित करनी चाहिए। देखिये उस शहर में ऐसा तो होगा नहीं की आप अकेले ही कोई पीजी संचालक हैं। बल्कि और भी कई लोग पहले से अपना पीजी व्यापार (Paying Guest Business) चला रहे होंगे। इसलिए आप यह जानने की कोशिश कर सकते हैं की वे क्या क्या सुविधाएँ अपने ग्राहकों को दे रहे हैं और प्रति मेम्बर कितने पैसे ले रहे हैं।

आपको इस बात का ध्यान रखना है की आपके द्वारा ली जाने वाली फीस आपकी सभी लागत और आपके मुनाफे को जोड़ कर होनी चाहिए। लेकिन चूँकि प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आपको अन्य की तुलना में कम कीमत पर अधिक सुविधाएँ देनी पड़ सकती हैं। ऐसा आप अपने मुनाफे को कम करके कर सकते हैं न की बिलकुल ख़त्म करके ।

पीजी खोलने में आने वाली लागत

हालाँकि पीजी का बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत इस बात पर निर्भर करती है की आप कितना बड़ा पीजी खोलना चाहते हैं । एक पांच कमरों वाले फ्लोर पर जिसमें आप लगभग 10-15 को रहने खाने की व्यवस्था प्रदान कर सकते हैं। खोलने के लिए आपको ₹ 7 लाख से ₹10  लाख रूपये तक की इमीडियेट फण्ड की आवश्यकता हो सकती है।

क्योंकि हो सकता है की जहाँ पर आप पीजी खोल रहे हों वे कम से कम एक महीने का किराया एडवांस में जमा करने को कहें, तो आप ₹50000 रूपये उसका किराया मान के चल सकते हैं । बाकी सारे पैसे आपको बेड, बिस्तर, फ्रिज, एसी, टेलीविजन, किचन का सामान, बर्तन इत्यादि खरीदने के लिए चाहिए होते हैं ।

पीजी का बिजनेस कहाँ शुरू करना चाहिए?

ऐसे शहरों में जहाँ लोग पढाई और नौकरी के लिए जाते हैं उन शहरों में पेइंग गेस्ट का बिजनेस करना फायदेमंद होता है।

पीजी की मार्केटिंग करने के लिए क्या करें?

अपने पीजी में अधिक से अधिक ग्राहकों को देखना चाहते हैं तो ऐसे एरिया जहाँ पर ऑफिस इत्यादि की अधिकता हो, और शिक्षण संस्थानों के सामने अपने पोस्टर लगवा सकते हैं।

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