दिल्ली एनसीआर में कौन सा बिजनेस करें? Business Ideas for Delhi/NCR in Hindi.

क्या आप दिल्ली/एनसीआर में खुद का कोई व्यापार शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं? या फिर आप यहाँ पर वर्षों से रह रहे हैं और नौकरी कर रहे हैं। लेकिन आब आपको लगता है की आपने बहुत कर ली दूसरों की नौकरी अब आप खुद के बॉस बनकर खुद का कोई बिजनेस शुरू करने पर विचार कर रहे हैं।

वैसे देखा जाय तो दिल्ली/एनसीआर जैसे डेंस पापुलेशन एरिया में ऐसा कौन सा बिजनेस होगा जो नहीं चलेगा? कहने का आशय यह है की दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नॉएडा इत्यादि जो भी शहर दिल्ली/एनसीआर में आते हैं, इन शहरों में आप कुछ भी बिजनेस शुरू करके पैसे कमा सकते हैं।

लेकिन इतना जरुर है की इन शहरों में अच्छी जगह पर दुकान या ऑफिस किराये पर लेने के लिए आपको अच्छी खासी रकम खर्च करने की आवश्यकता होती है। इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे बिजनेस की लिस्ट लेकर आए हैं जिन्हें आप दिल्ली/एनसीआर जैसे एरिया में भी तुलनात्मक रूप से कम पैसों में शुरू कर सकते हैं।

business ideas for delhi/ncr
Image: Business Ideas for Delihi/NCR in Hindi

क्या दिल्ली/एनसीआर बिजनेस शुरू करने के लिए सही जगह है?

आप सोचेंगे की दिल्ली/एनसीआर में हर चीज में बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है तो क्या यह इस स्थिति में खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए सही जगह है? यह सत्य है की बड़े शहरों में हर तरह के बिजनेस में बड़ी कड़ी प्रतिस्पर्धा दिखाई देती है, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलु यह भी है जितनी यहाँ पर प्रतिस्पर्धा है उससे कहीं अधिक अवसर विद्यमान हैं ।

इसलिए हो सकता है की जो भी बिजनेस आज आप शुरू करने जा रहे हों, उसमें आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिले लेकिन आपने प्रतिस्पर्धा को सत्य मानकर उससे बचने या निपटने का प्लान तैयार करना है तभी आप इन बड़े शहरों में कोई बिजनेस शुरू करने और उसे सफलतापूर्वक संचालित कर पाने में सफल हो पाएंगे।

छोटे शहरों एवं नगरों के मुकाबले इन शहरों में बहुत कम क्षेत्रफल में बहुत अधिक जनता रहती है। इसलिए यहाँ पर यदि आपके बिजनेस का किसी एक छोटे से क्षेत्र में भी प्रभाव हो गया तो आप अपने उस बिजनेस से लाखों करोड़ों की कमाई कर सकते हैं।

दिल्ली देश की राजधानी होने के कारण यहाँ पर निवेशक इसे बिजनेस करने के लिए सबसे पसंदीदा स्थानों में से एक मानते हैं। लेकिन चूँकि प्रदूषण इत्यादि को नियंत्रित करने के लिए यहाँ पर मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों वह भी खास तौर पर जिनसे प्रदूषण उत्सर्जित होने की संभावना हो, को दिल्ली से दूर किया जा रहा है । जिसका प्रत्यक्ष फायदा दिल्ली के समीप बसे शहर गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाज़ियाबाद जैसे शहरों को हो रहा है ।

दिल्ली/एनसीआर में किये जाने वाले बिजनेस (Business Ideas for Delhi/NCR in Hindi)

शायद ही ऐसा कोई बिजनेस होगा जो इन शहरों में नहीं किया जा सकता हो। यहाँ पर आप किसी तरह का भी बिजनेस कर सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसे मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस जो कृषि एवं कृषि गतिविधयों से सम्बंधित हैं वे इन शहरों में करना फायदेमंद इसलिए नहीं होगा क्योंकि उनके लिए यहाँ पर कच्चे माल की उपलब्धता होना सरल नहीं है।

बाकी ऐसे कोई बिजनेस नहीं है जिन्हें आप दिल्ली/एनसीआर में शुरू नहीं कर सकते । लेकिन यहाँ पर हम केवल कुछ ही ऐसे बिजनेस की लिस्ट दे रहे हैं जिन्हें दिल्ली एनसीआर में तुलनात्मक रूप से कम पैसों में भी आसानी से शुरू किया जा सकता है।   

टिफ़िन सर्विस बिजनेस

दिल्ली, गुरुग्राम , नोएडा, फरीदाबाद इत्यादि शहरों में अधिकतर ऐसी जनसंख्या निवाड्स करती है जो अन्य शहरों और गांवों से यहाँ नौकरी करने, पढाई करने या अन्य किसी कारण से गई हुई है । कहने का आशय यह है की दिल्ली/एनसीआर में एक बड़ा तबका ऐसा रहता है जो नौकरी, शिक्षा या अन्य किसी कारण से अपने घर परिवार से दूर रहता है।

यदि आपभी उनमें से एक हैं जो अपने घर परिवार से दूर रहते हैं तो आपको पता होगा की आपकी सबसे बड़ी समस्या स्वयं के लिए खाना बनाना रहती होगी। सुबह सुबह जब कभी ड्यूटी के लिए लेट हो जाते होंगे तो सोचते होंगे की चलो छोड़ों आज खाना किसी रेहड़ी वगेरह पर ही खा लेंगे।

लेकिन रेहड़ी या सड़क किनारे उपलब्ध भोजनालयों का खुल्ला खाना हफ्ते में कभी कभी ही ठीक लगता है। इसे नियमित तौर पर रोज खाने से आदमी बीमार पड़ सकता है। यह अब लोग अच्छी तरह जान गए हैं इसलिए वे किसी ऐसे टिफिन सर्विस प्रदान करने वाले की तलाश में रहते हैं, जो घर जैसा खाना बनाकर उनके कमरे और ऑफिस तक पहुँचा सके।

इस तरह की उम्मीद रखने वाले लोगों की दिल्ली/एनसीआर में कोई कमी नहीं है। इसलिए आप चाहें तो कम निवेश के साथ खुद का टिफिन सर्विस का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।  

यह भी पढ़ें –टिफ़िन सर्विस का बिजनेस कैसे शुरू करें?      

रिक्रूटमेंट कंसल्टेंसी बिजनेस

महीने की तो छोड़िये प्रतिदिन दिल्ली/एनसीआर में लाखों लोग अपनी आजीविका की तलाश में आते हैं । तो क्या उन्हें आते ही नौकरी मिल जाती है । दूसरी तरफ दिल्ली/एनसीआर में ऐसी सैकड़ों कंपनियाँ है जो अपने कर्मचारियों के तौर पर योग्य उम्मीदवारों की तलाश में रहती हैं। ये कंपनियाँ रिक्रूटमेंट एजेंसी को किसी योग्य उम्मीदवार का इंटरव्यू में सेलेक्ट होने के बाद उन्हें इसका भुगतान तक करती हैं ।

कहने का मतलब यह है की यदि आपके द्वारा बुलाया गया उम्मीदवार का सिलेक्शन किसी कंपनी में हो जाता है तो कंपनी योग्य उम्मीदवार दिलाने के एवज में आपको भुगतान करती है। कंपनी द्वारा किया जाने वाला भुगतान सेलेक्ट हुए उम्मीदवार की एक महीने की सैलरी या एनुअल सैलरी का कुछ प्रतिशत भी हो सकता है ।

दिल्ली/एनसीआर में आपको नौकरी ढूँढने वाले और नौकरी प्रदान करने वाले दोनों पर्याप्त मात्रा में मिल जाएँगे। इसलिए आप चाहें तो यहाँ पर खुद का रिक्रूटमेंट कंसल्टेंसी बिजनेस शुरू कर सकते हैं। बिजनेस को शुरू करने में आपका बहुत अधिक खर्चा नहीं आने वाला है क्योंकि आपको एक ऑफिस, कंप्यूटर, रिसेप्शनिस्ट, फ़ोन के अलावा इस तरह के बिजनेस को शुरू करने के लिए शायद ही कुछ और चाहिए।   

पेइंग गेस्ट बिजनेस

पेइंग गेस्ट के बारे में यदि आप नहीं जानते तो हम आपको बता देते हैं की इसे शोर्ट फॉर्म में पीजी कहते हैं। जी हाँ अआपने कई बार सुना होगा की वह फलाना बंदा तो दिल्ली में पीजी में रहता है। पेइंग गेस्ट बिजनेस में आपको लोगों को अपना मेहमान बनाकर रखना होता है बदले में वे आपको इसका भुगतान करते हैं ।

दिल्ली/एनसीआर में वर्तमान में गर्ल्स और बॉयज पीजी अलग अलग होते हैं। वह इसलिए क्योंकि पीजी में एक रूम में आप दो या दो से अधिक बन्दों को एक साथ ठहरा सकते हैं । इसका मतलब यह हुआ की आपको एक रूम में कम से कम दो बेड लगाने होते हैं, यही कारण है की लोगों को पीजी व्यक्तिगत कमरों से सस्ते में पड़ते हैं ।

क्योंकि एक कमरे का जितना भी किराया होता है वह दो या उससे अधिक भागों में विभाजित हो जाता है। ऐसे में पीजी में रहने वाले लोगों को कम खर्चे में अधिक सुविधाएँ मिल जाती हैं। यदि आपके घर में दो फ्लोर है और एक फ्लोर में आप रहते हैं और दूसरा फ्लोर बिलकुल खाली है तो आप खाली फ्लोर पर पीजी खोल सकते हैं ।

यकीन मानिये दिल्ली/एनसीआर में हर रोज पढाई और नौकरी के लिए हजारों लोग आते हैं, जो पीजी में रहना पसंद करते हैं । यदि आपके घर में पीजी खोलने के लिए पर्याप्त रूम नहीं हैं, तो आप किसी ने बिल्डिंग या घर को किराये पर लेकर भी पेइंग गेस्ट बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें – पेइंग गेस्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें?     

होम मेड एंड हाउस कीपिंग एजेंसी

बड़े शहरों की बड़ी बातें जी हाँ हम तो अपना भी और अपने परिवार वालों का भी सारा काम खुद ही कर लेते हैं। लेकिन क्या है की आदमी पैसे किसलिए कमाता है? ताकि वह आराम से अपनी जिन्दगी बसर कर सके। अर्थात वह आरामपसंद जिन्दगी पाने के लिए पैसे कमाता है। और जब पैसे कमा लिए तो फिर उसे घरेलू इत्यादि काम करने के लिए होम मेड की आवश्यकता होने लगती है।  

होम मेड यानिकी एक ऐसा घरेलू नौकर जो घर के सारे काम कर सके । शहरों में पैसे वाले लोगों की कोई कमी नहीं है वे अपने घर में होम मेड रखना पसंद करने लगे हैं, ताकि वह अपना समय कुछ और महत्वपूर्ण कामों में लगा सकें । लेकिन आए दिनों हो रही घटनाएँ इन्हें आतंकित भी कर रही हैं, यही कारण है की अब लोग किसी व्यक्तिगत व्यक्ति के रेफेरेंस पर घरेलू नौकर रखने से झिझकते हैं ।

अब यदि उन्हें कोई होम मेड चाहिए होते हैं तो वे सीधे होम मेड एजेंसी से संपर्क करते हैं। इसका उन्हें एक फायदा और होता है वह यह की जब कोई होम मेड बिना बताए छुट्टी मार ले या नौकरी छोड़कर चली जाय तो उसके रिप्लेसमेंट की जिम्मेदारी एजेंसी की हो जाती है।

इसके अलावा विभिन्न सरकारी और प्राइवेट कार्यालयों में साफ सफाई का काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनियाँ सीधे अपने पेरोल पर न रखकर थर्ड पार्टी पे रोल पर रख रही है । इसके लिए भी वे हाउसकीपिंग एजेंसीयों से संपर्क करती हैं ।

दिल्ली/एनसीआर में होम मेड और हाउस कीपिंग एजेंसी शुरू करना बहुत फायदेमंद बिजनेस हो सकता है। क्योंकि हर कर्मचारी का सारा खर्चा मूल कंपनी या मालिक उठाते हैं और आप हर बिल पर सर्विस चार्ज लगाकर पैसे कमाते हैं।      

फ़ूड ट्रक बिजनेस

शहरों से शुरू होकर अब यह बिजनेस छोटे नगरों तक विस्तृत हो चुका है। इस बिजनेस को शुरू करने का फायदा यह है की इसमें आपको किसी को किसी प्रकार का कोई दुकान का किराया, जगह का किराया इत्यादि देने की आवश्यकता नहीं होती है।

वह इसलिए क्योंकि इसमें आप गाड़ी में ही खाना बनाते हैं और उसे वहीँ पर सजाते भी हैं और जब कस्टमर द्वारा आर्डर किया जाता है तो वहीँ से आप उस खाने को सर्व करते हैं। दिल्ली/एन सीआर में फ़ूड ट्रक नामक यह बिजनेस बहुत ज्यादा प्रचलित है।

इस बिजनेस के लिए आप चाहें तो लंच के समय कुछ और लोकेशन जैसे किसी बड़े ऑफिस के आगे, किसी मॉल, हॉस्पिटल के आगे इत्यादि चयन कर सकते हैं, और शाम को डिनर के समय कोई और लोकेशन जैसे किसी कॉल सेण्टर, पब इत्यादि के आगे खड़ा कर सकते हैं ।

सिर्फ इतना ही नहीं आप लोगों की डिमांड के अनुसार ब्रेकफास्ट में कुछ और लंच में कुछ और एवं डिनर में कुछ और बेच सकते हैं।    

यह भी पढ़ें – खाद्य ट्रक बिजनेस कैसे शुरू करें?  

पालतू पशुओं का क्लिनिक

ग्रामीण इलाकों में पालतू पशुओं के तौर पर लोग गाय, भैंस, बैल, बकरी, घोड़े इत्यादि पालते हैं । लेकिन शहरों में कुत्ते, बिल्ली, खरगोश इत्यादि पालतू पशुओं के तौर पर पाले जाते हैं । और अच्छी बात यह है की अपने पालतू पशु से लोगों का भावनात्मक लगाव हो जाता है, इसलिए जब बी ओसे कोई चोट लगती है, तो उस पशु का स्वामी उसका ईलाज करने के लिए पशु क्लिनिक की ओर दौड़ पड़ता है।

जिस प्रकार मनुष्य कभी कभी बीमार हो जाता है, उसी प्रकार कभी कभी पालतू पशु भी बीमार हो सकते हैं। ऐसे में यदि आप मेडिकल क्षेत्र से जुड़े कोई पशु चिकित्सक हैं तो आप दिल्ली/एनसीआर में खुद का पालतू पशुओं का क्लिनिक भी खोल सकते हैं ।  

योगा ट्रेनिंग बिजनेस

दिल्ली/एनसीआर में जब से प्रदूषण के मुद्दे ने जोर पकड़ा है यहाँ के लोगों ने अपने फिटनेस पर दुगुना ध्यान देना शुरू कर दिया है। और आज चूँकि योगा को अंतराष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है, ऐसे में योगा को फिट रहने का एक मजबूत आधार माना गया है ।

यदि आपको योगा के कई मुश्किल आसन आसानी से करना आता है तो आप इन आसन को और लोगों को सिखाने के लिए योगा ट्रेनिंग बिजनेस शुरू कर सकते हैं । यकीन मानिये इन शहरों में इस बिजनेस में आपके ग्राहकों के रूप में केवल भारतीय लोग ही नहीं बल्कि विदेशी लोग भी शामिल हो सकते हैं।

कैटरिंग का बिजनेस

जैसा की हमने बताया की दिल्ली/एनसीआर में बहुत कम क्षेत्रफल में बहुत अधिक लोग रहते हैं। इसका मतलब यह है की इन शहरों में करोड़ों करोड़ जनसँख्या निवास करती है। और ये तो हम सब जानते हैं आज मनुष्य हर छोटी बड़ी ख़ुशी को सेलिब्रेट करना नहीं भूल रहा है। इसके लिए वह अपने दोस्तों रिश्तेदारों के लिए पार्टी आयोजित कराता है।

पार्टी हो और उसमें खाना न हो ऐसा भला हो सकता है। यही कारण है की जहाँ पहले लोग बड़े बड़े मौकों पर कैटरिंग वालों को बुलाते थे वर्तमान में छोटे छोटे आयोजनों में भी कैटरिंग की आवश्यकता होने लगी है। ऐसे में यदि आप चाहें तो दिल्ली/एनसीआर में खुद का कैटरिंग का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।       

बेकरी शॉप बिजनेस

पेस्ट्री, पेटीज, मफिन इत्यादि सैकड़ों ऐसे बेकरी के आइटम हैं जो शहरों में बड़े पैमाने पर खाए जाते हैं। शाम होते ही बेकरी की दुकानों पर आपको लोगों की भीड़ देखने को मिल जाएगी इन आइटम को लोग वहीँ पर भी खाते हैं और अपने घर परिवार के सदस्यों के लिए पैकिंग करके भी ले जाते हैं।

हालांकि एक अच्छी लोकेशन पर खुद की बेकरी खोलने के लिए आपको तुलनात्मक रूप से अधिक निवेश करने की आवश्यकता होती है। अच्छी बात यह है की दिल्ली/एनसीआर में हजारों कंपनिया हैं जो अपने कर्मचारियों का जन्मदिन बनाती हैं और महीने में कम से कम एक केक तो अवश्य काटती हैं ।

इसलिए इस बिजनेस में एक तरफ जहाँ आपके व्यक्तिगत ग्राहक होंगे वहीँ दूसरी तरफ आप अपने कॉर्पोरेट ग्राहक भी बना सकते हैं।   

यह भी पढ़ें – बेकरी का बिजनेस कैसे शुरू करें?  

कार्पेट क्लीनिंग बिजनेस

दिल्ली/एनसीआर में न तो उद्योग धंधों की कोई कमी है, न ही व्यावसायिक बिल्डिंग की, और नहीं बड़ी बड़ी कोठियों की। इन सबमे फर्श पर कारपेट बिछी रहती है । ऐसे ऑफिस जो किसी व्यवसायिक बिल्डिंग में होते हैं उनका अधिकतर एरिया कारपेट एरिया होता है। इसके अलावा बड़ी बड़ी कोठियों में भी फर्श पर कारपेट बिछी हुई देखी जा सकती है ।

कहने का आशय यह है की दिल्ली/एनसीआर में ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिनके घरों एवं ऑफिस में कार्पेट लगा हुआ है। ये लोग साल में एक बार या छह महीने में एक बार कार्पेट शैम्पूइंग के जरिये कार्पेट को साफ करवाना पसंद करते हैं । इसलिए आप चाहें तो कार्पेट क्लीनिंग बिजनेस से भी दिल्ली/एनसीआर के एरिया में अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

दिल्ली/एनसीआर में बिजनेस करना फायदेमंद क्यों है?

यहाँ पर करोड़ों लोग रहते हैं, इसलिए हर तरह के बिजनेस के लिए यहाँ पर एक बड़ा बाज़ार उपलब्ध है।

दिल्ली/एनसीआर में कौन कौन से शहर आते हैं?    

इस क्षेत्र में प्रमुख शहरों में दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाज़ियाबाद इत्यादि शामिल हैं।

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