बेहतर कमाई के लिए डीलरशिप बिजनेस आइडियाज। Dealership Business Ideas in Hindi.

वितरण प्रणाली में इन व्यापारों (Dealership Business Ideas) की भूमिका बड़ी अहम् है । आपने ध्यान दिया होगा की कोई भी कंपनी या बड़ा ब्रांड खुद के स्टोर से अपना प्रोडक्ट बेचता हो या न बेचता हो लेकिन अपनी डीलरशिप के माध्यम से अपने उत्पादों को अवश्य बेचता है ।

कहने का आशय यह है की भले ही किसी वस्तु का निर्माण करने वाली कंपनी के खुद के स्टोर भी अलग अलग जगहों पर व्यापत हों, लेकिन इसके बावजूद भी वे कंपनियाँ अपनी डीलरशिप ऑफर कर रही होती हैं ।

माल कहीं बनता है और उसे बेचा कहीं जाता है । यहाँ तक की चाइना में बने हुए माल को भारत में बेचा जाता है, भारत ने बने हुए माल को बाहर देशों में बेचा जाता है । यह सब वितरण प्रणाली यानिकी डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के माध्यम से संभव हो पाता है। और इस वितरण प्रणाली में डीलरशिप के महत्व को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है।

हालांकि रिटेल बिजनेस की तुलनाओं में इस तरह के बिजनेस को शुरू करने में आने वाला खर्चा कई गुना अधिक है। इसलिए इस तरह के व्यवसायों को वही व्यक्ति शुरू कर सकता है जो फाइनेंसियली स्ट्रोंग हो।

Dealership business ideas in hindi

पूरा लेख एक नजर में

डीलरशिप बिजनेस क्या होते हैं?

एक ऐसा स्टोर जिसे किसी विशेष प्रोडक्ट को बेचने की स्वीकृति उसको बनाने वाली कंपनी या ब्रांड से मिली हुई है, उसे डीलरशिप बिजनेस कह सकते हैं ।

यानिकी जब आप कोई ऐसा बिजनेस शुरू कर रहे होते हैं जिसमें आप किसी अन्य कंपनी के प्रोडक्ट को उस कंपनी या ब्रांड की स्वीकृति के बाद बेचना शुरू करते हैं जिसने उसका विनिर्माण किया हो तो आप डीलरशिप बिजनेस कर रहे होते हैं।

डीलरशिप के सबसे अच्छे उदाहरणों में कार डीलरशिप, बाइक डीलरशिप इत्यादि हैं।

डीलरशिप बिजनेस कौन सा करें (Dealership Business Ideas in Hindi):

यदि आपके पास निवेश करने को पर्याप्त पैसे हैं तो आप खुद का डीलरशिप बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं । लेकिन आप सोच रहे होंगे की कौन कौन से ऐसे बिजनेस हैं जिनकी डीलरशिप लेकर अच्छी कमाई की जा सकती है। तो यहाँ पर हम ऐसे ही बिजनेस की लिस्ट प्रदान कर रहे हैं।   

कार का डीलरशिप बिजनेस

औद्योगिकीकरण और शहरीकरण के चलते लोगों के रोजगार में वृद्धि हो रही है तो उनकी आमदनी में भी वृद्धि हो रही है । कहा जा सकता है की लोगों की डिस्पोजेबल आय में वृद्धि होने के साथ साथ लोग कार इत्यादि खरीदना पसंद कर रहे हैं । देखा जाय तो कमाई की जिस दौड़ में मनुष्य दौड़ लगा रहा है वह सब इसलिए ताकि वह उस पैसे से विलासितापूर्ण जीवन व्यतीत कर सके ।

और जहाँ बात आरामदायक जिन्दगी की आती हो और उसमें कार का जिक्र न हो भला ऐसा कैसे हो सकता है । यद्यपि इस तरह का यह बिजनेस सिर्फ उनके लिए है जो डीलरशिप बिजनेस में करोड़ों करोड़ रूपये निवेश करने को तैयार हैं।

क्योंकि कई मामलों में तो केवल एक गाड़ी की कीमत ही करोड़ों रूपये हो सकती है, लेकिन यदि आप मारुती जैसी टिकाऊ और सस्ती कार की भी डीलरशिप लेते हैं तो इसके लिए भी आपको कई करोड़ रूपये का निवेश इस बिजनेस करना पड़ सकता है ।

इसमें कोई दो राय नहीं की वर्तमान परिदृश्य में कार की डीलरशिप का बिजनेस बहुत ही फायदेमंद बिजनेस हो सकता है, लेकिन इसके लिए उद्यमी को एक बड़ा निवेश करने की आवश्यकता होती है।  

स्कूटी मोटरसाइकिल का डीलरशिप बिजनेस

आप खुद को ही देख लीजिये कहीं नजदीकी मार्किट से भी सब्जी इत्यादि खरीदने जाना हो तो आप अपनी स्कूटी को ले जाना नहीं भूलते होंगे। क्योंकि बाइक और स्कूटी जैसे दुपहिया वाहन को तो ट्रैफिक इत्यादि से निकालना भी आसान होता है।

भारत में शहरों में रहने वाली अधिकतर जनसँख्या ऐसी है जिनके पास खुद का कोई कोई वाहन होगा। और जिनके पास कार नहीं है उनके पास खुद का कोई दुपहिया वाहन जैसे बाइक और स्कूटी इत्यादि तो हो ही होगा।

लेकिन एक बहुत बड़ी जनसँख्या ऐसी भी है जिनके पास कुछ भी वाहन नहीं है और जैसे ही उनकी डिस्पोजेबल इनकम बढ़ेगी, वे भी अपना दुपहिया वाहन खरीद लेंगे  ।

भारत जैसे जनाधिक्य वाले देश में दुपहिया वाहन खरीदने वालों की कोई कमी नहीं है । ऐसे में यदि आप किसी प्रचलित दुपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी जैसे हीरो हौंडा, टीवीएस, रॉयल एनफील्ड, बजाज इत्यादि की डीलरशिप लेते हैं तो आप इस बिजनेस से अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं ।

लेकिन इससे पहले की आप इस बिजनेस को शुरू करें उस एरिया में प्रतिस्पर्धा और डिमांड का आकलन भी अवश्य कर लें । क्योंकि इस बिजनेस में भी आपको लाखों रूपये निवेश करने की आवश्यकता होती है।   

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कोल्ड ड्रिंक और ग्रोसरी आइटम की डीलरशिप

गर्मियों के मौसम में बोतलबंद पानी और कोल्ड ड्रिंक की बिक्री किसी से छुपी हुई नहीं है। इसके अलावा ग्रोसरी आइटम में ऐसी वस्तुएं आती हैं जिनका इस्तेमाल हम रोज अपने दैनिक जीवन में करते हैं । साबुन, तेल, दाल, अनाज, नमकीन, बिस्कुट इत्यादि सभी कुछ ग्रोसरी आइटम के ही उदाहरण हैं।

यही कारण है की डीलरशिप बिजनेस में ग्रोसरी आइटम और कोल्ड ड्रिंक की डीलरशिप लेना भी अच्छा निर्णय हो सकता है। कोल्ड ड्रिंक में आप चाहें तो पेप्सिको या कोकाकोला दोनों में से किसी एक कंपनी की डीलरशिप ले सकते हैं। जहाँ तक ग्रोसरी आइटम की बात है इनमें आपको किसी बहुत बड़े सप्लायर या अलग अलग ब्रांड और कंपनियों की डीलरशिप लेकर इस बिजनेस को शुरू करना पड़ेगा।

चूँकि इस तरह के व्यवसायों में आपको बड़े पैमाने पर माल खरीदने की आवश्यकता होती है इसलिए आपको अपनी दुकान के अलावा एक गोदाम की भी आवश्यकता होती है, जहाँ पर आप जरुरी सामान को रख सकें। क्योंकि इसमें हो सकता है आपके पास कभी बड़े आर्डर भी आ जाएँ, इसलिए निवेश तो इस बिजनेस में भी आपको अच्छा खासा ही करना पड़ेगा।     

आभूषणों का डीलरशिप बिजनेस

वर्तमान में आर्टिफीसियल ज्वेलरी भी बहुत ज्यादा चलन में हैं सच कहूँ तो लोग विभिन्न समारोहों और आयोजनों में असली ज्वेलरी की बजाय आर्टिफीसियल ज्वेलरी पहनना पसंद कर रहे हैं । और वर्तमान में इन्स्टाग्राम रील, यूट्यूब जैसे प्लेटफोर्म के लिए लोगों को विडियो बनाना भी पसंद आ रहे हैं तो वे इस तरह की विडियो बनाने के लिए भी कई तरह की आर्टिफीसियल ज्वेलरी का इस्तेमाल कर रहे हैं।

ऐसे में यदि आप चाहें तो डीलरशिप बिजनेस के तौर पर अर्तिफिकल ज्वेलरी की डीलरशिप भी ले सकते हैं । जहाँ तक बात सोने, चाँदी, हीरे, मोती से निर्मित आभूषणों की है भारत में इनकी भी डिमांड बहुत अधिक है, लेकिन चूँकि ये महंगी होती हैं इसलिए इस तरह की डीलरशिप बिजनेस शुरू करने में भी आपको बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है ।

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इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का डीलरशिप बिजनेस

शायद ऐसा कोई घर, ऑफिस, होटल, आवासगृह इत्यादि नहीं मिलेगा जहाँ पर किसी प्रकार के इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल न होता हो। आपके फ़ोन से लेकर, लैपटॉप, टेलीविजन, फ्रिज, एयर कंडीशन इत्यादि तक सभी कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की श्रेणी में ही आते हैं ।

एक नए घर या बिल्डिंग में तो इनकी आवश्यकता होती ही होती है। इनके अलावा लोग अपने घरों में इन इलेक्ट्रनिक उपकरणों को समय के अनुसार अपग्रेड भी करते रहते हैं । उदाहरण के लिए जैसे पहले सबके पास डिब्बे वाले टेलीविजन रहते थे, लेकिन अब उनकी जगह एलसीडी, एलईडी, स्मार्ट टीवी इत्यादि ने ले ली। लेकिन इसमें भी जिनके पास 32 इंच का टीवी है उनको बड़ा टीवी चाहिए।

कहने का आशय यह है की कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एक बार खरीद लिया तो जरुरी नहीं है की अब वह व्यक्ति उसे दुबारा नहीं खरीदेगा, बल्कि यह तो लगातार चलने वाली एक प्रक्रिया है। इसलिए आप चाहें तो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की डीलरशिप बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं। अच्छी बात यह है की आप अपनी एक ही दुकान से कई तरह के ब्रांड और कंपनियों की डीलरशिप ले सकते हैं ।     

फर्नीचर का डीलरशिप बिजनेस

अब मनुष्य की जीवनशैली में काफी परिवर्तन हो चुका है जहाँ पहले लोग नीचे बैठकर अपने घरों में खाना खा लिया करते थे, अब वे डाइनिंग हॉल में बैठकर डाइनिंग टेबल में बैठकर खाना खाना पसंद कर रहे हैं। जहाँ पहले मेहमानों को प्लास्टिक की चेयर पर बिठाते थे आज उनके लिए मोटे गद्दीदार सोफे लगे हुए हैं।

पहले घर में सामान को लोग जैसे तैसे ईधर उधर रख लेते थे वर्तमान में उनके लिए हर कमरे वार्डरॉब बनी हुई हैं। कहने का आशय यह है की अब मनुष्य की जीवनशैली काफी व्यवस्थित हो चुकी है और इसे व्यवस्थित करने में फर्नीचर का अहम् योगदान है।

फर्नीचर का इस्तेमाल सिर्फ घरों में ही नहीं ऑफिस, होटल एवं अन्य संस्थानों में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। ऐसे में यदि आप फर्नीचर का डीलरशिप बिजनेस करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।     

कपड़ों, जूतों का डीलरशिप बिजनेस

कपड़ों की और जूतों की आवश्यकता भला किसे नहीं होती है । यह तो ऐसी चीजें हैं जो किसी भी एक व्यक्ति के पास एक जोड़े से अधिक होती ही होती हैं। लेकिन कपड़े और जूते कोई ऐसी वस्तुएं तो हैं नहीं की इन्हें एक बार खरीद लिया तो ये ऐसे की ऐसे रहेंगी, बढ़ते बच्चों के लिए कपड़े छोटे हो सकते हैं। और वयस्कों के कपड़े और जूते पुराने हो सकते हैं या फिर फट सकते हैं, जिसके कारण उन्हें अपने लिए नए जूते और कपड़े खरीदने की आवश्यकता होती है।

कहने का आशय यह है की कोई कितना भी गरीब व्यक्ति क्यों न हो लेकिन वह अपने लिए कम से कम एक जोड़े कपड़े और एक जोड़े जूते तो अवश्य खरीदता है। यही कारण है की कपड़े और जूतों की माँग बाज़ार में हमेशा बनी रहती है। और आप किसी लोकप्रिय और फेमस ब्रांड के कपड़ों और जूतों की डीलरशिप लेकर भी अच्छी कमाई कर सकते हैं।      

पतंजलि एवं अन्य आयुर्वेदिक उत्पादों का डीलरशिप बिजनेस

बाबा रामदेव ने अपने आयुर्वेद के प्रोडक्ट के विज्ञापन कर करके लोगों को आयुर्वेद और इसके फायदों के प्रति जागरुक कर दिया है । वर्तमान में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, और आलम यह है की उन पर अंग्रेजी दवाओं का असर ही नहीं हो रहा है ।

ऐसे में उन्हें आयुर्वेद में एक आशा की किरण नज़र आती है, और कहते हैं की आयुर्वेद के उत्पाद किसी बीमारी के जड़ पर काम करते हैं, इसलिए इनका सेवन लम्बे समय तक करना पड़ता है । लेकिन ये बीमारी को जड़ से ख़त्म करने का सामर्थ्य रखते हैं।

लोग इस तरह के वक्तव्यों पर विश्वास करने लगे हैं और सिर्फ रोगों का ईलाज करने के लिए बल्कि रोगों से बचने के लिए भी कई तरह के आयुर्वेदिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगे हैं । ऐसे में आप चाहें तो किसी प्रसिद्ध कंपनी जैसे बाबा रामदेव की पतंजलि इत्यादि की डीलरशिप लेकर यह बिजनेस कर सकते हैं ।

कॉस्मेटिक उत्पादों का डीलरशिप बिजनेस

सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी कई तरह के कॉस्मेटिक उत्पादों का इस्तेमाल करने लगे हैं। आज शायद ऐसा कोई महिला या पुरुष नहीं होगी जो किसी न किसी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करते हों । और नहीं तो नहाते तो सभी हैं और नहाते समय नहाने के साबुन का इस्तेमाल भी सभी करते हैं। और नहाने का साबुन भी तो कॉस्मेटिक उत्पादों की श्रेणी में ही आता है।

तरह तरह के क्रीम, बॉडी लोशन, साबुन, शैम्पू, परफ्यूम सभी कुछ कॉस्मेटिक उत्पादों की श्रेणी में आते हैं। और वर्तमान में इस तरह के उत्पादों को लगभग हर व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसी के चलते इनकी माँग बाज़ारों में हमेशा विद्यमान रहती है, इसलिए आप चाहें तो कॉस्मेटिक उत्पादों का डीलरशिप बिजनेस करके भी कमाई कर सकते हैं।     

बिल्डिंग मटेरियल का डीलरशिप बिजनेस

बिल्डिंग मटेरियल यानिकी भवन या घर निर्माण में इस्तेमाल में लायी जाने वाली सामग्री। भारत में बढती जनसँख्या और संयुक्त परिवारों के विघटन के कारण न सिर्फ नए घरों की आवश्यकता हो रही है बल्कि नए स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी ऑफिस इत्यादि बनाने की भी आवश्यकता महसूस हो रही है।

ऐसे में आप चाहें तो किसी अच्छी लोकेशन का चुनाव करके वहां पर किसी प्रसिद्ध सीमेंट बनाने वाली कंपनी, सरिया बनाने वाली कंपनी, सेनेटरी वेयर बनाने वाली कंपनी, टाइल बनाने वाली कंपनी इत्यादि की डीलरशिप लेकर बिल्डिंग मटेरियल का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको तुलनात्मक रूप से बड़ी जगह की आवश्यकता हो सकती है, सीमेंट स्टोर के लिए लग जगह लोहे के सरिये रखने के लिए अलग जगह, प्लम्बर का सामान जैसे पाइप, टंकी इत्यादि रखने के लिए अलग जगह, और अन्य सामान रखने के लिए अलग जगह की आवश्यकता हो सकती है ।

इसके अलावा एक बड़े से गोदाम की भी आवश्यकता हो सकती है जहाँ पर आप दुकान के अतिरिक्त माल को कुछ दिन के लिए स्टोर करके रख सकें और दुकान में माल कम होने पर गोदाम से आसानी से मँगा सके। यही कारण है की इस डीलरशिप बिजनेस को शुरू करने में भी करोड़ों रूपये की आवश्यकता हो सकती है ।   

यह भी पढ़ें – बिल्डिंग मटेरियल का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं?

मोबाइल एवं मोबाइल उपकरणों का डीलरशिप बिजनेस

वर्तमान में भारत में बहुत सारी मोबाइल कंपनियाँ हैं जो खुद की डीलरशिप प्रदान करती हैं। लेकिन उस मोबाइल कंपनी की डीलरशिप लेकर आपको कोई फायदा नहीं होने वाला हैं जिनके फ़ोन ट्रेंडिंग में नहीं हैं।

लोगों की पसंद नापसंद समय के साथ बदलती रहती है। क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता तो मोबाइल फ़ोन मार्किट का बेताज बादशाह नोकिया को सैमसंग कभी पीछे नहीं कर पाता, लेकिन आज की तारीख में सैमसंग के फ़ोन से भी कई अन्य कंपनियों के फोन प्रचलित हैं।

कहने का आशय यह है की यदि आप खुद का मोबाइल और मोबाइल उपकरणों का डीलरशिप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह पता करना होगा की मार्किट में कौन सी कंपनी का फ़ोन ज्यादा बिक रहा है। उसके बाद आप उसकी डीलरशिप ले सकते हैं ।    

दवाइयों का डीलरशिप बिजनेस

यदि आप एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट हैं या फिर आपको इस मेडिसिन सेक्टर की जानकारी है, तो यह एक ऐसा डीलरशिप बिजनेस है जिसे शुरू करने के लिए आपको बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है। वह इसलिए क्योंकि बाज़ार में बहुत सारी कंपनिया अपनी डीलरशिप देने के लिए बैचैन बैठी हुई हैं।

हालांकि एक ऐसी फार्मा कंपनी जिसने मार्किट में अपना नाम कमाया हुआ है उसकी डीलरशिप लेने में थोड़ी मेहनत करने की आवश्यकता हो सकती है । लेकिन निवेश के मामले में अन्य के मुकाबले दवाइयों के इस डीलरशिप बिजनेस को शुरू करना आसान है ।

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कंप्यूटर पार्ट एवं कंप्यूटर का डीलरशिप बिजनेस

वर्तमान में कंप्यूटर हर किसी की जरुरत बन गया है बच्चों को पढाई करने के लिए कंप्यूटर चाहिए, तो बड़ों को काम करने के लिए कंप्यूटर की आवश्यकता होती है । यही कारण है की वर्तमान में आप एक मध्यमवर्गीय परिवार में एक से अधिक कंप्यूटर या लैपटॉप देख सकते हैं ।

इसके अलावा एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जिसके पास न तो डेस्कटॉप है और न ही लैपटॉप । यह आबादी शहरों में तो है ही छोटे नगरों एवं अर्धनगरीय क्षेत्रों में बहुत ज्यादा है। कंप्यूटर और लैपटॉप के इस्तेमाल से तो आप बखूबी वाकिफ होंगे। इसलिए यदि आप चाहें तो कंप्यूटर/लैपटॉप डीलरशिप बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं ।  

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स्टेशनरी आइटम का डीलरशिप बिजनेस

आज पेन नहीं है, कल पेन्सिल नहीं है, परसों किताब फट गई, नरसों बैग फट गया हर घर की यही कहानी है। बच्चे तो होते ही शरारती हैं उन्हें कितनी भी अच्छी चीजें खरीद कर दे दो, उन्होंने उसे फाड़ना या खो देना है । वर्तमान में स्टेशनरी की दुकानों में बच्चों के ड्रेस से लेकर जूते, मोज़े, बेल्ट इत्यादि भी बेचीं जा रही हैं। साथ में प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं की किताबें भी बेचीं जा रही हैं।

इसके अलावा बड़े और मंत्री सिटी में कॉर्पोरेट स्टेशनरी की भी माँग बधुत अधिक बढ़ रही है। ऐसे में आपके लिए स्टेशनरी आइटम का डीलरशिप बिजनेस शुरू करना भी बम्पर कमाई वाला बिजनेस हो सकता है।

FAQ (प्रश्न/उत्तर)

सबसे कम निवेश में कौन सा डीलरशिप बिजनेस किया का सकता है?

मेडिसिन का डीलरशिप बिजनेस ऐसा है जिसे आप उपर्युक्त दी गई लिस्ट में से सबसे कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं । लेकिन इसके लिए मेडिसिन क्षेत्र का अनुभव या फिर रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट होना जरुरी है।

डीलरशिप बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आता है?

इस तरह के व्यवसायों में आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी किस चीज का डीलरशिप बिजनेस शुरू कलर रहा है। जैसे एक कार की डीलरशिप लेने में कई करोड़ रुपयों का खर्चा आता है तो वहीँ कॉस्मेटिक प्रोडक्ट की डीलरशिप को 8-10 लाख रूपये में भी शुरू किया जा सकता है।

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