ऑटो स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस कैसे शुरू करें?

इस तरह का यह व्यापार (Auto Spare Parts Business) कितना फायदेमंद और कमाऊ हो सकता है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, की आजकल जहाँ भी सड़कें उपलब्ध हैं वहां पर रहने वाले लोगों के पास अपना कोई न कोई वाहन दुपहिया या फिर कार अवश्य है । अब से दो दशक पहले की भी यदि हम बात करें तो भारत के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का अभाव था।

और लोग मीलों की यात्रा पैदल चलकर करते थे । लेकिन आज पहले से हालत बेहतर हैं और अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों को भी सड़कों से कनेक्ट कर दिया गया है। इसके अलावा पहले की तुलना में मनुष्य की डिस्पोजेबल इनकम में काफी वृद्धि हुई है, जिसके चलते वह अपने ऐशो आराम की जिन्दगी जीने के लिए खर्चा करने से कतराता नहीं है।

वैसे देखा जाय तो पहले कार इत्यादि को विलासिता की वस्तु माना जाता था, लेकिन वर्तमान में मनुष्य की जीवनशैली इस कदर बदल गई है की शहरों में तो यह आज एक आम वस्तु हो गई है। जिसका इस्तेमाल आप अपनी जॉब पर जाने और फैमिली को ईधर उधर जरुरी काम से ले जाने के लिए करते हैं।

कहने का आशय यह है की वर्तमान में हमारे देश भारत में एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है, जिनके पास कोई न कोई वाहन अवश्य है। ऐसे में इन वाहनों में समय समय पर कई तरह की खराबियाँ आती रहती हैं। जिसके चलते इन्हें बार बार ठीक करने की आवश्यकता हो सकती है। और इनकी रिपेयरिंग में कई तरह के ऑटो स्पेयर पार्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है ।

Auto Spare parts business
Image: Auto Spare Parts

ऑटो स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस शुरू करना लाभकारी कैसे है?

जनसँख्या की दृष्टी से दूसरा सबसे बड़ा देश होने के कारण भारत में हर तरह के बिजनेस के लिए अपार संभावनाएँ व्याप्त हैं । जहाँ तक ऑटो स्पेयर पार्ट्स के बिजनेस की है, इसमें तो यहाँ पर असीमित संभावनाएँ उपलब्ध हैं।

भारत में भी धीरे धीरे लोगों की जीवनशैली में परिवर्तन हो रहे हैं, अब लोग बहुत ज्यादा पैदल चलना पसंद नहीं कर रहे हैं। जब पहले दूर सुदूर ग्रामीण इलाकों में सड़कें नहीं हुआ करती थी तो लोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मीलों पैदल चला करते थे।

लेकिन आज अधिकतर ग्रामीण इलाकों में भी सड़कें पहुँच चुकी हैं, जिसके कारण लोग पैदल चलना लगभग भूल सा गए हैं। यही कारण है की सड़क किनारे रहने वाले अधिकतर लोगों के पास अपना कोई न कोई वाहन अवश्य होता है ।

इसके अलावा ऑटो स्पेयर पार्ट्स के एक बहुत बड़े उपभोक्ता वे लोग भी हैं जो खुद कमर्शियल वाहन रखे हुए हैं। कमर्शियल वाहन का मतलब है की एक ऐसा वाहन जिसे लोगों ने अपने इस्तेमाल के लिए नहीं बल्कि अपने बिजनेस को शुरू करने के लिए ख़रीदा हुआ है।

इनमें ऑटो रिक्शा चलाने वाले रिक्शा चालकों से लेकर ट्रक, बस चलाने वाले सभी प्रकार के ड्राईवर और उनके स्वामी शामिल हैं । वर्तमान में हर जगह मनुष्य को थोड़ी सी भी दूरी करने के लिए किसी न किसी वाहन की आवश्यकता होती ही होती है । और मनुष्य की इसी आवश्यकता को पूर्ण करने के लिए ऑटो रिक्शा, बसे, टैक्सी, और खुद के वाहन उपलब्ध हैं। ऐसे में यह बिजनेस वर्तमान में तो फायदेमंद है ही, इससे भविष्य में भी अच्छी कमाई की उम्मीद की जा सकती है।

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ऑटो स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस कैसे शुरू करें?

इस बिजनेस में उपलब्ध कमाई के अवसरों को देखते हुए यदि आप भी खुद का ऑटो स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। तो इसके लिए आपको कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरने की आवश्यकता होती है। इसे शुरू करने के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं ।

अच्छी लोकेशन का चयन करें

जैसा की हम पहले ही बता चुके हैं की ऑटो स्पेयर पार्ट की दुकान उसी क्षेत्र में चल सकती है, जिस क्षेत्र में गाड़ियों की संख्या अधिक हो। इसका मतलब यह है की एक ऐसा ग्रामीण क्षेत्र जहाँ पर दिन में सौ गाड़ियाँ भी ईधर उधर नहीं जाती वहाँ पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना नुकसानदेह हो सकता है।  

यदि आप चाहते हैं की आप इस बिजनेस से भविष्य में अच्छी कमाई करें तो आपको एक ऐसी लोकेशन का चयन करना होगा, जहाँ पर एक दिन में सैकड़ों गाड़ियाँ ईधर उधर जाती है। और उस शहर विशेष में भी उस खास लोकेशन पर अपनी दुकान के लिए जगह तलाश करनी होगी जहाँ पर गाड़ियाँ ठीक करने का काम होता हो।

आम तौर पर देखा गया है की इस तरह की गाड़ियाँ रिपेयरिंग करने की वर्कशॉप किसी स्थानीय मार्किट में एक ही साथ होती हैं। ऐसे में उस लोकेशन पर जितने भी लोगों को अपनी गाड़ियों का काम कराना होता है, वे उसी विशेष लोकेशन पर आते हैं।    

दुकान का प्रबंध करें

जब आप अपने ऑटो स्पेयर पार्ट की दुकान शुरू करने के लिए लोकेशन का चयन कर लेते हैं, तो उसके बाद आपको उस लोकेशन पर एक दुकान का प्रबंध करना होता है। हालांकि यदि आप स्पेयर पार्ट्स की दुकान के अलावा वहाँ पर वाहनों की रिपेयरिंग करने की सुविधा भी अपने ग्राहकों को देना चाहते हैं तो आपको दुकान के आगे गाड़ी, बाइक इत्यादि खड़ी करने की भी जगह चाहिए होती है।

अन्यथा इस तरह की दुकान के लिए 80 से 150 वर्गफीट जगह काफी होती हैं । हालांकि जगह कितनी चाहिए होगी वह इस बात पर भी निर्भर करता है की उद्यमी किस प्रकार के वाहनों के स्पेयर पार्ट्स अपनी दुकान में रख रहा है । गाड़ी, बाइक, बस ट्रक इत्यादि सभी के स्पेयर पार्ट की दुकान शुरू करने के लिए उद्यमी को तुलनात्मक रूप से ज्यादा जगह की आवश्यकता हो सकती है।

दुकान किराये पर लेते समय लीज एग्रीमेंट या फिर रेंट एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें। क्योंकि यह एक ऐसा दस्तावेज होगा जिसे आप अपनी दुकान का पता प्रमाण के तौर पर कई कार्यों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं।     

जरुरी लाइसेंस प्राप्त करें

सबसे पहले आपको यह बता दें की छोटे स्तर पर ऑटो स्पेयर पार्ट्स की दुकान खोलने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस की अनिवार्यता नहीं है। लेकिन चूँकि वाहनों के स्पेयर पार्ट्स महंगे आते हैं, इसलिए पता नहीं आपके बिजनेस का टर्नओवर कब जीएसटी की फ्री सीमा को लाँघ जाय।

और यदि उड़ दौरान आप जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराकर जीएसटी इत्यादि भरना भूल गए, तो आपको आपके बिजनेस को अच्छे ढंग से संचालन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है । क्योंकि वर्तमान में जीएसटी की टीम छोटे छोटे विक्रेताओं की दुकानों पर भी छापा मार रही हैं। इसलिए यदि आप इस बिजनेस में लम्बी पारी खेलना चाहते हैं तो आप पहले ही जरुरी लाइसेंस इत्यादि प्राप्त कर लें।     

  • अपने बिजनेस को कम से कम प्रोप्राइटरशिप फर्म यानिकी व्यक्तिगत स्वामित्व वाली फर्म के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना न भूले।
  • लोकल अथॉरिटी जैसे नगर निगम, नगर पालिका से दुकान एवं प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन कराना न भूलें।

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ऑटो स्पेयर पार्ट के लिए सप्लायर का चुनाव करें

जरुरी लाइसेंस और पंजीकरण करने के बाद अब आपका अगला कदम अपनी दुकान के लिए माल भरने का होना चाहिए। लेकिन उससे पहले आपको सप्लायर का चुनाव करना होगा । सप्लायर ऐसा होना चाहिए जो उचित मूल्यों पर जरुरत पड़ने पर आपको अर्जेंट डिलीवरी भी प्रदान कर सके। और जब आप सप्लायर का चुनाव कर लेते हैं, तो उसके बाद आपको एक लिस्ट बनानी होती है की कौन कौन से ऑटो स्पेयर पार्ट्स को आप अपनी दुकान का हिस्सा बनाने वाले हैं।

इस तरह की दुकानों में मिलने वाले कुछ ऑटो स्पेयर पार्ट्स की लिस्ट निम्नवत है ।

  • एयर वेंट
  • क्लच
  • ब्रेक
  • मिरर
  • अलार्म एंटेना
  • सीट कवर
  • मड गार्ड
  • बैटरी
  • बोनट
  • आयल फ़िल्टर
  • पेडल
  • पिस्टन
  • डोर हैंडल
  • फ्लोर मैट
  • फोग लाइट
  • ग्रिल्लर
  • बम्पर
  • हेडलाइट
  • टेल लाइट्स
  • इंडिकेटर
  • एयर फ़िल्टर
  • इंजन फैन
  • इंजन आयल
  • मोबिल आयल
  • ग्रीज
  • सीट बेल्ट
  • स्टीयरिंग व्हील
  • विंडस्क्रीन  
  • विंडस्क्रीन वाइपर
  • टायर

 इनके अलावा भी कई स्पेयर पार्ट्स होते हैं, इसलिए सबसे पहले एक लिस्ट तैयार कर लें की उस लोकेशन पर किस तरह के स्पेयर पार्ट की डिमांड ज्यादा हो सकती है । बाद में तो आप ग्राहकों की डिमांड के आधार पर अपने स्पेयर पार्ट की दुकान का स्टॉक मेन्टेन कर सकते हैं।

स्थानीय ऑटो मैकेनिकों से संपर्क करें

यदि यदि आप अपनी स्पेयर पार्ट्स दुकान में ग्राहकों को वाहनों को रिपेयरिंग करने की सर्विस भी प्रदान कर रहे हैं। तो ऐसे में स्वभाविक है की आपको या तो खुद गाड़ी ठीक करने का काम आना चाहिए, या फिर आपको कम से कम एक मैकेनिक को तो काम पर रखने की आवश्यकता होगी ही होगी ।

लेकिन ध्यान रहे यह बिजनेस (Auto Spare Parts Business) बी2बी व्यापार है यानिकी इसमें आपके अधिकतर ग्राहक खुद की ऑटो रिपेयरिंग वर्कशॉप चलाने वाले उद्यमी रहने वाले हैं। इस तरह का सामान खरीदने के लिए अंतिम उपभोक्ता आपके पास बहुत कम आ सकते हैं।

ऐसे में यदि आप चाहते हैं की आप अपनी ऑटो स्पेयर पार्ट्स की दुकान से अच्छी कमाई करें तो आपको ऐसे ऑटो मैकिनिकों से संपर्क बनाये रखना होगा जो उस एरिया में गाड़ी, बाइक इत्यादि ठीक करने का काम करते हों।  

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ऑटो स्पेयर पार्ट्स बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत

ऑटो स्पेयर पार्ट्स बिजनेस को शुरू करने में आने वाली लागत भी इस बात पर निर्भर करती है की आप इस बिजनेस को किस स्तर पर शुरू करना चाहते हैं। ऑटो स्पेयर पार्ट्स में महंगे और सस्ते दोनों पार्ट्स शामिल हैं इसके अलावा क्या आप सिर्फ बाइक या टू व्हीलर के स्पेयर पार्ट्स की दुकान खोलना चाहते हैं? या फिर आप गाड़ियों के भी स्पेयर पार्ट्स को अपनी दुकान का हिस्सा बनाना चाहते हैं।

इस बात का निर्णय लेने के बाद भी आप इस बात को जानने में सक्षम हो पाएंगे की इस बिजनेस को शुरू करने में कितना खर्चा आ सकता है । आम तौर पर एक छोटी से छोटी स्पेयर पार्ट्स की दुकान खोलने के लिए भी आपको कम से कम ₹2.5 लाख तो चाहिए ही होते हैं।  

ऑटो स्पेयर पार्ट की दुकान कहाँ शुरू करनी चाहिए?

स्थानीय ट्रांसपोर्ट नगर या फिर ऐसी मार्किट जो लोगों के बीच वाहनों की रिपेयरिंग के लिए प्रसिद्ध हो, उस लोकेशन पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना बेहद फायदेमंद माना जाता है।

ऑटो स्पेयर पार्ट्स बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आता है?

इस बिजनेस में आने वाला खर्चा बिजनेस के आकार और व्हीकल के प्रकार पर निर्भर करता है। लेकिन बहुत छोटे स्तर पर भी इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कम से कम ₹2.5 लाख की आवश्यकता हो सकती है।

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