सेकंड हैण्ड कंप्यूटर का बिजनेस कैसे शुरू करें? (प्रक्रिया, लाइसेंस, लागत, मार्केटिंग)

कहीं आप ये तो नहीं सोच रहे हैं की इस बिजनेस (Second Hand Computer Business)  से भला की कमाई होगी? जो लोग भी अपने लिए कंप्यूटर/लैपटॉप खरीदना चाहते होंगे वे तो नया ही खरीदेंगे । यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो गलत सोच रहे हैं । क्या आप ये नहीं जानते की हमारा देश भारत जनसँख्या की दृष्टी से दूसरा सबसे बड़ा देश है। और यहाँ पर अभी भी अधिकतर आबादी के पास अपनी आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संसाधन उपलब्ध नहीं है।

ऐसे में संसधानों के अभाव में भी लोग कई तरह की परेशानियाँ खाकर भी अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहने का प्रयास करते हुए दिखाई देते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि कोई ऐसा व्यक्ति जिसके पास केवल अपना एक स्मार्टफोन और उसमें इन्टरनेट कनेक्शन है, और वह चाहता है की वह अपने जीवन में एक बड़ा यूट्यूबर बने। तो वह कभी भी इस बात का रोना नहीं रोयेगा की उसके पास विडियो एडिटिंग इत्यादि के लिए अच्छा लैपटॉप या कंप्यूटर नहीं है, वह शुरुआत अपने स्मार्टफ़ोन से ही करेगा।

और जब उसे बहुत जरुरी लगेगा तो वह एक सेकंड हैण्ड लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने की तलाश में होगा। यह तो सिर्फ एक उदाहरण है वर्तमान में कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट भी अपने माता पिता से लैपटॉप और कंप्यूटर दिलाने की माँग करने लगे हैं । क्योंकि उन्हें पता है आगे जाकर उन्हें इसी की मदद से अपना काम करना है। ऐसे में माता पिता भी उन्हें अपनी हैसियत के अनुसार लैपटॉप/कंप्यूटर दिलाते हैं।

लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है की भारत में ऐसे भी बहुत सारे परिवार हैं, जिनके पास नए लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने के लिए पैसे नहीं होते हैं। ऐसे में उनकी प्राथमिकता सेकंड हैण्ड लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने की ही होती है।

Second hand computer
Image : Second hand Computer

पूरा लेख एक नजर में

सेकंड हैण्ड कंप्यूटर का बिजनेस क्या है?

जब आप लोगों को पुराने लैपटॉप/कंप्यूटर बेचने का बिजनेस कर रहे होते हैं तो इसे ही सेकंड हैण्ड कंप्यूटर का बिजनेस कहते हैं । यदि उद्यमी खुद कंप्यूटर/लैपटॉप रिपेयरिंग का काम जानता है तो वह लोगों से उनके खराब कंप्यूटर और लैपटॉप को सस्ते दामों में खरीद सकता है । और उन्हें ठीक करके किसी अन्य जरूरतमंद को महंगे दामों में बेच सकता है।

सिर्फ इतना ही नहीं भारत एक विशाल जनसँख्या वाला देश है, यहाँ पर हर आर्थिक वर्ग से जुड़ा हुआ मनुष्य रहता है। ऐसे में जो चीज एक विशेष आर्थिक वर्ग से जुड़े व्यक्ति के लिए अनुपयोगी या पुरानी हो चुकी हो वह किसी अन्य व्यक्ति के लिए उपयोगी और कीमती हो सकती है।

कहने का आशय है की जो कंप्यूटर/लैपटॉप किसी व्यक्तिगत व्यक्ति के लिए पुराना या अनुपयोगी हो गया हो तो वह उसे सस्ते दामों में भी बेचने को तैयार रहता है। भले ही वह अच्छे से काम क्यों न कर रहा हो । अच्छी बात यह है की यही लैपटॉप/कंप्यूटर किसी अन्य जरूरतमंद के लिए उपयोगी और कीमती हो सकता है।

इस बिजनेस में आपको ऐसे व्यक्तियों जिनके लिए कोई कंप्यूटर/लैपटॉप अनुपयोगी हो गया हो, उनसे सस्ते दामों में कंप्यूटर खरीदकर, उसे किसी अन्य व्यक्ति जिसके लिए उसकी उपयोगिता अभी भी बरकरार हो, उसे बेचना होता है।

सेकंड हैण्ड लैपटॉप/कंप्यूटर का बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start Second Hand Computer Business)  

हालांकि इस तरह का यह बिजनेस दो तरीके से शुरू किया जा सकता है। पहला तरीका यह है की आप लोगों से खराब लैपटॉप और कंप्यूटर सस्ते दामों में खरीदें और इन्हें रिपेयर करके मुनाफे वाले दामों में बेचें। लेकिन इसके लिए इच्छुक उद्यमी को कंप्यूटर का काम आना अति आवश्यक है।

दूसरा तरीका यह है की यदि उद्यमी को कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम नहीं भी आता है तो भी वह इस बिजनेस को शुरू कर सकता है। वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में सेकंड हैण्ड लैपटॉप कंप्यूटर की भी स्थापित मार्किट उपलब्ध है। तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक उद्यमी इस तरह के बिजनेस को कैसे शुरू कर सकता है।  

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एरिया में माँग का जायजा लें

सबसे पहले जहाँ पर आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, वहाँ पर पुराने कंप्यूटर लैपटॉप की माँग का जायजा ले सकते हैं। रिसर्च करते समय इस बात का ध्यान रखें की यह जरुरी नहीं है की जिन घर परिवारों की क्षमता अपने बच्चों या पारिवारिक सदस्यों को नया कंप्यूटर/लैपटॉप दिलाने की नहीं है वही सिर्फ आपके टारगेट ग्राहक के रूप में होंगे।

बल्कि आपको बता देना चाहेंगे कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी क्षमता नए लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने की होती है। लेकिन मान लीजिये की जिसके लिए वे लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदना चाह रहे हैं उन्हें इसे संचालित करना आता ही न हो। ऐसे में वे ऐसे व्यक्ति को नया लैपटॉप/कंप्यूटर देने में झिझकते हैं, और अपना रिस्क कम करने के लिए उन्हें पुराने लैपटॉप और कंप्यूटर से दूसरा कोई बढ़िया विकल्प नजर आता ही नहीं है।

आपकी रिसर्च में सिर्फ विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि नौकरीपेशा युवा, बिजनेसमैन इत्यादि भी शामिल होने चाहिए। यदि जहाँ पर आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहे हैं वह एक स्थापित मार्किट है और उसके आस पास लाखों की जनसँख्या निवास करती है। तो आप अपने सेकंड हैण्ड कंप्यूटर के बिजनेस को आसानी से चला पाते हैं।         

स्थानीय मार्किट में दुकान का प्रबंध करें

जब आप इस बिजनेस को शुरू करने को लेकर विभिन्न पॉइंट्स पर आधारित माँग की रिसर्च पूरी कर लेते हैं । और उसका विश्लेषण करने के बाद आपको लगता है की उस एरिया में पुराने लैपटॉप और कंप्यूटर के बिकने की संभावना अधिक है, तो उसके बाद आपको उस एरिया की स्थानीय मार्किट में कोई खाली दुकान किराये के लिए ढूंढनी होगी ।

शुरूआती दौर में आप एक छोटी सी दुकान किराये पर लेकर भी इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। जरुरी नहीं है की आप शुरू में ही ५० -६० लैपटॉप या कंप्यूटर से स्टार्ट करें बल्कि आप अपनी निवेश क्षमता के आधार पर कुछ भी ५ -१० कंप्यूटर से भी शुरुआत कर सकते हैं।  

जरुरी वित्त का प्रबंध करें

आपके इस बिजनेस में आने वाली लागत कितनी होगी वह इस बात पर निर्भर करेगा की आपने अपनी इस तरह की यह दुकान किस लोकेशन पर शुरू की है। यदि आपने किसी पहले से स्थापित बाज़ार में इस तरह का यह बिजनेस शुरू किया है, तो हो सकता है की वहां पर दुकान का किराया अन्य लोकेशन की तुलना में अधिक हो, लेकिन वहां पर कमाई की भी उतनी ही अधिक संभावना होगी।

दुकान के किराये के अलावा आपको दुकान के इंटीरियर पर भी कुछ पैसे खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है। इन सबके अलावा जो इस बिजनेस में प्रमुख खर्चा है, वह है पुराने लैपटॉप और कंप्यूटर खरीदने में आने वाला खर्चा ।

यदि आप स्वयं कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम जानते हैं तो आप इस बिजनेस को अपनी रिपेयरिंग की दुकान के साथ केवल एक लैपटॉप/कंप्यूटर से भी शुरू कर सकते हैं । लेकिन यदि आपको यह काम नहीं आता है तो फिर आपको कम से कम १० ऐसे सेकंड हैण्ड लैपटॉप और कंप्यूटर खरीदने की आवश्यकता होती है, जो अच्छे से काम कर रहे होते हैं।

कुल मिलाकर देखें तो आपको इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम से कम ₹2 लाख रूपये तक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। यह बहुत बड़ी रकम नहीं है जिसका प्रबंध आप अपनी बचत से या फिर सगे, सम्बन्धियों, दोस्तों से कर सकते हैं । यदि इस तरह से वित्त का प्रबंध नहीं हो पा रहा है तो ऋण के औपचारिक स्रोत जैसे बैंक और गैर वित्तीय संस्थानों से ऋण लेने का विकल्प आपके पास हमेशा मौजूद रहता है।        

जरुरी लाइसेंस प्राप्त करें

यद्यपि इस तरह का यह बिजनेस छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होती है । लेकिन यदि आप भविष्य में अपने एरिया में पुराने कंप्यूटर के प्रसिद्ध विक्रेता के रूप में पहचान बनाना चाहते हैं, तो फिर आप चाहें तो स्वैच्छिक तौर पर निम्नलिखित लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।

  • आप अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर करा सकते हैं।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं ।
  • लोकल अथॉरिटी से शॉप्स एंड एस्टाब्लिश्मेंट लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं ।
  • अपने उद्यम का उद्यम रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं ।   

बड़े शहरों से पुराने कंप्यूटर सस्ते दामों में खरीदें

यद्यपि यदि आपको स्वयं कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम आता है तो हो सकता है की आपकी दुकान पर कई लोग खुद अपना पुराना कंप्यूटर बेचने आ जाएँ। और आप उसे सस्ते दामों में खरीदकर उसमें जरुरी रिपेयरिंग कराकर सेकंड हैण्ड दामों में उसे किसी जरूरतमंद को बेच सकते हैं।

लेकिन यदि आप कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम नहीं भी जानते हैं, तब भी आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। क्योंकि आजकल अच्छी कंडीशन वाले सेकंड हैण्ड लैपटॉप और कंप्यूटर का बड़े शहरों में स्थापित बाज़ार हैं, और इन बड़े शहरों में आपको इन्हें बेचने वाले होलसेल सेलर भी आसानी से मिल जाएँगे ।

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आप चाहें तो दिल्ली, बंगलौर जैसे बड़े शहरों में किसी सप्लायर को संपर्क कर सकते हैं। यदि वह आपको सस्ते दामों में सेकंड हैण्ड कंप्यूटर बेचने के लिए तैयार है तो आप उन्हें खरीदकर अपनी दुकान में रख सकते हैं। और प्रति कंप्यूटर पर अपना मुनाफा जोड़कर जरूरतमंद लोगों को बेच सकते हैं।      

अपनी दुकान से मुनाफे वाले दामों में बेचें   

बड़े शहरों में आपको सेकंड हैण्ड कंप्यूटर बेचने वाले ऐसे बहुत सारे सप्लायर मिल जाएँगे, जो बेहद सस्ते दामों में आपको अच्छी कंडीशन और अच्छी कंफिगरेशन वाले लैपटॉप सस्ते दामों में बेचने को तैयार हो जाएँगे। ऐसे में यदि आप किसी छोटे शहर में इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आप उन बड़े शहरों से अच्छी कंडीशन वाले सेकंड हैण्ड लैपटॉप खरीद सकते हैं।

और उसके बाद जिस शहर में आप यह बिजनेस कर रहे हैं, आपको वहां पर इन्हें मुनाफे वाले दामों में बेच देना है। यकीन मानिये भारत में नए लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने वालों से ज्यादा संख्या सेकंड हैण्ड लैपटॉप/कंप्यूटर खरीदने वालों की है ।

सेकंड हैण्ड कंप्यूटर बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करें

इसमें विशेषकर आप उस एरिया विशेष में उन लोगों को टारगेट कर सकते हैं, जिनके बच्चे पढने वाले हैं। वह भी विशेषकर ऐसे परिवार जिनके बच्चे दसवीं पास कर चुके हैं । क्योंकि दसवीं पास करने के बाद बच्चों की प्राथमिकता कंप्यूटर का व्यवहारिक ज्ञान हासिल करने की होती है, इसलिए उनका ध्यान सबसे पहले अच्छी कंडीशन वाले कंप्यूटर और लैपटॉप खरीदने की तरफ जाता है।

अपनी टारगेट ऑडियंस तक पहुँचने के लिए आप पम्पलेट, पोस्टर, बैनर इत्यादि ऑफलाइन मार्केटिंग के टूल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं । लेकिन आजकल पे पर क्लिक विज्ञापनों को टारगेट ऑडियंस तक पहुँचने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है । इसके अलावा सोशल मीडिया और विडियो शेयरिंग वेबसाइट के माध्यम से भी आप अपने बिजनेस को प्रमोट कर सकते हैं।

FAQ (सवाल/जवाब)

सेकंड हैण्ड बिजनेस शुरू करने के लिए आदर्श प्रमोटर कैसा होना चाहिए?

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए आदर्श प्रमोटर वही होता है जिसे कंप्यूटर रिपेयरिंग/असेम्बलिंग का काम आता हो।

मुझे कंप्यूटर रिपेयरिंग नहीं आती क्या मैं भी इस बिजनेस को शुरू कर सकता/सकती हूँ?

जी हाँ यदि आपको कंप्यूटर रिपेयरिंग नहीं आती तो जिस दुसरे बिजनेस मॉडल का जिक्र हमने इस लेख में किया है, आप उस प्रक्रिया के आधार पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं।                        

सेकंड हैण्ड कंप्यूटर का बिजनेस शुरू में लागत

इस बिजनेस को शुरू करने में आने वाली लागत आपके बिजनेस मॉडल और आपके बिजनेस के स्तर पर निर्भर करती है। यदि आप कंप्यूटर रिपेयरिंग के साथ इस बिजनेस को शुरू कर रहे हैं, तो आप केवल एक कंप्यूटर/लैपटॉप से भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं । यानिकी जब कोई ग्राहक आपके पास अपना खराब कंप्यूटर बेचने आता है तो आप उसे चेक करके उसको रिपेयर करने में आने वाले खर्चे का आकलन करके, उसे कम कीमतों पर खरीद सकते हैं। और रिपेयर करके किसी जरूरतमंद को बेच सकते हैं।

इस प्रकार आप एक एक दो दो कंप्यूटर खरीदकर बेचकर अपने इस बिजनेस को ग्रो कर सकते हैं। तो इस मॉडल के साथ इस बिजनेस को शुरू करने में आपको लगभग ₹70000 तक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है ।

लेकिन इसी बिजनेस का दूसरा मॉडल जिसमें आप बड़े शहरों से अच्छी कंडीशन के सेकंड हैण्ड लैपटॉप कंप्यूटर खरीदकर उन्हें मुनाफे वाले दामों में बेच रहे होते हैं। तो इस बिजनेस (Second hand computer business) को शुरू करने में आने वाली कम से कम लागत ₹2 लाख हो सकती है।

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