स्कूल बैग बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें। School Bag Making Business.

अब वो दिन गए जब लोग एक कपड़े का सिला हुआ झोला  (School Bag) लेकर स्कूल में जाते थे । पहले ग्रामीण इलाकों में सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चे स्थानीय दरजी से सिला हुआ कपड़े का एक झोला लेकर स्कूल में जाते थे । लेकिन वर्तमान में इन झोलों की जगह स्कूल बैग ने ले ली है । आजकल के बच्चे  चाहे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हों या फिर प्राइवेट स्कूलों में उन्हें स्कूल बैग तो चाहिए ही चाहिए।

वर्तमान में जिस तरह से लोगों के लिए शिक्षा अहम् हो गई है। वैसे ही शिक्षा प्राप्त करने में इस्तेमाल में लायी जाने वाली वस्तुओं की भी महत्वता बढती जा रही है। स्कूल के बच्चों की पहचान स्कूल की यूनिफार्म और उनके पीठ पर लटके स्कूल बैग से ही की जाती है।

स्कूल बैग शिक्षा से जुड़ा एक ऐसा उत्पाद है जिसकी डिमांड सिर्फ शहरों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी है। भारत जैसे जनाधिक्य वाले देश में लगातार बढ़ रही छात्र/छात्राओं की संख्या भी इस बिजनेस को गति देने में सहायक है।

इसके अलावा जैसे जैसे लोगों के बीच शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ रही है वैसे वैसे स्कूल जाने वाले छात्र/छात्राओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है । और वैसे वैसे स्कूल बैग की डिमांड काफी बढ़ रही है। पहले ज़िप वाले और विभिन्न वॉलेट वाले स्कूल बैग बनाने में काफी परेशानियाँ एवं खर्चे आते थे, लेकिन वर्तमान में मशीन और टेक्नोलॉजी की मदद से इन्हें बेहद कम समय में अच्छे ढंग से तैयार किया जा सकता है ।

यही कारण है की यदि आप किसी विनिर्माण क्षेत्र में खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप स्कूल बैग बनाने के बिजनेस को शुरू करने पर विचार कर सकते हैं।

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स्कूल बैग बनाने का बिजनेस शुरू करना फायदेमंद क्यों है

वर्तमान में स्कूल बैग बनाने का बिजनेस फायदेमंद क्यों है इसके पीछे कुछ कारण हैं उनमें से कुछ प्रमुख कारणों की लिस्ट निम्नलिखित है।

  • अब से कुछ दशक पहले की हम बात करें तो स्कूल बैग बनाने के लिए बहुत सारी सामग्री उपलब्ध नहीं थी और इन्हें आम तौर पर हाथ से बनाया जाता था, जिसमें बहुत ज्यादा समय लगता था । लेकिन वर्तमान में हैवी ड्यूटी सेमी आटोमेटिक सिलाई मशीन के आ जाने से यह काम बेहद आसान हो गया है।
  • स्कूल बैग बनाने के बिजनेस को उद्यमी चाहे तो अपने घर के किसी कमरे से भी शुरू कर सकता है, जिससे उसका बाहर दुकान इत्यादि किराये पर देने वाले पैसे बचते हैं ।
  • स्कूल के बैगों की पूरे वर्ष भर हर क्षेत्र में बड़ी डिमांड होती है।
  • इस बिजनेस में अन्य बिजनेस की तुलना में जोखिम भी कम होता है ।  

स्कूल बैग बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start School Bag Making Business)

आप कहीं भी चले जाइये जहाँ पर लोग रहते हैं वहां पर पढने वाले यानिकी स्कूल कॉलेज जाने वाले विद्यार्थी भी होते ही हैं। लेकिन फिर भी यदि आप एक ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ पर स्कूल जाने वाले छात्र छात्राओं की संख्या अधिक है तो आप खुद का स्कूल बैग बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए जो जरुरी कदम हैं वह नीचे बताए जा रहे हैं।

स्थानीय डिमांड का जायजा लें

इसमें कोई दो राय नहीं की जहाँ पब्लिक है वहां बच्चे भी होंगे और स्कूल भी होंगे तो वहां पर स्कूल बैग बिकने की सम्भावन भी होगी। लेकिन आप जहाँ भी इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं वहां पर आपको इसकी डिमांड कितनी है उसका आकलन करने की आवश्यकता होगी । और क्या उस एरिया में स्कूल बैग की डिमांड स्थानीय विनिर्माणकर्ताओं द्वारा पूरी की जा रही है या फिर किसी बड़ी बैग बनाने वाली कंपनी द्वारा यह भी आपको पता होना चाहिए।

इस तरह का यह आंकड़ा उस एरिया में स्थित कॉलेज, स्कूल एवं अन्य शिक्षण संस्थानों की उपलब्धता को देखते हुए आसानी से किया जा सकता है । यदि आपके खुद के बच्चे या घर के बच्चे स्कूल पढने वाले हैं तो आप उनके लिए स्कूल बैग कहाँ से खरीदते हैं और स्कूल बैग खरीदते समय आप उनमें क्या क्या देखते हैं, यह बात आपको अच्छी तरह पता होगी ।

एक ऐसा क्षेत्र जहाँ पर स्कूल , कॉलेज एवं अन्य व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों की भरमार हो उस क्षेत्र को आम तौर पर इस तरह का यह बिजनेस करने के लिए उपयुक्त माना जाता है । लेकिन इसके बावजूद उद्यमी को डिमांड और सप्लाई में गैप कितना है उस गैप को जानना भी आवश्यक है।

घर से या बाहर से का निर्णय लें

वैसे हम इस लेख में आपको बता चुके हैं की यदि आप चाहें तो स्कूल बैग बनाने का बिजनेस अपने घर के किसी खाली कमरे से भी शुरू कर सकते हैं बशर्ते वहां पर हैवी ड्यूटी सेमी आटोमेटिक सिलाई मशीन को इंस्टाल करने के लिए उपयुक्त जगह उपलब्ध हो ।

इसलिए यदि आपको लगता है की जिस एरिया में आप यह बिजनेस शुरू करने पर विचार कर रहे हैं वहां पर यह बिजनेस चलेगा तो आप उसके लिए जगह का प्रबंध कर सकते हैं। और जगह का प्रबंध आप तभी कर पाएंगे जब आप इस बात का निर्णय ले पाएंगे की आप इस बिजनेस को अपने घर से ही शुरू करना चाह रहे हैं या फिर बाहर कोई दुकान किराये पर लेकर।

हालांकि यदि आपके घर का कोई कमरा खाली है तो आप इस बिजनेस के लिए उसका इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन यदि नहीं है तो फिर आपको बाहर कोई कमरा किराये पर लेने की आवश्यकता होगी इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने लके लिए आपको 200-300 वर्गफीट जगह की आवश्यकता होती है।

यदि आप कोई दुकान किराये पर लेकर स्कूल बैग बनाने का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो दुकान के स्वामी के साथ रेंट एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें यह कम से कम तीन सालों के लिए तो बनवा ही लें । ताकि आप पूरा फोकस अपना बिजनेस जमाने में कर सकें।

जरुरी लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करें

हालांकि छोटे स्तर पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस इत्यादि की अनिवार्यता नहीं है। लेकिन यदि आप इस बिजनेस को लम्बे समय तक संचालित करने के उद्देश्य से शुरू कर रहे हैं, तो आपको बता दें की वर्तमान में छोटे व्यापारियों पर भी जीएसटी टीम के छापे बढ़ गए हैं। भविष्य में ऐसा न हो की आपका बिजनेस ठीक ठाक चल रहा हो और आप किसी क़ानूनी अडंगे में फँस गए तो उस समय आपको और आपके बिजनेस को काफी नुकसान हो सकता है।

इसलिए बेहतर यही है की आप अपने बिजनेस के लिए सभी जरुरी लाइसेंस और पंजीकरण पहले ही प्राप्त कर लें ताकि आप निश्चिंत होकर अपने बिजनेस को बढ़ाने में ध्यान फोकस कर पाएँ।

  • अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर कराएँ ।
  • व्यवसाय का कर पंजीकरण के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराएँ ।
  • व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड और चालू खाता बनवाएं ।
  • लोकल अथॉरिटी से ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करें।
  • अपने व्यवसाय का उद्यम रजिस्ट्रेशन कराएँ।
  • यदि आप स्कूल बैग को अपने ब्रांड नाम के साथ बेचना चाहते हैं तो ब्रांड नाम की सुरक्षा के लिए ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराएँ।

 मशीनरी उपकरण और कच्चा माल खरीदें

उद्यमी का अगला कदम इस व्यवसाय में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी और कच्चे माल को खरीदने को होना चाहिए। स्कूल बैग बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए निम्नलिखित मशीनरी और उपकरणों की आवश्यकता हो सकती है।

  • बाल प्रेस मशीन
  • सिंगल सुई वाली फ्लैट बेड सिलाई मशीन
  • सिलिंडर बेड सिलाई मशीन
  • बोर्ड कटिंग मशीन
  • ग्लेजिंग मशीन
  • स्किविंग मशीन
  • मिनी कंप्रेसर
  • डिजाईन एम्बॉस करने के लिए जिंक ब्लाक
  • अन्य टूल्स और उपकरण  

इन मशीनरी और उपकरणों के अलावा उद्यमी को विद्युत् और इलेक्ट्रिफिकेशन उपकरण, फर्नीचर, कंप्यूटर इत्यादि खरीदने की भी आवश्यकता हो सकती है। बैग बनाने में उपयुक्त होने वाले प्रमुख कच्चे माल की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • कॉटन कैनवास ।
  • ऐसे कपड़े जो घर्षण के प्रतिरोधी हों।
  • cordura जो एक सिंथेटिक आधारित कपड़े का एक संग्रह होता है।
  • जिप, चेन, सिलाई धागे इत्यादि।     

बैग का आर्डर लें और बैग बनाएँ

यद्यपि स्कूल बैग बनाने के बिजनेस मॉडल का चुनाव आपको पहले ही करना होगा। कुछ उद्यमी जो इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहे होते हैं वे आर्डर मिलने पर ही इनकी विनिर्माण प्रक्रिया शुरू करते हैं। लेकिन कुछ उद्यमी जिस प्रकार के स्कूल बैगों का चलन उस समय होता है उनका विनिर्माण कर लेते हैं, और फिर उन्हें नजदीकी स्टेशनरी स्टोर या बैग स्टोर में जाकर बेच देते हैं।

इसलिए आपको यही तय करना है की आप पहले स्कूल बैगों का निर्माण करेंगे फिर उन्हें बेचेंगे या फिर पहले आर्डर लेंगे फिर आर्डर के मुताबिक ही स्कूल बैग का निर्माण करेंगे । यदि आप आर्डर लेना चाहते हैं तो आप नजदीकी स्टेशनरी और बैग की दुकानों से संपर्क कर सकते हैं।

क्योंकि आम तौर पर लोगों द्वारा अपने बच्चों के लिए स्कूल बैग नजदीकी बैग इ दुकानों और स्टेशनरी दुकानों से ही ख़रीदे जाते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो अपने नजदीकी स्कूल, कॉलेज इत्यादि के प्रबंधन से भी संपर्क कर सकते हैं क्योंकि हो सकता है कुछ कॉलेज स्कूल खुद के कस्टमाइज स्कूल बैग बच्चों के लिए बनाना चाहते हों ।

स्कूल बैग बनाने के बिजनेस में आने वाली लागत

यद्यपि स्कूल बैग बनाने के बिजनेस में आने वाला खर्चा यानिकी लागत इस बात पर निर्भर करती है की उद्यमी कितनी उत्पादन क्षमता से इस व्यवसाय को शुरू करना चाह रहा है । बेहद छोटे स्तर पर इस बिजनेस को ₹2 लाख तक के निवेश के साथ भी शुरू किया जा सकता है। लेकिन इसमें उद्यमी एक दिन के बहुत से बहुत ५ या ७ बैग कला ही उत्पादन कर पाएगा।

प्रतिदिन 60 स्कूल बैगों (School Bags) का उत्पादन क्षमता वाला प्लांट लगाने के लिए आपको लगभग ₹18 -20 लाख रूपये खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है । इसमें लैंड और बिल्डिंग, मशीनरी और उपकरण और तीन महीनों के लिए कच्चा माल भी शामिल है । यह आप पर निर्भर करता है की आप अपनी निवेश क्षमता के मुताबिक कितनी उत्पादन क्षमता वाला प्लांट लगाना चाहते हैं।  

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