बीड़ी बनाने का बिजनेस कैसे करें। बीड़ी उद्योग शुरू करने की जानकारी।

आपको दिन भर इतने बीड़ी पीने वाले लोग मिलते हैं की आपने खुद का बीड़ी बनाने का व्यापार (Bidi Ka business) शुरू करने की ही ठान ली । जी हाँ वर्तमान में इस तरह के बिजनेस से भी मुनाफे कमाने के सभी अवसर विद्यमान हैं । यदि आप स्वय एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बीडी पीते हैं तो आपको पता होगा की यदि आप चाहें भी तो बीड़ी छोड़ना अब आपके लिए कितना कठिन हो गया होगा।

कहने का आशय यह है की भारत में बहुत सारे लोग हैं, जिन्हें बीड़ी पीने की लत लग चुकी है और अब वे यदि चाहें भी तो उनके लिए इस लत को छोड़ पाना आसान नहीं है। बीड़ी में निकोटीन नामक एक तत्व पाया जाता है जिसकी शरीर को आदत लग जाती है, और यदि व्यक्ति जिसे बीड़ी पीने की आदत है वह थोड़ी देर तक बीड़ी नहीं पीता है तो उसे अपने शरीर में थकान सी महसूस होने लगती है।

धुम्रपान करना सेहत की दृष्टी से नुकसानदेह माना जाता है लेकिन इसके बावजूद भी लोग इनका सेवन करते हैं, और न सिर्फ सेवन करते हैं बल्कि धुम्रपान के आदी भी होते हैं । यही कारण है की वर्तमान में भारत में भी ऐसे कई लोग हैं जो एक दिन में बीड़ी के बण्डल के बण्डल खाली कर देते हैं।

भारत में बीड़ी का उत्पादन अधिकतर तौर पर असंगठित क्षेत्रों द्वारा किया जाता है। लेकिन इसके बावजूद बीड़ी उद्योग का भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है। यद्यपि इस तरह के ये बिजनेस समाज कल्याण की दृष्टी से उपयुक्त नहीं होते लेकिन ये अर्थव्यवस्था में अहम् भूमिका अदा करते हैं। इसलिए सरकार इन्हें पूरी तरह प्रतिबंधित तो नही करती लेकिन इन पर भारी भरकम टैक्स जरुर लगाती है।

इसके बावजूद तम्बाकू एवं इससे उत्पादित उत्पादों पर लगने वाला भरी भरकम टैक्स की भरपाई उन अंतिम उपभोक्ता द्वारा किया जाता है जो इनका उपभोग करते हैं। यदि आप भी खुद का बीड़ी उद्योग (Bidi Ka Business) शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। तो यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है।           

bidi banane ka business

बीड़ी बनाने का बिजनेस फायदेमंद क्यों है?

भारत में लोग तनाव से मुक्त होने और फुर्सत के क्षणों में धुम्रपान करना पसंद करते हैं। और धुम्रपान के प्रोडक्ट के तौर पर बीड़ी सबसे अधिक इस्तेमाल में लायी जाने वाली प्रोडक्ट है। पहले लोग शौकिया तौर पर इनका इस्तेमाल करते हैं इसकी नीव देखा जाय तो स्कूल और कॉलेज के दोस्तों के साथ ही शुरू हो जाती है । वही से लोग बीड़ी या सिगरेट पीना शौकिया तौर पर शुरू करते हैं ।

लेकिन जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की बीड़ी में निकोटीन होता है जिसकी शरीर को लत लग जाती है । और लोगों का बीड़ी पीने का शौक कब लत में बदल जाता है यह तो उन्हें भी पता नहीं लगता । लेकिन उनकी यह लत बीड़ी बनाने का बिजनेस करने वाले के लिए फायदेमंद रहती है।

इसके बाद तो जैसे व्यक्ति की बीड़ी पीने का बहाना चाहिए होता है, कहीं पर भी फुर्सत के क्षणों में या काम से भी बीड़ी पीने के लिए वक्त निकालना भारत में एक आम बात है। सवा अरब वाली इस जनसँख्या में यदि केवल 20% लोग भी बीड़ी पीने वाले हुए तो यह एक बहुत बड़ी संख्या हो जाती है। जो बीड़ी बनाने के उद्योगों के लिए फायदेमंद होती है।

बीड़ी बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें (Bidi Banane ka Business Kaise Start kare)   

बीड़ी बनाने की प्रक्रिया वैसे तो बहुत आसान है। लेकिन चूँकि यह तम्बाकू उत्पादों की श्रेणी में आता है, इसलिए लोग इस बात को लेकर शंशय में रहते हैं की उन्हें बीड़ी उद्योग शुरू करने के लिए किन किन लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होगी।

नहीं तो हमने देखा है की बीड़ी को एक पत्ता जिसे तेंदू का पत्ता कहते हैं में तम्बाकू भरकर और फिर उसे मोड़कर आसानी से बनाया जा सकता है। वर्तमान में अधिकतर बीड़ी विनिर्माताओं द्वारा मैन्युअल तरीके से ही बीड़ी का निर्माण किया जा रहा है । तो आइये जानते हैं की यदि आप भी खुद का बीड़ी बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो कैसे कर सकते हैं।   

बीड़ी बनाने के लिए कच्चे माल का स्रोत पता करें

सबसे बड़ी चीज जो बीड़ी बनाने के उद्योग के लिए चाहिए होती है वह है तेंदू के पत्ते। भारत में ये लगभग सभी राज्यों में पाए जाते हैं लेकिन दक्षिणपूर्वी भारत को इन पत्तों का गृह क्षेत्र माना जाता है। वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश राज्यों में भी ये पत्ते बहुतायत मात्रा में पाए जाते हैं।

दूसरा जो सबसे महत्वपूर्ण कच्चा माल है वह है तम्बाकू, तम्बाकू की खेती भी भारत में की जाती है। तम्बाकू की पत्तियों को सुखाकर उसमें सिरा मिलाकर तम्बाकू का निर्माण किया जाता है । इस तम्बाकू को तेंदू के पत्तों में लपेटकर बीड़ी का निर्माण किया जाता है। इस बिजनेस में इस्तेमाल होने वाला तीसरा कच्चा माल बीड़ी के ऊपर लिपटा हुआ धागा कहीं भी आसानी से मिल जाता है ।

कुल मिलाकर देखें तो जहाँ भी आप इस तरह का यह बिजनेस (Bidi Ka Business) शुरू करना चाहते हैं, वहां पर सबसे पहले कच्चे माल की उपलब्धता का पता अवश्य कर लें । ताकि एक बार जब आप अपने बिजनेस को संचालित करें तो फिर उसे रोकने की जरुरत ही न पड़े।     

किसी छोटी सी जगह का प्रबंध करें

इस बिजनेस के लिए आपको कोई बहुत भारी मशीनरी का इस्तेमाल तो करना नहीं होता है। इसलिए स्वभाविक है की इस बिजनेस को शुरू करने में आपको बहुत अधिक जगह की आवश्यकता तो नहीं होती। लेकिन कच्चा माल स्टोर करने उत्पादित माल को रखने, मजदूरों के काम करने की जगह को मिलाकर आपको 300-400 वर्गफीट जगह की आवश्यकता होती है।

इस जगह को आप जरुरी नहीं है की स्थानीय मार्किट में या भीड़ भाड़ वाली जगह में ही लें, बल्कि जहाँ भी आपको सस्ती जगह या दुकान किराये पर मिले आप वहीँ पर इस बिजनेस के लिए जगह का प्रबंध कर सकते हैं । लेकिन यदि आप जगह किराये पर ले रहे हैं तो उसका लीज एग्रीमेंट और यदि दुकान किराये पर ले रहे हैं तो उसका रेंट एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें । क्योंकि इसे आप अपने व्यवसाय के पता प्रमाण के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।     

आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करें

जगह का प्रबंध होने के बाद अब आपको अपना बीड़ी उद्योग शुरू करने के लिए निम्नलिखित लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।

  • उद्यमी को अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म, पार्टनरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इत्यादि में से किसी एक के तहत रजिस्टर करना होगा।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन एवं अन्य जो भी लागू हो उसकी आवश्यकता होगी।
  • उद्यमी को अपने व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड और बैंक में चालू खाता खोलने की आवश्यकता होगी ।
  • सबसे जरुरी बात चूँकि या तम्बाकू उत्पाद है इसलिए उद्यमी को तम्बाकू उत्पाद का रजिस्ट्रेशन लेने की भी आवश्यकता होगी।
  • यदि आप महराष्ट्र से हैं तो आपको ट्रेड लाइसेंस के तौर पर गुमास्ता लाइसेंस की आवश्यकता होती है। अन्य राज्यों में इसे शॉप्स एंड एस्टाब्लिश्मेंट रजिस्ट्रेशन या ट्रेड रजिस्ट्रेशन कहा जाता है जिसे स्थानीय प्राधिकरण से लिया जा सकता है ।
  • आप अपने बिजनेस को एमएसएमई के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं, इसके लिए आपको उद्यम रजिस्ट्रेशन करने की भी आवश्यकता होगी।
  • आप अपनी बीडी के ब्रांड को कोई न कोई नाम तो अवश्य देंगे यदि आप इस ब्रांड नाम की सुरक्षा चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता हो सकती है।      

कच्चे माल और मशीनरी खरीदें

भारत में अधिकतर राज्यों में बीड़ी बनाने के इस्तेमाल में लाया जाने वाला कच्चा माल आसानी से उपलब्ध है। बीड़ी बनाने में उपयोग में लाये जाने वाले कच्चे माल की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • तेंदू का पत्ते
  • तम्बाकू
  • धागे जिसे बीड़ी के ऊपर लपेटा जाता है   

मशीनरी के तौर पर बीड़ी के शीर्ष भाग को नीचे को करने के लिए कील का इस्तेमाल किया जाता है। और इनकी पैकिंग में इस्तेमाल होने वाला कागज बाहर से अपने ब्रांड नाम के साथ प्रिंट कराया जाता है, और बीड़ी पैकेजिंग मशीन की मदद से बीड़ीयों को बण्डल बनाकर पैक कर दिया जाता है। बीडियों की मात्रा के हिसाब से बण्डल की अलग अलग कीमत होती है ऍम तौर पर दो रूपये, पांच रूपये, १० रूपये की पैकिंग में बण्डल तैयार किये जाते हैं।

और इन बण्डल को भी फिर अलग अलग पैकेट बनाकर पैक किया जाता है। इस पैकेट में एक जैसे ही बण्डल मौजूद होते हैं ।    

बीड़ी बनाने के लिए मजदूरों को नियुक्त करें

शुरूआती दौर में उद्यमी को चाहिए की वह बीड़ी का निर्माण मैन्युअल तरीके से ही करे। इसके लिए उसे कई सारे मजदूरों की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन आप चाहें तो केवल ५-६ मजदूरों को काम पर रखकर इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

मजदूरों के रूप में यदि आपको घरेलू ग्रामीण महिलाएं मिल जाती हैं तो यह आपके बिजनेस के लिए तो फायदेमंद होगा ही साथ में उन ग्रामीण महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होगा । जो आपके बीड़ी उद्योग में काम कर रही होंगी ।  

बीड़ी बनाएँ और बेचें

बीड़ी बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान होती है । इसमें सर्वप्रथम आवश्यक कच्चा माल जैसे तेंदू के पत्ते, तम्बाकू इत्यादि किसानों या स्थानीय लोगों से खरीद लिया जाता है। बीड़ी के ऊपर प्रयुक्त होने वाला धागा आपको स्थानीय मार्किट में आसानी से मिल जाएगा।

उसके बाद तेंदू के पत्तों को इस तरह से काटना होता है कीउनसे बीड़ी आसानी से बन जाय। उसके बाद जैसे ही तेंदू के पत्ते थोड़े सुख जाते हैं उनके बीच तम्बाकू भरकर उन्हें लपेटकर बीड़ी की आकृति प्रदान की जाती है और बीड़ी के उपरी भाग को कील के नुकीले भाग से नीचे की ओर दबा दिया जाता है, ताकि उसमें भरा हुआ तम्बाकू बाहर न आय।

ऐसे करके बीडियों के ढेर लग जाते हैं उसके बाद बीड़ी के बण्डल तैयार किये जाते हैं, और इन बण्डल को बीडी पैकिंग करने वाली मशीन की मदद से अपने ब्रांड नाम के साथ छपे कागज़ में पैक कर दिया जाता है । और कई बण्डल का एक पाउच तैयार किया जाता है। और कई पाउच का एक बॉक्स तैयार किया जाता है, इस तरह से बीड़ी को बाज़ार में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।

बीड़ी उद्योग शुरू करने में कितनी लागत आएगी  

प्रॉपर तरीके से बीड़ी उद्योग शुरू करने में आपको ₹2 लाख तक शुरूआती निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि बीड़ी बनाने का व्यापार (Bidi Ka Business) भारत में आज भी अधिकतर तौर पर असंगठित क्षेत्रों द्वारा किया जा रहा है। इसलिए यदि आप चाहें तो ऐसे क्षेत्रों में जहाँ तेंदू के पत्ते और तम्बाकू की खेती की जाती है वहां पर महिलाओं को उनके घर बैठे बीड़ी बनाने का काम दे सकते हैं। और जो बीड़ी उन्होंने बनाई है, उसको अपना ब्रांड नाम देकर बेच सकते हैं।    

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