परदे बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें।

वैसे तो सिलाई से जुड़े कई बिजनेस हैं जो इच्छुक उद्यमी को लाभकारी परिणाम देने में सक्षम हैं । लेकिन परदे बनाने का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसे कम संसाधनों के साथ भी शुरू किया जा सकता है । यदि आपको सिलाई आती है तो इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने में आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने वाली है।

वर्तमान में सिर्फ घरों में ही नहीं बल्कि होटल, गेस्ट हाउस, कार्यालयों इत्यादि में भी इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसलिए इनकी माँग हर स्थानीय बाज़ार में हमेशा विद्यमान रहती है । यदि आपको सिलाई का काम आता है, और आप किसी ऐसे बिजनेस की तलाश में हैं जिसे आप अपने मौजूदा स्किल का इस्तेमाल करके बेहद कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं । तो आप परदे बनाने का बिजनेस शुरू करने पर विचार कर सकते हैं।

parde banane ka business

परदों की बिकने की कितनी संभावना है  

आप ज्यादा दूर न चलकर अपने घर पर ही अगर एक नज़र डालेंगे तो आप समझ जाएँगे की आपको परदे बनाने का यह काम क्यों करना चाहिए। आपके घर में परदे लगे होंगे, आस पड़ोस में आप कहीं जाते होंगे वहां भी परदे लगे हुए देखते होंगे। होटल या गेस्ट हाउस में कहीं ठहरते होंगे, तो वहां भी आपको परदे लगे हुए दिखाई देते होंगे।

कहने का आशय यह है की वर्तमान में परदों का चलन सामान्य हो गया है, पहले से बनी हुई घर या बिल्डिंग या नई बनने वाली कोई घर या बिल्डिंग हर किसी को परदों की आवश्यकता होती है। वर्तमान में परदे इंटीरियर डिजाइनिंग का एक प्रमुख हिस्सा बन गए हैं।

अच्छी बात यह है की लोग अपने घर एवं कमरों का रंग कुछ सालों में बदलते रहते हैं, और उन्हीं के आधार पर वे परदे भी बदलते रहते हैं। यानिकी जिनके घरों में आज परदे लगे हैं जरुरी नहीं है की हमेशा वही परदे लगे होंगे बल्कि वे इन्हें हर साल या दो तीन साल बाद चेंज करके नए परदे जरुर खरीदेंगे।

इसलिए जिनके घरों में परदे नहीं लगे हैं वे तो इस बिजनेस में आपके ग्राहक होते ही हैं, लेकिन जिन घरों में परदे लगे भी होते हैं वे भी इन्हें चेंज करते रहते हैं। इसलिए वे भी आपके आंशिक ग्राहकों की लिस्ट में शामिल है। यही कारण है की परदों की माँग हर स्थानीय बाज़ार में हमेशा ही बनी रहती है।

परदे बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

यदि आप इस बिजनेस को बेहद कम निवेश के साथ शुरू करने पर विचार कर रहे हैं तो आपको सिलाई का काम आना आवश्यक है। क्योंकि इसमें आपको परदे के कपड़ों को नहीं बनाना है बल्कि परदे के कपड़ों से परदों को बनाना है, इसलिए इसमें आपको बहुत ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता नहीं होगी। तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति जिसे सिलाई का काम पहले से आता हो वह इस तरह का यह बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है।

आवश्यक जगह का प्रबंध करें

यदि आपको सिलाई का काम आता है और आपके घर का कोई कमरा खाली है तो आप इस बिजनेस को बहुत कम निवेश के साथ उस कमरे से भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको लगता है की आपके एरिया में आप अपने द्वारा बनाये गए परदों को आसानी से बेचकर मुनाफा कम पाएंगे । तो आप इस बिजनेस को अपना ब्रांड नाम देकर भी शुरू कर सकते हैं।

इसके लिए आपको अपने घर से बाहर किसी स्थानीय मार्किट में दुकान या जगह का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है। आम तौर पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए 300-400 वर्ग फीट जगह उपयुक्त होती है। दुकान किराये पर लेते समय इसका रेंट एग्रीमेंट इत्यादि अवश्य बनवा लें। क्योंकि यह एक ऐसा दस्तावेज बन जाएगा जिसे आप अपने व्यवसाय के पता प्रमाण के तौर पर इस्तेमाल में ला सकते हैं।     

जरुरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें

यद्यपि छोटे स्तर पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए किसी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता नहीं होती है। लेकिन यदि आप अपने ब्रांड नाम के तहत परदों का निर्माण करके इन्हें बेचने पर विचार कर रहे हैं, तो आपको अपने बिजनेस को उचित वैधानिक स्वरूप प्रदान करने के लिए निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण की आवश्यकता हो सकती है।

  • आप अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर करा सकते हैं।
  • बिलिंग इत्यादि की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
  • व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड और चालू खाता खोल सकते हैं।
  • अपनी फर्म को एमएसएमई के तौर पर रजिस्टर करने के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
  • अपने ब्रांड नाम को सुरक्षित करने के लिए ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
  • स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस इत्यादि के लिए आवेदन कर सकते हैं।      

मशीनरी एवं कच्चे माल का प्रबंध करें

मशीनरी के तौर पर आपको आपकी परियोजना के आधार पर सिलाई मशीनों की आवश्यकता होती है। यह आप और आपके द्वारा रखे गए कारीगरों यानिकी मशीन ऑपरेटर पर निर्भर करता है की उन्हें किस तरह की मशीनों का संचालन करना अच्छा लगता है। इसमें हाथ से चलाने वाली, पाँव से चलाने वाली, विद्युत् से चलने वाली कई तरह की सिलाई मशीनों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

अधिक उत्पादन करने के लिए बड़ी मशीन जो एक टेबल पर इंस्टाल होती है और जिसे हाथ पाँव दोनों की मदद से आसानी से चलाया जा सके वह उपयुक्त रहती है। क्योंकि इसमें मशीन को घुमाने का काम आपके पाँव कर रहे होते हैं, और दोनों हाथ सिलाई से सम्बंधित और कार्यों को करने के लिए आज़ाद रहते हैं।

कच्चे माल के तौर पर आपको परदों का कपडा चाहिए होता है। इसे आप लम्बे थान में डायरेक्ट किसी थोक विक्रेता या टेक्सटाइल कंपनियों से भी खरीद सकते हैं। आपको कई रंग के परदे के कपड़े खरीदने की आवश्यकता होती है, इसके अलावा परदों के छेदों पर लगने वाले रिंग एवं सिलाई करने के लिए उपयोगी अन्य सामान की भी आवश्यकता कच्चे माल के तौर पर होती है ।

अच्छी बात यह है की इस बिजनेस में उपयोग में लायी जाने वाली मशीनरी एवं पूरा का पूरा कच्चा माल सभी स्थानीय बाज़ारों में आसानी से उपलब्ध है। और परदों की माँग भी लगभग सभी बाज़ारों में सामान रूप से व्याप्त है।

कर्मचारियों की नियुक्ति करें

उद्यमी को २ ३ मशीन ऑपरेटर नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है। इनकी सैलरी लोकेशन, जगह, स्थिति के हिसाब से अलग अलग हो सकती है। यदि उद्यमी खुद सिलाई का काम जानता है और वह अपना यह बिजनेस अपना ब्रांड नाम के तहत नहीं करना चाहता। तो उसे किसी प्रकार के कोई कर्मचारी को नियुक्त करने की आवश्यकता नहीं होती है।

क्योंकि परदे बनाने की प्रक्रिया इतनी आसान है की उद्यमी अकेले भी इस बिजनेस को चलाने में सक्षम है। परदे बनाने में बहुत अधिक सिलाई बनाने की भी आवश्यकता नहीं होती है आम तौर पर घरों में 7-8 फीट लम्बे और चार फीते चौड़े परदों को लगाने का चलन है । उद्यमी चाहे तो अपने ग्राहकों से कस्टम परदे बनाने के भी आर्डर ले सकता है। कस्टम परदों से आशय ऐसे परदों से है जिन्हें व्यक्तिगत व्यक्ति की व्यक्तिगत आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आर्डर पर बनाया जाता है।      

परदे बनाये और बेचें

बाज़ार से परदे बनाने के लिए कपडा खरीद लिया जाता है। फिर उस कपड़े को आवश्यक माप में काटकर अलग अलग परदों में विभाजित किया जाता है । और उसके बाद परदों के उपरी हिस्से में मोटे मोटे छेद किये जाते हैं और इनमें रिंग भी फिट किये जाते हैं, ताकि इन परदों को परदे के पैनल पर आसानी से इनस्टॉल किया जा सके।

जहाँ तक इन्हें बेचने का सवाल है परदों की दुकानों, कपड़ों की दुकानों, हैंडलूम की दुकानों में इन्हें आसानी से बेचा जा सकता है । आप चाहें तो जहाँ आप इनका निर्माण कर रहे हैं वहीँ से इनकी रिटेल में बिक्री भी शुरू कर सकते हैं। या रिटेल बिक्री करने के लिए एक अलग सी शॉप स्थानीय बाज़ार में खोल सकते हैं ।

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