गोबर से जुड़े बिजनेस आईडियाज। गाय के गोबर से बनने वाले प्रोडक्ट।

गोबर को पहले सबसे ज्यादा हेय यानिकी हिराकत की दृष्टी से देखा जाता था। इसलिए तो इस पर कई कहावतें भी विख्यात है, जो किसी काम का नही होता है लोग उसे सम्बंधित करते हुए कहते हैं की वो तो बिलकुल गोबर है। लेकिन समय को सबसे बलवान ऐसे ही नहीं कहा जाता, समय कब किसको गुड़ और कब किसको गोबर बना दे यह समय के अलावा और कोई नहीं जानता है।

जहाँ पहले गोबर को कोई नहीं पूछता था, उसे यूँ ही फेंक दिया जाता था। वर्तमान में इससे जुड़े भी कई ऐसे बिजनेस आईडिया सामने आ चुके हैं, जो किसी भी उद्यमी की कमाई कर पाने में सहायक हो सकते हैं। चूँकि आम तौर पर पशुपालन ग्रामीण भारत में ही बहुत अधिक किया जाता है, इसलिए गोबर की उत्पति भी वहीँ सबसे अधिक होती है।

लेकिन यदि आप पहले से गाय पालन करके डेयरी फार्मिंग कर रहे हैं तो आप साइड बिजनेस के तौर पर गाय के गोबर का इस्तेमाल करके शुरू किये जा सकने वाले बिजनेस भी कर सकते हैं। यदि आप एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं, और आप अपने गाँव में गोबर वह भी विशेषकर गाय के गोबर की बर्बादी देखते हैं। तो आप इस अवसर को अपनी कमाई में बदलने के लिए नीचे बताए जा रहे बिजनेस आइडियाज में से किसी एक का चयन कर सकते हैं।  

cow dung business ideas

गाय के गोबर से जुड़े बिजनेस आईडियाज (Cow Dung Business Ideas in Hindi)

वर्तमान समय में गोबर का इस्तेमाल कई तरह के उत्पादों का निर्माण करने में किया जा रहा है। गाय के गोबर का तो हिन्दू समाज में धार्मिक महत्व होने के कारण दीये, मूर्तियाँ इत्यादि बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है । ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ पशुपालन किया जाता है, वहां आज भी गोबर आपको भरपूर मात्रा में मिल जाता है । तो आइये जानते हैं ऐसे कौन कौन से बिजनेस हैं जो गोबर से जुड़े हुए हैं।

गोबर से अगरबत्ती बनाने का बिजनेस

जैसा की हमने पहले भी स्पष्ट कर दिया है की गाय का हिन्दू समाज में बड़ा धार्मिक महत्व है। इसलिए वर्तमान में इसके गोबर का इस्तेमाल अगरबत्ती बनाने के लिए भी किया जा रहा है। चूँकि गोबर के सूखने के बाद यह आसानी से आग पकड़ लेता है, और एक अच्छी अगरबत्ती में यह गुड़ होना ही चाहिए । गोबर से अगरबत्ती बनाने के लिए सिर्फ गाय के गोबर की ही नहीं बल्कि अन्य सुगन्धित पदार्थों की भी आवश्यकता होती है, जिसका मिश्रण अगरबत्ती बनाने के लिए तैयार किया जाता है।

दूसरी तरफ गोबर से मच्छर भगाने वाली अगरबती का भी निर्माण किया जा सकता है । क्योंकि यह प्रमाणित किया जा चुका है की गाय के गोबर के जलने में कुछ ऐसे तत्व प्रवाहित होते हैं, जिनसे मच्छर भाग जाते हैं।    

गोबर के उपले बनाने का बिजनेस  

गोबर के उपलों का इस्तेमाल आम तौर पर लकड़ी के विकल्प के रूप में किया जाता है । हालांकि ग्रामीण इलाकों में लोग अपना चूल्हा जलाने के लिए गोबर के उपलों को इस्तेमाल में लाते हैं । इनको बनाने की प्रक्रिया भी बहुत आसान होती है सर्वप्रथम गोबर से घास फूस इत्यादि दूर कर ली जाती है, और उसके बाद गोबर से हाथ की मदद से सांचों की मदद से रोटी की आकृति के उपले तैयार किये जाते हैं, जिन्हें बाद में धुप में सुखाने के लिए रख दिया जाता है।

जब ये उपले अच्छी तरह सुख जाते हैं तो इनका इस्तेमाल चूल्हा जलाने के लिए किया जाता है। शहरों से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसके अलावा बहुत सड़क किनारे उपलब्ध भोजनालयों में भी गोबर के उपलों का इस्तेमाल चूल्हा या तंदूर जलाने के लिए किया जाता है।   

गोबर से दिए बनाने का बिजनेस

गोबर से दिए बनाने की प्रक्रिया को भी ठीक उसी तरह से अंजाम दिया जाता है, जैसे मिटटी के दिए बनाने की प्रक्रिया को। लेकिन आम तौर पर दीये बनाने की इस प्रक्रिया में केवल और केवल गाय के गोबर का ही इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि दीयों का इस्तेमाल पूजा, पाठ पद्यति में किया जाता है, इसलिए भैंस या किसी अन्य जानवर के गोबर का इस्तेमा दीये बनाने के लिए नहीं किया जा सकता।

इन दीयों को आकृति देकर इन्हें सुखाकर इन्हें रंग बिरंगे रंगों में भी बनाया जा सकता है। इन दीयों को कई आकार, प्रकार और रंगों में खूबसुरती के साथ बनाया जा सकता है।     

गोबर को खाद के रूप में बेचना

खाद के रूप में गोबर का इस्तेमाल प्राचीनकाल से ही होता आ रहा है। इसलिए आप चाहें तो गोबर को ज्यों के त्यों अन्य किसानों को खाद के रूप में इस्तेमाल करने के लिए भी बेच सकते हैं। अर्धनगरीय क्षेत्रों में गोबर ₹0.8 प्रति किलो से लेकर ₹2 प्रति किलो तक बिकता है।

यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ पर लोग गोबर का मूल्य नहीं समझते तो वहां पर आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू करके अपनी कमाई तो कर ही सकते हैं। साथ में उनकी कमाई भी करा सकते हैं जो गोबर को केवल फेंकने वाली चीज समझते हैं । गोबर का इस्तेमाल फसल उत्पादन और खेती करने में प्राकृतिक खाद के तौर पर सदियों से चला आ रहा है।      

गोबर से गत्ता बनाने का बिजनेस

आप कोई भी कॉपी किताब खरीदिये, उसके बाहर जो कवर होता है वह अन्य पन्नों की तुलना में मोटा होता है। क्या आप जानते हैं उस तरह का वह गत्ता भी गोबर से बनाया जाता है। हालांकि इसमें गोबर के अलावा नारियल की जटाओं, पुराने कागज़ की लुगदी इत्यादि का भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यह संभव है की आप मुख्य कच्चे माल के तौर पर गोबर का इस्तेमाल करके भी कई तरह का गत्ता तैयार कर सकते हैं। भारत में इसके लिए मशीनरी और प्रौद्योगिकी पहले से विकसित हो चुकी है।     

गोबर से मच्छर भगाने वाली कोइल

मच्छर भगाने वाली कोइल से तो आप अच्छी तरह से अवगत होंगे । वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में लगभग हर जगह मच्छर फ़ैल चुके हैं । पहले मच्छर केवल शहरों तक ही सिमित थे लेकिन अब ऐसा नहीं है अब हर जगह आपको मच्छर देखने को मिल जाएँगे। मच्छरों से निजात पाने और चैन की नींद सोने के लिए लोग अनेकों तरीके और उत्पादों को आजमाते हैं।

इन्हीं उत्पादों में से एक का नाम मच्छर कोइल है यह जलेबी की आकृति की घुमावदार होती है। और इसका इस्तेमाल भी अगरबत्ती की तरह इसके सिरे पर अग्नि प्रज्वलित करके किया जाता है। यानिकी इसके अगर सिरे पर माचिस से आग लगाई जाती है और यह धीरे धीरे जलती रहती है, इससे निकलने वाला धुआं मच्छरों को दूर भगाता है।     

गोबर गैस बनाने का बिजनेस

गोबर गैस बनाने के लिए उपर्युक्त सभी बिजनेस की तुलना में थोड़ा अधिक निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। और सबसे बड़ी बात की इसकी तकनिकी जानकारी होना भी नितांत आवश्यक होता है । गैस बनाकर उसे सिलिंडर इत्यादि में कैसे भरना है, की भी सभी जानकारी होनी चाहिए। और यह सारा काम सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।

भारत में कई गांवों में कई उद्यमी ऐसे हैं जो पहले से इस तरह का यह बिजनेस कर रहे हैं । गोबर से जुड़े इस बिजनेस को शुरू करने से पहले उद्यमी चाहे तो इन उद्यमियों से संपर्क करके इसका व्यवहारिक ज्ञान अवश्य प्राप्त कर ले।   

गोबर से गमले बनाने का बिजनेस

वर्तमान में आप बाज़ार में कई तरह के गमलों को देखते होंगे इनमें मुख्य रूप से मिटटी के बने हुए गमले प्रसिद्ध है। लेकिन वर्तमान फ्लाई एश जो की एक प्रकार की राख होती है का इस्तेमाल करके भी गमले बनाये जा रहे हैं । आप चाहें तो गोबर के साथ कुछ सहायक कच्चे माल जैसे फ्लाई एश या मिटटी का इस्तेमाल करके भी गमलों का निर्माण कर सकते हैं। इन्हें माँग के हिसाब से किसी भी रंग, आकृति और डिजाईन का बनाया जा सकता है।     

गोबर से राखी बनाने का बिजनेस

रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है यह निबंध तो आपने बचपन में पढ़ा होगा। लेकिन अब तक आप अपनी जिन्दगी में कई बार राखी का त्यौहार मना भी चुके होंगे। जब से चीन ने भारत के साथ गलवान घाटी में हिंसा की, तब से देश में चीन के खिलाफ माहौल बनना शुरू हुआ है। और देश में लगातार चीन में निर्मित सामनों एवं अन्य उत्पादों का बहिष्कार हो रहा है।

ऐसे में जब बात स्वदेशी राखी की आती है तो उसमें गाय के गोबर से बनी राखी का भी जिक्र होता है। सुनने में गोबर की राखी भले ही थोड़ा अटपटा लगता हो, लेकिन इन्हें इतने सुन्दर तरीके से बनाया जाता है की कोई इस बात का अंदाजा ही नहीं लगा सकता की वाकई में इन्हें गाय के गोबर का इस्तेमाल करके बनाया गया हो ।

चूँकि राखी केवल साल में एक बार आती है इसलिए इस तरह का यह बिजनेस आपको पूरे साल तो कमाई करके नहीं दे सकता। लेकिन इसे आप एक साइड बिजनेस के तौर पर रक्षाबंधन आने के कुछ दिनों या माह पूर्व शुरू कर सकते हैं ।  

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