लेबर सप्लाई बिजनेस कैसे शुरू करें। How to Start Labour Supply Business.

Labour Supply Business इन दिनों काफी प्रचलित बिजनेस में से एक है। बिना मजदूर या इंसानी ताकत के किसी भी चीज का निर्माण करना संभव नहीं है। इसलिए हर जगह चाहे कोई फैक्ट्री हो, कंपनी हो, कंस्ट्रक्शन साईट हो या फिर खेती ही क्यों न हो हर काम को करने के लिए मजदूरों की आवश्यकता होती है। कुछ काम ऐसे होते हैं जो नियमित तौर पर होते रहते हैं उनके लिए कंपनियाँ या अन्य संगठन लोगों को नियमित नौकरी पर रखते हैं।

लेकिन कुछ काम ऐसे भी होते हैं जो केवल कुछ दिनों या महीनों के लिए ही होते हैं । और इस तरह के कार्यों को पूर्ण करने के लिए कम्पनी या संगठनों को कुछ समय के लिए ही मजदूरों इत्यादि की आवश्यकता होती है । हालांकि वर्तमान में हाउसकीपिंग स्टाफ, माली इत्यादि को भी कम्पनी एवं संगठन अपने पे रोल पर न रखकर थर्ड पार्टी पे रोल पर रखना ही पसंद करते हैं। ऐसे में यदि आप स्वयं का Labour Supply Business शुरू करते हैं तो यह आपके लिए बेहद लाभकारी हो सकता है।

देश में औदयोगिक क्षेत्र में हो रहे विकास और कंस्ट्रक्शन कामों में हो रही वृद्धि के कारण देश भर में मजदूरों की काफी माँग देखी गई है । यद्यपि आम तौर पर देखा जाता है की जो बिल्डिंग या घर निर्माण करने वाले बिल्डर या कंपनियाँ होती हैं उनके पास स्वयं के मजदूर होते हैं। लेकिन यदि उन्हें किसी अन्य शहर में कोई बिल्डिंग या घर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला होता है तो फिर उन्हें स्थानीय स्तर पर ही मजदूरों का प्रबंध करना होता है। इसके लिए वे उस क्षेत्र में Labour Supply Business शुरू करने वाले उद्यमी या लेबर कांट्रेक्टर से संपर्क करते हैं।

सिर्फ यही नहीं कई सरकारी प्रोजेक्ट जो सालों साल चलते हैं को भी भारी मात्रा में मजदूरों की आवश्यकता हो सकती है। इन परियोजनाओं में काम करने वाले मजदूरों को भी Labour Supply करने वाली कंपनी के माध्यम से ही काम पर रखा जाता है। इसलिए यदि आपको मजदूरों से डील करना या काम निकलवाना आता है तो आपके लिए Labour Supply Business शुरू करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है।

Labour Supply business

Labour Supply करने का बिजनेस क्या होता है?

इसे आप Manpower Supply Business भी कह सकते हैं । इस तरह के व्यवसाय में आपको अपने पास अलग अलग कुशल अकुशल मजदूरों को बनाये रखना होता है। और जब भी कोई कंपनी, व्यक्ति, संगठन अपनी आवश्यकता के अनुसार आपसे लेबर की माँग करता है। उस ग्राहक के लिए उसकी आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त व्यक्ति का चुनाव करके उसे वहाँ पर काम पर नियुक्त करना होता है ।

काम पर नियुक्त उस कर्मचारी या मजदूर का सारा खर्चा उस कंपनी, संगठन या व्यक्ति को वहन करना होता है जिसके लिए वह काम कर रहा होता है। आपकी कमाई का स्रोत सर्विस चार्ज होता है, जिसे आप बिल के दौरान अपने ग्राहक पर लगाते हैं। आप चाहें तो प्रत्येक चयनित मजदूर या कर्मचारी पर अपने ग्राहक को कमीशन भी चार्ज कर सकते हैं। अच्छे संपर्क हों तो Labour Supply Business बेहद कम निवेश के साथ भी शुरू किया जा सकता है।

Labour Supply Business में आपके ग्राहक होंगे

जहाँ तक आपके ग्राहकों का सवाल है इस तरह का बिजनेस शुरू करने में आपके ग्राहक के तौर पर बिल्डर, सड़क पुलों इत्यादि का निर्माण करने वाले ठेकेदार, घर बनाने का ठेका लेने वाले ठेकेदार इत्यादि हो सकते हैं। मान लीजिये की एक बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी है जो मुख्य तौरपर दिल्ली में अपना काम करती है और दिल्ली में उसके पास उसके अपने लॉयल मजदूर भी उपलब्ध हैं।

लेकिन उसी कंपनी को आगरा में बिल्डिंग बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है और इस स्थिति में उसके मजदूर दिल्ली से आगरा जाने में अक्षम हैं। क्योंकि उनके पास दिल्ली में ही काम की कमी नहीं है, दूसरा यह भी हो सकता है की उसके सारे मजदूर दिल्ली किसी अन्य प्रोजेक्ट में व्यस्त हों। इस स्थिति में वह बिल्डर आगरा में किसी Labour Supply करने वाली कंपनी से संपर्क करेगा । ताकि उसे उसके काम के लिए उपयुक्त मजदूर मिल सकें।

जरुरी नहीं है की यह कोई बाहर का ठेकेदार या बिल्डर ही हो, वहीँ स्थानीय बिल्डर या ठेकेदार भी हो सकता है जिसके पास स्वयं की मजदूरों की कोई टीम न हो। आपको अपने Labour Supply Business को सफल बनाने के लिए अपने ग्राहकों को उपयुक्त उम्मीदवार देना है। ऐसा नहीं होना चाहिए की कोई ग्राहक आपके पास माली के लिए आया, और आपने उसे कोई ऐसा व्यक्ति दे दिया जिसे माली का काम करना ही नहीं आता हो।

Labour Supply बिजनेस कैसे शुरू करें?

मामला इंसानों यानिकी मानव संसाधन से जुड़ा हुआ है, इसलिए Labour Supply Business शुरू करने के लिए आपको अनेकों प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ सकता है। इसमें सबसे पहले तो आपको यही निर्णय लेना होता है की आप किस इंडस्ट्री को मजदूर सप्लाई करने की सोच रहे हैं। किसी एक विशेष इंडस्ट्री का चयन करने से आपके ग्राहकों में आपके बिजनेस के प्रति विश्वसनीयता बढती है। और वे आपको उस इंडस्ट्री के एक विशेषज्ञ के तौर पर देखते हैं। इसलिए उम्मीद यह रहती है की उस विशेष इंडस्ट्री से सम्बंधित अधिक से अधिक काम आपको मिल ही जाता है।

इंडस्ट्री का चयन करें

Labour Supply Business शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले उस इंडस्ट्री का चयन करना होगा जिस इंडस्ट्री को आप मैनपावर सप्लाई करना चाहते हैं । यदि ट्रांसपोर्टेशन इंडस्ट्री को आप मैनपावर सप्लाई करना चाहते हैं तो जाहिर सी बात है की आपका फोकस ड्राईवर और हेल्पर इत्यादि को अपने साथ जोड़ने का होना चाहिए। और यदि कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री को आप लेबर सप्लाई करने का विचार कर रहे हैं तो आपको राज मिस्त्री, हेल्पर, मजदूर इत्यादि को अपने साथ जोड़ना होगा । ताकि जरुरत पड़ने पर आप कभी भी उन्हें बुलाकर काम दिला सकें । आप चाहें तो अलग अलग इंडस्ट्री को भी Labour Supply करने का काम कर सकते हैं। लेकिन इसमें आप अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने में असफल हो सकते हैं।  

Labour Supply Business को रजिस्टर करें

आप चाहें तो छोटे स्तर पर अपने व्यवसाय को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज में प्रोप्राइटरशिप या वन पर्सन कंपनी के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं। और जब आपकी कंपनी बढ़ने लगे तो उसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में परिवर्तित कर सकते हैं। हालांकि लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन भी इस बात पर निर्भर करते हैं की आप इस बिजनेस के कौन से प्रकार के साथ जाना चाहते हैं।

Labour Supply Business का पहला प्रकार यह है की इसमें आप अपने ग्राहक को मजदूर या कर्मचारी प्रदान करते हैं और वे आपको उसका कमीशन देते हैं । यह लगभग एक जॉब कंसल्टेंसी के समान ही है। दूसरा प्रकार यह है की इसमें आप मजदूरों या कर्मचारी को अपने पे रोल पर रखते हैं, लेकिन काम उन्हें आपके ग्राहकों का करना होता है।

इस प्रक्रिया में कर्मचारी या मजदूरों की सैलरी से लेकर ईपीएफ, ईएसआई एवं अन्य सभी खर्चे उस कंपनी द्वारा वहन किये जाते हैं । जहाँ ये लोग काम कर रहे होते हैं, इन खर्चों के अलावा उस कंपनी पर आप प्रत्येक कर्मचारी के बिल पर सर्विस चार्ज भी लगाते हैं।  और यही सर्विस चार्ज आपकी कमाई का स्रोत होता है ।

यदि आप Labour Supply Business शुरू करने के लिए दूसरा तरीका अपनाते हैं तो इसमें आपको ईपीएफ, ईएसआई, टैक्स आइडेंटिफिकेशन नंबर इत्यादि रजिस्ट्रेशन कराने भी अनिवार्य हो जाते हैं। लेकिन चूँकि पहले तरीके में आप सिर्फ बिचौलिए का किरदार अदा कर रहे होते हैं। इसलिए इस तरह के पंजीकरण की अनिवार्यता नहीं होती है। लेकिन कंपनी रजिस्ट्रेशन के अलावा, टैक्स रजिस्ट्रेशन, बैंक में चालू खाता इत्यादि खोलने की आवश्यकता हो सकती है ।  

लाइसेंस प्राप्त करें

आपके ग्राहक के तौर पर व्यक्तिगत व्यक्ति के अलावा संगठन या कंपनियाँ भी हो सकती हैं। व्यक्तिगत व्यक्ति तो यदि आप पंजीकृत लेबर कांट्रेक्टर नहीं हैं तभ भी डील कर लेगा । लेकिन कोई संगठन या कंपनी आपके बिजनेस में तभी रूचि दिखाएगी जब आप नियम और कानूनों के मुताबिक एक पंजीकृत लेबर कांट्रेक्टर होंगे। इसलिए Labour Supply Business शुरू करने के लिए आपको अपनी कंपनी को लेबर कांट्रेक्टर के तौर पर रजिस्टर कराने की आवश्यकता होगी। यह काम आप राज्य द्वारा अधिकृत स्थानीय प्राधिकरण या लेबर डिपार्टमेंट के माध्यम से भी कर सकते हैं ।   

अपना ऑफिस स्थापित करें

अब जब आपने खुद का Labour Suplly Business शुरू करने के लिए सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली हों, तो अब आप अपने द्वारा पूर्व में चयनित जगह पर ऑफिस को स्थापित कर सकते हैं । हालांकि ऑफिस के लिए जगह ढूँढने का काम लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करने से पहले हो जाना चाहिए । क्योंकि लाइसेंस और पंजीकरण के दौरान ऑफिस का पता देना होता है।

यद्यपि आपको इस छोटे स्तर पर इस तरह का ऑफिस स्थापित करने के लिए एक कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन, इन्टरनेट कनेक्शन और एक ऑफिस रीसेप्सनिष्ट की आवश्यकता हो सकती है । जो आपकी अनुपस्थिति में ग्राहकों से संपर्क कर सके और ऑफिस सम्बन्धी छोटे छोटे काम कर सके।  

स्थानीय मजदूरों को अपने साथ जोड़ें

ऑफिस स्थापित करने के बाद आपको जिस इंडस्ट्री का आपने चुनाव किया हो उससे सम्बंधित मजदूरों या मैनपावर को अपने साथ जोड़ना है। उनका एक डेटाबेस तैयार करना है। मान लीजिये की आपने अपने Labour Supply Business के लिए कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री का चुनाव किया है, तो इस स्थिति में आप अपने आस पास चल रहे कंस्ट्रक्शन साईट पर जाकर मजदूरों से संपर्क कर सकते हैं। और उनसे अपने साथ जुड़ने के फायदे शेयर कर सकते हैं। यदि वे स्थानीय मजदूर हैं तो उनका मोबाइल नंबर के अलावा उनके घर का पता भी आपके पास होना चाहिए।    

मार्केटिंग करें और कमाई करें

जब अच्छी संख्या में आपके साथ उपयुक्त मैनपावर जुड़ जाती है तो उसके बाद आपका पूरा लक्ष्य अपने Labour Supply Business के लिए उचित ग्राहक ढूँढने का होना चाहिए। इस बात का इंतजार करते हुए निष्क्रिय न पड़े रहें की ग्राहक मेरे ऑफिस के द्वार पर खुद आएगा। बल्कि ग्राहकों तक पहुँचने का हर एक माध्यम जो आपको पता हो और आपके बजट में संभव हो उसे अपनाएं।

वर्तमान में कई इन्टरनेट प्लेटफोर्म के माध्यम से उद्यमी अपने बिजनेस को बिना किसी खर्च के भी प्रमोट कर सकता है । इसके लिए आप चाहें तो गूगल बिजनेस, जस्ट डायल इत्यादि वेबसाइट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी अपने संभावित ग्राहकोंतक पहुँचने का भरपूर प्रयत्न कर सकते हैं ।           

अन्य लेख भी पढ़ें

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *