बाइक और स्कूटी किराये पर देने का बिजनेस कैसे शुरू करें? Bike Rental Business Plan.

कहीं पर इस बिजनेस (Bike rental Business) से अनभिज्ञ तो नहीं है? और आप ये तो नहीं सोच रहे हैं की भला की व्यक्ति बाइक या स्कूटी किराये पर क्यों लेगा? हो सकता है की आपने पहले कभी इस तरह के बिजनेस के बारे में न सुना हो । लेकिन यह भी जरुरी नहीं है की जिसके बारे में आपने नहीं सुना होगा तो उसका कोई अस्त्तिव नहीं होगा, या फिर उस बिजनेस को करने से लाभ ही नहीं होगा।

जी हाँ आज जब मैं इस तरह के बिजनेस पर बात कर रहा हूँ, तो मुझे वर्ष २००४ के वो दिन याद आ रहे हैं। जब हम अपने स्कूल से जाते समय और आते समय आधा घंटा एक घंटे के लिए साइकिल किराया पर ले लेते थे । उस समय एक घंटा साइकिल चलाने का किराया मात्र १० रुपया हुआ करता था, और कभी कभी हम आधा घंटे के लिए ₹5 में भी साइकिल किराया पर लिया करते थे।

लेकिन आज हम इस लेख के माध्यम से साइकिल की नहीं, बल्कि बाइक किराये पर देने के बिजनेस की बात कर रहे हैं। जैसा की हम सबको पता है की शहरों में ग्रामीण इलाकों की तुलना में घनघोर जनसँख्या निवास करती है, ऐसे में कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें कई तरह के कार्यों को करने के लिए बाइक किराये पर लेने की आवश्यकता हो सकती है ।

लोगों की इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आप चाहें तो खुद का बाइक रेंटल बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन इस बिजनेस में कुछ जोखिम भी शामिल है उसका जिक्र इसी लेख में हम आगे करेंगे।

Bike rental business in hindi
Image: Bike rental Business in Hindi

बाइक रेंटल बिजनेस क्या होता है?

एक ऐसा बिजनेस जिसमें उद्यमी बाइक/स्कूटी किराये पर देकर पैसे कमा रहा होता है, उसे बाइक रेंटल बिजनेस कह सकते हैं । मान लीजिये की रवि के सारे दोस्तों ने मिलकर अपनी अपनी बाइक लेकर कही जाने का प्लान बनाया है, लेकिन दुर्भाग्यवश रवि के पास अपनी बाइक नहीं है । ऐसे में रवि भी चाहता है की वह भी बाइक लेकर अपने दोस्तों के साथ घुमने जाय। इस स्थिति में रवि के पास एक ही विकल्प बचता है की वो दो दिन के लिए कोई बाइक किराये पर ले और उसे लेकर अपने दोस्तों के साथ घुमने निकल जाय।

यह तो बाइक रेंटल बिजनेस की आवश्यकता क्यों है उसका एक उदाहरण था इसके अलावा कई अन्य उदाहरण भी हो सकते हैं। जिसमें बड़े शहरों में लोगों को घंटे, आधे घंटे यहाँ तक की बीस मिनट के लिए भी बाइक इत्यादि रेंट पर लेने की आवश्यकता महसूस होती है।

बाइक और स्कूटी किराये पर देने का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start Bike Rental Business in India)

यदि आप खुद का बाइक और स्कूटी किराये पर देने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो इस बिजनेस को सफलतापूर्वक चलाने की संभावना तब अधिक हो जाती है, जब आपको खुद बाइक रिपेयरिंग इत्यादि का काम भी आता हो।वह इसलिए क्योंकि जब आपको इस तरह का काम आएगा तो तभी आप बाइक और स्कूटी की क्या स्थिति है उसका पता लगाने में सक्षम हो पाएंगे।

क्योंकि ऐसा नहीं होना चाहिए की कोई ग्राहक आपसे लम्बे टूर के लिए बाइक किराये पर ले रहा हो, और रस्ते में बाइक खराब हो जाय या फिर उसमें अचानक से ही कुछ दिक्कतें आने लगे । अगर ऐसा होता है तो फिर वह ग्राहक आपके पास दुबारा कभी नहीं आएगा । इसलिए यदि आपको बाइक रिपेयरिंग का काम आता होगा तो आप यह तय कर पाने में सफल हो पाएंगे की लम्बे टूर के लिए कौन सी बाइक किराये पर देनी है, और कुछ घंटों या मिनटों के लिए कौन सी।

सिर्फ इतना ही नहीं इसके अलावा भी कई ऐसे कदम हैं, जिन्हें आपको अपना बाइक रेंटल बिजनेस शुरू करने के लिए उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

यह भी पढ़ें – इंडिया में बाइक रिपेयरिंग का बिजनेस कैसे शुरू करें?   

बिजनेस के लिए एक अच्छी लोकेशन का चयन करें

हालांकि इस तरह के इस बिजनेस को किसी भी बड़े शहर में आसानी से संचालित किया जा सकता है । क्योंकि वहाँ पर कई लोगों को कई तरह के कामों को निबटाने के लिए बाइक या स्कूटी किराये पर लेने की आवश्यकता हो सकती है।

लेकिन आम तौर पर इस बिजनेस के लिए एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन को सबसे आदर्श लोकेशन माना जाता है। जहाँ पर देश विदेश से आने वाले टूरिस्ट को स्थानीय स्तर पर घुमने के लिए स्कूटी या बाइक किराये पर लेने की आवश्यकता हो सकती है ।

कहने का आशय यह है की एक ऐसी लोकेशन जहाँ पर देश विदेश से लोग घुमने आते हों, वह लोकेशन बाइक रेंटल बिजनेस के लिए उपयुक्त लोकेशन हो सकती है । इसलिए इस तरह का यह व्यापार शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले एक आदर्श लोकेशन का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है।  

दुकान या स्टोर का प्रबंध करें

भले ही दिन में आप बाइक को बाहर स्टैंड करके रखते हों, लेकिन शाम को जब आप अपनी दुकान को बंद करके घर को जाएँगे, तो उस समय आप सारी बाइक को खुले में बाहर नहीं छोड़ सकते हैं। इसलिए आपको कम से कम एक इतनी बड़ी दुकान की आवश्यकता होती है जहाँ पर ज्यादा नहीं तो कम से कम १० बाइक तो आसानी से खड़ी की जा सकें।

और बाइक खड़ी करने के बाद भी उस रूम में इतनी जगह बची होनी चाहिए की बाइक को अन्दर लगाने और बाहर लगाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इस तरह से देखें तो इस बिजनेस के लिए आपको कम से कम 200 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है।

दुकान किराये पर लेते समय इस बात का ध्यान रखें की दुकान के बाहर भी पर्याप्त जगह होनी चाहिए जहाँ पर दिन में आप सारी बाइक को खड़ी कर सकें। क्योंकि जब लोग आपकी दुकान में बाइक या स्कूटी खड़ी हुई देखेंगे तभी वे आपकी दुकान की ओर आकर्षित होंगे। और दुकान का रेंट एग्रीमेंट भी अवश्य बनवा लें ताकि आप इसे पता प्रमाण के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकें।      

जरुरी लाइसेंस पंजीकरण करवाएँ

चूँकि आप सड़क पर चलने वाले दुपहिया वाहनों का बिजनेस कर रहे होते हैं । ऐसे में आप कभी भी किसी भी क़ानूनी पचड़े में फँस सकते हैं । इसलिए आप चाहें तो अपने बिजनेस की प्रॉपर वैधानिक तरीके से शुरू करने के लिए निम्न लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त कर सकते हैं।

  • अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन कराएँ आप चाहें तो शुरूआती दौर में प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं ।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के रूप में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता हो सकती है।
  • लोकल आरटीओ ऑफिस से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट या फिर लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है।
  • स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पंचायत, नगर पालिका इत्यादि से ट्रेड लाइसेंस लेने की आवश्यकता हो सकती है।
  • इसके अलावा हर वाहन का रजिस्ट्रेशन, पोल्यूशन, बीमा इत्यादि दस्तावेज आपके पास तैयार रहने चाहिए ।
  • स्थानीय पुलिस थाने से भी आपको इस बिजनेस के लिए एनओसी या लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। क्योंकि दुपहिया वाहनों की किसी अपराध इत्यादि में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।     

पुरानी बाइक और स्कूटी खरीदें

बाइक रेंटल बिजनेस शुरू करने के लिए नई बाइक खरीदना वैसे भी फायदे का सौदा नहीं है। क्योंकि आपने इन्हें किसी दुसरे को सड़क पर चलाने के लिए देना है। और सड़क पर कौन कैसी बाइक स्कूटी चलाता है यह आप नहीं जानते हैं।

इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा की आप कुछ पुरानी बाइक और स्कूटी से ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने एरिया में सेकंड हैण्ड बाइक बेचने वालों से संपर्क कर सकते हैं। जरुरी नहीं है की शुरू में आप १० -२० बाइक खरीदकर ही इस बिजनेस की शुरुआत करें।

बल्कि आप चाहें तो ३-४ पुरानी बाइक/स्कूटी खरीदकर भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं। और जब आपको लगने लगे की माँग ज्यादा है और आपके पास बाइक कम पड़ रही हैं तो फिर आप एक एक दो दो करके बाइक की संख्या में इजाफा कर सकते हैं।

यदि आप खुद बाइक/स्कूटी रिपेयरिंग का काम जानते हैं तो आप किसी व्यक्तिगत व्यक्ति जो खुद की बाइक या स्कूटी बेचना चाहता हो उससे भी इन्हें सस्ते दामों में खरीद सकते हैं। लेकिन इसमें आपको इतना जरुर ध्यान रखना है की बाइक या स्कूटी के सभी कागज़ जैसे आरसी, इंश्योरेंस, पोल्यूशन इत्यादि प्रॉपर होने चाहिए।       

जरुरी दस्तावेजों की लिस्ट तैयार करें

अब जब आप अपने बिजनेस के लिए बाइक खरीद लेते हैं तो आप चाहें तो नजदीकी आरटीओ ऑफिस में जाकर इनकी ओनरशिप चेंज करवा सकते हैं । पेमेंट करने के बाद ओनरशिप चेंज करा लेना सही भी होता है। लेकिन कुछ ऐसे उद्यमी भी हैं जो इस तरह का यह बिजनेस बिना ओनरशिप चेंज कराये हुए ही शुरू कर देते हैं। लेकिन उनके पास इनके सभी कागज मौजूद होते हैं।

अब आपको उन दस्तावेजों की लिस्ट तैयार करनी होगी, जो आपको कोई बाइक या स्कूटी किराये पर देते वक्त अपने ग्राहक से लेनी होती हैं। इसमें एक पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी और रिफंडेबल सिक्यूरिटी अमाउंट आपको ग्राहक से लेने की आवश्यकता होगी।

ध्यान रहे की आईडी प्रूफ यानिकी फोटो पहचान पत्र से बाइक किराये पर लेने वाले की फोटो का मिलान अवश्य कर लें । क्योंकि ऐसा न हो की कोई अन्य व्यक्ति किसी अन्य का फोटो पहचान पत्र इस्तेमाल करके आपसे बाइक या स्कूटी किराये पर ले जा रहा है । इस तरह के वेरिफिकेशन को करने के लिए आप चाहें तो बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं । 

यह भी पढ़ें – भारत में खुद का ऑटो स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस कैसे शुरू करें?     

कीमत निर्धारित करें

यदि आप इस बिजनेस की शुरुआत १० बाइक/स्कूटी से कर रहे हैं, तो ध्यान रहे की पास कम से कम पांच वैरायटी तो अपने ग्राहकों के लिए होनी चाहिए। जैसे इसमें दो स्कूटी, दो नार्मल बाइक, कम से कम जो बुलेट, २ स्पोर्ट्स बाइक और दो कोई अन्य केटेगरी की बाइक होनी चाहिए।  

क्योंकि यदि आप एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहे है, तो वहां पर अधिकतर ग्राहक आपके पास ऐसे आएँगे जो उस एरिया में बाइक राइडिंग का आनंद लेना चाहते होंगे।इसलिए हो सकता है वे आपसे किसी महंगी बाइक जैसे बुलेट या स्पोर्ट्स बाइक की डिमांड करने लगें।

इसलिए यह जरुरी हो जाता है की बाइक रेंटल का बिजनेस करने वाला उद्यमी अपनी दुकान में कई तरह की बाइक रेंट पर देने के लिए रखे, और उनके घंटे, दिन के हिसाब से किराया तय करे।

जैसे स्वाभाविक है की एक स्कूटी का रेंट बाइक की तुलना में कम हो सकता है, और एक नार्मल बाइक का रेंट बुलेट या स्पोर्टी बाइक की तुलना में कम हो सकता है ।   

सर्विस देना शुरू करें

जब आप अपने बिजनेस को शुरू करने के लिए सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर चुके होते हैं, तो उसके बाद आपका पूरा फोकस अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुँचने का होना चाहिए। हालांकि यदि आप किसी अच्छी लोकेशन पर इस तरह के बिजनेस को कर रहे हैं, तो ग्राहकों को आपकी दुकान तक पहुँचते हुए ज्यादा देर नहीं लगने वाली है।

लेकिन फिर भी जैसा की हम अपने हर लेख में कहते हैं की एक दुकानदार को अपनी दुकान तक पहुँचने के लिए ग्राहकों का इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि खुद ग्राहकों तक पहुँचने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए आप चाहें तो सोशल मीडिया, बिजनेस डायरेक्टरी, यूट्यूब इत्यादि के माध्यम से आप आपने बिजनेस को फ्री में भी प्रमोट कर सकते हैं।

FAQ (प्रश्नोत्तर) :

बाइक किराये पर देने का बिजनेस कहाँ अच्छा चलेगा?

एक ऐसी लोकेशन जहाँ पर भीड़ भाड़ होने के साथ साथ एक टूरिस्ट लोकेशन भी हो, वहाँ पर इस तरह का यह बिजनेस अच्छा चल सकता है।

क्या गाँवों में यह बिजनेस किया जा सकता है?

ग्रामीण एरिया के लिए यह बिजनेस लाभप्रद नहीं है, लेकिन फिर भी आप चाहें तो जिस ग्रामीण इलाके में इसे शुरू करना चाहते हैं, इसकी माँग का आकलन कर सकते हैं ।    

बाइक रेंटल बिजनेस शुरू करने में लागत

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको एक दुकान की तुलन में थोड़ी सी बड़ी जगह की आवश्यकता होती है। इसलिए हो सकता है की बड़ी जगह का अच्छी लोकेशन पर थोड़ा रेंट भी ज्यादा हो। रेंट के अलावा जो इस बिजनेस को शुरू करने में मुख्य खर्चा है वह है बाइक और स्कूटी खरीदने में आने वाला खर्चा।

यही कारण है की इस बिजनेस (Bike Rental Business) में आने वाला खर्चा पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है की आप कितनी बाइक/स्कूटी के साथ किस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।

यदि आप शुरूआती दौर में केवल ५ पुरानी बाइक/स्कूटी के साथ भी इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं, तब भी आपको कम से कम ₹3 लाख तक की आवश्यकता हो सकती है ।

यह भी पढ़ें