मोबाइल बैक कवर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें। Mobile Back Cover Making Business.

मोबाइल को टूटने फूटने से सुरक्षा प्रदान करने में Mobile Back Cover की भूमिका सबसे अहम् हो जाती है। जी हाँ वर्तमान में भारत में भी अधिकतर जनसँख्या द्वारा स्मार्टफोन इस्तेमाल किया जा रहा है।

और जैसा की हम सब जानते हैं की एक स्मार्टफोन कीपैड फ़ोन की तुलना में महंगा और जल्दी टूटने वाला हो सकता है। ऐसे में यदि यह कहीं पर आपके हाथ से छूट जाता है तो इसकी स्क्रीन एवं अन्य पार्ट टूट सकते हैं।

लेकिन यह देखा गया है की जिन मोबाइल में बैक कवर लगा हुआ होता है वे मोबाइल यदि गलती से हाथ से छूट भी जाएँ, तो उनमें नुकसान होने की संभावना कम होती है।

मोबाइल बेक कवर के इसी फायदे को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में लगभग सभी लोगों द्वारा अपने स्मार्टफोन में मोबाइल बेक कवर लगाये जाते हैं।

किशोर एवं युवा अपने मोबाइल में बैक कवर सिर्फ मोबाइल को टूटने फूटने से बचाने के लिए नहीं बल्कि इसे आकर्षक एवं सुन्दर बनाने के लिए भी करते हैं, और वे अधिकतर ऐसे मोबाइल बेक कवर का इस्तेमाल करते हैं जिनमें आकर्षक प्रिंटिंग हुई होती है।

कहने का आशय यह है की वर्तमान में मोबाइल बैक कवर का बाज़ार बहुत बड़ा है, बाज़ार में प्रतिदिन लोगों को लाखों मोबाइल बैक कवर खरीदने की आवश्यकता होती है।

यही कारण है की आज हम हमारे इस लेख के जरिये आपको मोबाइल बैक कवर बनाने का बिजनेस शुरू करने सम्बन्धी सभी जरुरी जानकारी प्रदान करने वाले हैं।

mobile back cover business
Image: Mobile back Cover

मोबाइल बैक कवर क्या होता है

वर्तमान में जो स्मार्टफोन इस्तेमाल में लाये जा रहे हैं उनके आगे की तरफ चौड़ी स्क्रीन होती है ऐसे में मोबाइल को सुरक्षा प्रदान करने और आकर्षक लुक प्रदान करने के लिए स्मार्टफोन के पीछे जो कवर पहनाया जाता है उसे मोबाइल बैक कवर कहा जाता है।

कुछ मोबाइल कवर ट्रांसपेरेंट होते हैं तो कुछ अलग अलग रंगों काले, पीले, नीले होते हैं। ये आम तौर पर लैदर, प्लास्टिक और सिलिकॉन से बने हुए होते हैं। प्लास्टिक के मोबाइल कवर बनाने के लिए प्रमुख तौर पर प्लास्टिक के जिस स्वरूप का इस्तेमाल किया जाता है उसका नाम पालीकार्बोनेट है।

यह एक बहुत ही सख्त प्लास्टिक होता है यही कारण है की इसका इस्तेमाल बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने के लिए भी किया जाता है।

मोबाइल बैक कवर मोबाइल को कई तरह के खतरों, स्क्रैच, टूट फूट इत्यादि से बचाने के साथ साथ इन्हें एक आकर्षक लुक प्रदान करने में भी मदद करता है।

मोबाइल बैक कवर को लोग क्यों खरीदते हैं?

चाहे आप ग्रामीण पृष्ठभूमि से हों या फिर शहरी, आपके घर परिवार में जितने भी वयस्क सदस्य होंगे उनके पास खुद का निजी मोबाइल फोन अवश्य होगा। और वह भी कीपैड वाला नहीं बल्कि टच स्क्रीन वाला फोन होगा।

जैसा की हम सब जानते हैं की कीपैड वाले फ़ोन की तुलना में टच स्क्रीन वाले फ़ोन को ज्यादा देख रेख की आवश्यकता होती है। क्योंकि एक छोटी सी गलती भी इस फोन को भारी नुकसान पहुँचा सकती है।

यदि टच वाले फोन गलती से हाथ से छूट या कहीं से गिर जाते हैं तो सबसे ज्यादा खतरा इनकी टच स्क्रीन ख़राब होने का होता है। और जब आप इस स्क्रीन को ठीक करने पहुँचते हैं, तो फिर मोबाइल रिपेयर करने वाला व्यक्ति उसका पूरा फोल्डर ही चेंज करने को कहता है।

जिसके लिए वह कम से कम सस्ते सस्ते फ़ोन का स्क्रीन फोल्डर चेंज करने के लिए ₹1500 की डिमांड करता है महंगे फ़ोनों में यह कीमत और अधिक हो सकती है।

दूसरा एक कारण और है जो लोगों को मोबाइल बैक कवर लगाने के लिए उकसाता है। अक्सर किशोर एवं युवा मोबाइल के लुक से भी उसकी ओर जल्दी आकर्षित होते हैं, ऐसे में वे प्रिंटिंग मोबाइल बेक कवर का इस्तेमाल करके अपने स्मार्टफोन को एक आकर्षक लुक प्रदान करना चाहते हैं।

यदि आपके पास एक स्मार्टफोन है तो क्या आप सोच सकते हैं की आप उसका इस्तेमाल बिना मोबाइल बैक कवर के कर पाएंगे, शायद नहीं ।

इसलिए अब हमें शायद यह बताने की आवश्यकता नहीं है की वर्तमान में किसी भी स्मार्टफोन उपयोगकर्ता के लिए मोबाइल बेक कवर कितना जरुरी हो गया है।

मोबाइल बैक कवर बनाने का बिजनेस के लिए जगह

कोई भी इच्छुक व्यक्ति जो खुद का मोबाइल बैक कवर बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहता हो, उसे अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जगह की आवश्यकता होती है।

जगह का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए की वहाँ पर सड़क, बिजली, पानी जैसी आधरभूत सुविधाओं की पर्याप्त मौजूदगी हो। सिर्फ इतना ही नहीं उद्यमी को अपनी फैक्ट्री में काम करने के लिए श्रमिकों इत्यादि की आवश्यकता भी होती है, इसलिए उस एरिया में श्रमिकों की उपलब्धता का होना भी आवश्यक हो जाता है।

इसके अलावा फैक्ट्री परिसर में उद्यमी को सिर्फ वर्कशॉप यानिकी विनिर्माण करने के लिए ही जगह की आवश्यकता नहीं होती है। कच्चे माल को स्टोर करने, उत्पादित माल को स्टोर करने, पैकिंग एरिया, ऑफिस का काम करने के लिए ऑफिस, इलेक्ट्रिक पैनल रूम इत्यादि की भी आवश्यकता होती है।

और जगह कितनी चाहिए वह सिर्फ इन्हीं कारकों पर नहीं बल्कि फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता यानिकी एक दिन में कितने मोबाइल बैक कवर का निर्माण किया जा रहा है। इस बात पर भी निर्भर होती है।

एक ऐसी इकाई जिसमें प्रतिदिन 300 मोबाइल बैक कवर का निर्माण करने की क्षमता हो उसे शुरू करने के लिए कम से कम 2500 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है।

मोबाइल कवर बनाने का बिजनेस के लिए लाइसेंस और परमिशन

खुद की मोबाइल बेक कवर बनाने की फैक्ट्री शुरू करने के लिए कई तरह के लाइसेंस और पंजीकरणों की आवश्यकता हो सकती है, जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • बिजनेस रजिस्ट्रेशन – प्रोप्राइटरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में से किसी एक के तहत रजिस्ट्रेशन।  
  • टैक्स सम्बन्धी रजिस्ट्रेशन – व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड, जीएसटी रजिस्ट्रेशन, बैंक में चालू खाता।  
  • ट्रेड लाइसेंस – स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पालिका, ग्राम पंचायत इत्यादि से।  
  • फैक्ट्री लाइसेंस – सम्बंधित विभाग से। 
  • एनओसी – फायर और पोल्यूशन डिपार्टमेंट से ।
  • उद्यम रजिस्ट्रेशन।

   मोबाइल कवर बनाने के लिए कच्चा माल

  मोबाइल कवर बनाने के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • पालीकार्बोनेट के दाने।
  • डिजाइनिंग और प्रिंटिंग के लिए इंक।
  • पेंटिंग सामग्री।
  • पॉलिशिंग करने के लिए तेल।
  • मापक स्केल।
  • पैकेजिंग सामग्री जैसे प्लास्टिक, पैकिंग बॉक्स इत्यादि।  

यह भी पढ़ें – फैशनेबल बिंदी बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

मोबाइल कवर बनाने के लिए मशीन और उनकी कीमत

इस बिजनेस (Mobile Cover Making Business) के लिए निम्नलिखित मशीनरी का इस्तेमाल किया जाता है।

  • इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन जिसकी कीमत ₹10.5 लाख तक हो सकती है।
  • सीएनसी मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹5 लाख तक हो सकती है।
  • मोबाइल कवर में पेंट करने के लिए आटोमेटिक पेंटिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹4 लाख तक हो सकती है।
  • मोबाइल कवर में प्रिंट करने के लिए प्रिंटिंग मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹2.5 लाख तक हो सकती है।     

इस आंकड़े से स्पष्ट हो जाता है की एक ऐसी इकाई जिसमें प्रतिदिन लगभग 300 मोबाइल बैक कवर का निर्माण किया जाता हो। को स्थापित करने में लगभग ₹22 लाख मशीनरी पर खर्चा करने की आवश्यकता होती है।  

उपर्युक्त मशीनरी को ढंग से संचालित करने के लिए लगभग 20HP विद्युत् की आवश्यकता होती है।

मोबाइल बैक कवर बनाने के लिए कर्मचारी

मोबाइल बेक कवर बनाने की फैक्ट्री स्थापित करने के लिए उद्यमी को निम्न कर्मचारियों को नियुक्त करने की आवश्यकता होती है।

  • मशीन चलाने के लिए मशीन ऑपरेटर – 2
  • विभिन्न कार्यों को करने के लिए कुशल/अकुशल कर्मचारी- 4
  • सामान ईधर से उधर लाने ले जाने एवं अन्य कामों के लिए हेल्पर – 4
  • ग्राहकों से डील करने के लिए सेल्समैन                 – 2
  • अकाउंटेंट कम मैनेजर –   1

मोबाइल बैक कवर बनाने की निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing process of Mobile back Cover)

मोबाइल बैक कवर बनाने की प्रक्रिया को निम्न चरणों में पूरा किया जाता है।

  • सबसे पहले मोबाइल बेक कवर बनाने के लिए उपयुक्त कच्चे माल का चयन किया जाता है।
  • उसके बाद थ्री डी मोल्ड डिजाइनिंग प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।
  • सीएनसी मशीन के माध्यम से शार्पिंग प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।
  • इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन में पालीकार्बोनेट के दानों को पिघलाकर मोल्ड का आकार दिया जाता है।
  • जब मोबाइल बेक कवर को इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन से बाहर निकाल दिया जाता है तो इसमें स्मूथिंग और पॉलिशिंग की प्रक्रिया की जाती है।
  • और जब यह पूरी तरह तैयार हो जाता है तो इसकी पैकेजिंग करके बाज़ारों में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।   

मोबाइल बैक कवर बनाने की फैक्ट्री शुरू करने में लागत

इसमें कोई दो राय नहीं की मोबाइल बेक कवर बनाने की फैक्ट्री को शुरू करने में आने वाली लागत फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता के आधार पर अलग अलग हो सकती है।

एक ऐसी फैक्ट्री जिसमें प्रतिदिन लगभग 300 मोबाइल बैक कवर का निर्माण किया जाता हो, उसे शुरू करने में अनुमानित लागत कुछ इस प्रकार से हो सकती है।

लागत का विवरण लागत रुपयों में
जमीन /जगहउद्यमी की खुद की
सिविल वर्क और कंस्ट्रक्शन लागत 2000 वर्ग फीट में₹16 लाख
मशीनरी और उपकरणों को खरीदने में खर्चा₹22 लाख
फर्नीचर और फिक्सिंग का खर्चा₹1.5 लाख
कार्यशील लागत, सैलरी, कच्चा माल इत्यादि₹6 .5 लाख
कुल लागत ₹46 लाख
Investment in Mobile back cover making business in India

उपर्युक्त आंकड़े की मानें तो एक एक ऐसी फैक्ट्री जिसमें प्रतिदिन लगभग 300 Mobile Back Cover का निर्माण किया जाता हो को शुरू करने में अनुमानित लागत ₹46 लाख है। जिसमें जमीन की कीमत शामिल नहीं है क्योंकि जमीन उद्यमी की खुद की होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें