कार्ट्रिज रिफिल करने का बिजनेस कैसे शुरू करें। Cartridge Refilling Business Plan in Hindi.

यदि आपको Cartridge Refilling के बारे में नहीं पता, तो आपको बता देना चाहेंगे की विभिन्न निजी एवं सरकारी कार्यालयों, फोटोकॉपी प्रिंटिंग की दुकानों में इस्तेमाल में लाये जाने वाले फोटोकॉपी मशीन और प्रिंटर में कार्ट्रिज लगती है।

जिस प्रकार कोई पैन तभी तक लिखने में सक्षम होता है जब तक उसकी रिफिल में इंक होती है। उसी प्रकार कोई प्रिंटर या फोटोकॉपी मशीन भी तभी तक प्रिंट आवर या कॉपी कर सकती है जब तक उसमें लगी कार्ट्रिज में इंक हो।

इसका मतलब यह हुआ की, हमें प्रिंटर या फोटोकॉपी मशीन में कार्ट्रिज बदलने की आवश्यकता होती है। हर कार्ट्रिज की अलग अलग क्षमता होती है, और जब आप उतने प्रिंट आउट या फोटोकॉपी उस कार्ट्रिज से कर लेते हैं, तो उसके बाद उसमे इंक ख़त्म हो जाती है।

ऐसे में आपके पास दो विकल्प मौजूद होते हैं, या तो आप पुरानी कार्ट्रिज को नई कार्ट्रिज से रिप्लेस कर दें, या फिर किसी कार्ट्रिज रिफिल  वाले को बुलाकर उसे दुबारा से रिफिल कर दें। यदि आप किसी ऐसे शहर में रहते हैं जहाँ उद्योग धंधों और ऑफिस इत्यादि की भरमार है। तो फिर उस शहर में आपके लिए इस तरह का व्यवसाय शुरू करना काफी लाभकारी हो सकता है।

cartridge refilling business

कार्ट्रिज रिफिलिंग होती क्या है (What is Cartridge refilling)

प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीन में लगने वाली कार्ट्रिज में इंक भरने की प्रक्रिया को Cartridge Refilling कहा जाता है। वर्तमान में सभी प्रकार के निजी और सार्वजनिक कार्यालयों, प्रिंटिंग और फोटोकॉपी सेण्टर में विभिन्न प्रकार के प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीन इस्तेमाल में लायी जाती हैं।

इनमें से अधिकतर मशीन ऐसी होती हैं, जिनमें इंक को रखने और प्रोसेस करने के लिए कार्ट्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि कुछ प्रिंटर ऐसे भी होते हैं, जिनमें अलग से इंक टैंक भी बनाये गए हैं, जिनमें इंक ख़त्म होने पर दुबारा इंक भरी जा सकती है।

लेकिन जहाँ पर प्रिंटिंग और फोटोकॉपी का कार्य अधिक होता है, वहां पर कार्ट्रिज लगे प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में हर बार जब कार्ट्रिज में इंक ख़त्म होती है तो नयी कार्ट्रिज खरीदना महंगा हो सकता है। और यही कारण है की यह  इस बिजनेस को जन्म देती है।

कार्ट्रिज रिफिलिंग बिजनेस की चलने की संभावना (Market Potential in Cartridge Refilling)

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की कमर्शियल तौर पर इस्तेमाल में लायी जाने वाली फोटोकॉपी और प्रिंटर में कार्ट्रिज का इस्तेमाल हुआ होता है। और इन कार्ट्रिज में एक निश्चित मात्रा में प्रिंट आउट या फोटो कॉपी देने के बाद इंक ख़त्म हो जाती है। जिसके बाद या तो आपको उस प्रिंटर या फोटोकॉपी मशीन में नई कार्ट्रिज लगानी पड़ेगी। या फिर इसी पुरानी कार्ट्रिज को रिफिल करना होगा।

तभी आगे भी आप लगातार उस प्रिंटर या मशीन से काम ले पाने में सक्षम होंगे। जहाँ तक बात नई कार्ट्रिज की है, हर बार इंक ख़त्म होने पर पूरी की पूरी कार्ट्रिज बदलना, महंगा साबित होता है। इसलिए लोग या कंपनियाँ कार्ट्रिज को रिफिल करना पसंद करती हैं।

इस तरह के बिजनेस में आपको अच्छा मार्जिन मिल जाता है, लेकिन इसके लिए इस क्षेत्र से =जुड़ा तकनिकी ज्ञान होना आवश्यक है। ध्यान रहे इस तरह का यह बिजनेस वहीँ शुरू किया जा सकता है जहाँ निजी एवं सार्वजनिक कार्यालयों, उद्योग धंधों की भरमार हो।

क्योंकि इसमें यह भी होता है की बहुत सारी बड़ी कंपनियाँ जो HP इत्यादि के प्रिंटर लगा के बैठी हैं। वे अपने प्रिंटर में लोकल कार्ट्रिज या रिफिल कार्ट्रिज का इस्तेमाल नहीं करती हैं। क्योंकि ऐसा करने से उनके प्रिंटर की वारंटी, गारंटी ख़त्म हो सकती है। और उन्हें प्रिंटर खराब होने का भी डर बना रहता है।

ऐसे में उद्यमी को उन्हें इस बात को सुनिश्चित करना होता है की, उनके प्रिंटर को कार्ट्रिज रिफिलिंग से कोई नुकसान नहीं होगा। यदि उद्यमी यह कर पाया तो वह इस व्यवसाय से भी अपनी अच्छी खासी कमाई कर पाने में सक्षम हो सकता है।

कार्ट्रिज रिफिलिंग का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start Cartridge Refilling business)

यदि आप इस बिजनेस (Cartridge Refilling) का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको किसी महानगर जैसे दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, बैंगलोर, मुंबई इत्यादि में इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के बारे में विचार करना चाहिए। क्योंकि आम तौर पर फोटोकॉपी और प्रिंटर का इस्तेमाल बड़े बड़े कार्यालयों और फोटोकॉपी की दुकानों में होता है।

इसलिए एक ऐसा शहर जहाँ सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कार्यालयों और अन्य उद्योग धंधों की भरमार हो में इस तरह का यह बिजनेस शुरू किया जा सकता है।  

एरिया में माँग का जायजा लें (Research on Demand)

भले ही आपने इस बिजनेस के लिए शहर का चुनाव कर लिया हो। लेकिन अब उद्यमी को उस शहर के जिस एरिया में वह अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है, में कार्ट्रिज रिफलिंग की माँग का जायजा लेना होगा। इस तरह की माँग का जायजा लेने के लिए उद्यमी उस एरिया में स्थित फोटोकॉपी दुकानों और निजी एवं सार्वजनिक कार्यालयों की संख्या का आकलन कर सकता है।

आम तौर पर एक ऐसा एरिया जहाँ कार्यालयों और फोटोकॉपी की दुकानों की संख्या अधिक हो, वहाँ पर इस तरह का व्यवसाय शुरू करना लाभकारी हो सकता है। क्योंकि इस तरह के बिजनेस में उद्यमी के मुख्य ग्राहक के तौर पर वही कंपनियाँ और दुकानें रहने वाली हैं जो कार्ट्रिज लगे प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीन का इस्तेमाल करती हैं।      

जरुरी जानकारी और तकनिकी ज्ञान अर्जित करें (Get technical knowledge of this business)

प्रिंटर की कार्ट्रिज अनेकों आकार और प्रकार में आती हैं, इसलिए इसे  शुरू करने के लिए विशेष तकनिकी ज्ञान की आवश्यकता होती है । यदि इस्तेमाल की गई कार्ट्रिज थोड़ी सी भी डैमेज हो गई तो उसे रिफिल करने में परेशानी हो सकती है। यही कारण है की इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने से पहले उद्यमी को कार्ट्रिज रिफिलिंग करने सम्बन्धी विभिन्न तकनिकी पहलुओं की जानकारी होना नितांत आवश्यक है ।

प्रिंटर बनाने वाली कंपनियाँ भी कार्ट्रिज के डिजाईन इत्यादि में तकनिकी अपडेट के साथ बदलाव करती रहती हैं।  वर्तमान में विभिन्न प्रकार के प्रिंटर में टोनर, इंक जेट कार्ट्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। इंक जेट की तुलना में टोनर कार्ट्रिज को रिफिल करना आसान होता है। इसलिए उद्यमी चाहे तो शुरूआती दौर में केवल टोनर कार्ट्रिज को रिफिल करके इस बिजनेस को शुरू कर सकता है।    

वर्कशॉप ऑफिस के लिए जगह का प्रबंध करें

अब उद्यमी का अगला कदम अपनी वर्कशॉप यानिकी जहाँ वह कार्ट्रिज को रिफिल करने की प्रक्रिया को पूर्ण करेगा, और जहाँ उसके ग्राहक व्यवसायिक कारणों से उससे मिलने आ सकें। के लिए वर्कशॉप और ऑफिस का प्रबंध करना होगा ।

यद्यपि शुरूआती दौर में उद्यमी इस तरह के व्यवसाय को एक कमरे से भी शुरू कर सकता है । लेकिन जैसे जैसे उद्यमी का बिजनेस बढ़ेगा, वैसे वैसे उसे अपने ऑफिस और वर्कशॉप की जगह को भी बढ़ाना होगा। अन्यथा उसे और उसके स्टाफ को काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।  

जगह के अलावा उद्यमी को Refilling प्रक्रिया में इस्तेमाल में लाये जाने वाले उपकरणों जैसे हैण्ड ड्रिल, ग्लू गन, स्क्रू, रिंच, हैंडल, विभिन्न प्रकार के कैप इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है। इस तरह का यह सामान किसी भी स्थानीय मार्किट में आसानी से मिल सकता है।   

जरुरी लाइसेंस और पंजीकरण कराएँ (Get License)

उद्यमी चाहे तो अपने बिजनेस को एकल स्वामित्व जिसे प्रोप्राइटरशिप भी कहा जाता है के तहत रजिस्टर कर सकता है। लेकिन एकल स्वामित्व के तौर पर उद्यमी की लायबिलिटी बहुत अधिक होती है, बिजनेस में कुछ भी गड़बड़ी होने पर उसे व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार माना जाता है। यदि उद्यमी इससे बचना चाहता है, तो वह वन पर्सन कंपनी के तौर पर इस बिजनेस को शुरू कर सकता है।

इसके अलवा उद्यमी को सीधे कंपनियों या प्रतिष्ठानों से डील करनी होती है, इसलिए उसे अपने इस व्यवसाय को एक अच्छा सा नाम भी दे ही देना चाहिए। उद्यमी को जीएसटी रजिस्ट्रेशन, बिजनेस के नाम से बैंक में चालू खाता, पैन कार्ड इत्यादि की भी आवश्यकता हो सकती है। उसे स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम/नगर पालिका/ग्राम पंचायत इत्यादि से ट्रेड लाइसेंस की भी आवश्यकता हो सकती है।      

ग्राहकों की जरूरतों को समझें

जब उद्यमी इस बिजनेस (Cartridge Refilling Busines)s में प्रवेश कर जाता है, तो उसके बाद उसे ग्राहकों की जरूरतों को समझने की कोशिश करनी चाहिए। इस बिजनेस से जुड़ा हुआ मार्किट में एक परसेप्शन यह भी है की लोग या कंपनियाँ अपने प्रिंटर में रिफिल की हुई कार्ट्रिज का इस्तेमाल इसलिए नहीं करती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है की इससे उनका प्रिंटर खराब हो जाएगा।

कहने का आशय यह है की चाहते वे भी हैं की वे भी अपनी प्रिंटिंग लागत को कम करें? लेकिन साथ में वह अपने प्रिंटर की सुरक्षा भी चाहते हैं। ऐसे ग्राहकों को उद्यमी किस तरह से यह विश्वास दिलाएगा की उसके द्वारा बेचीं जाने वाली रिफिल की हुई कार्ट्रिज उनके प्रिंटर का किसी प्रकार भी अहित नहीं करेंगी।

यदि कोई इस तरह के ग्राहक हैं, जो हर बार ओरिजिनल कार्ट्रिज लगाकर ही प्रिंटर में लगाते हैं, तो आप उनसे खाली कार्ट्रिज सस्ते दामों में खरीद सकते हैं। और उन्हें महंगे दामों में अन्य किसी ग्राहक को बेच सकते हैं। किस ग्राहक को किस प्रकार के कार्ट्रिज की आवश्यकता रहती है, इस बात का भी उद्यमी को विशेष ध्यान रखना होता है।        

कार्ट्रिज रिफिलिंग करके बेचें और कमाएँ

यह जरुरी नहीं है की आप Cartridge की  Refilling के लिए किसी ग्राहक के आर्डर का इंतजार करें। बल्कि रिफिलिंग का काम आप आर्डर से पहले भी कर सकते हैं, लेकिन आपको यह पता जरुर होना चाहिए, की जिस संभावित ग्राहक को आप टारगेट कर रहे हैं, वहाँ पर कौन सा प्रिंटर इस्तेमाल में लाया जा रहा है।

ताकि आप उसी बात को ध्यान में रखकर पहले ही कार्ट्रिज रिफिलिंग कर सकें, और संभावित ग्राहक के पास जाकर उसे बेचने की कोशिश कर सकें। ऐसी कंपनियाँ जो सिर्फ ओरिजिनल कार्ट्रिज ही इस्तेमाल में लाती हैं, आप उनसे खाली हुई कार्ट्रिज खरीद सकते हैं।

और उन्हें अपनी वर्कशॉप में लाकर उन्हें रिफिल करके अन्य ग्राहकों को बेचकर अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं।

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