इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान। Electronic Shop Business Plan in Hindi.

छोटी से छोटी स्थानीय मार्किट में भी कम से कम एक Electronic Shop तो होनी ही चाहिए। जी हाँ   लोगों की जीवनशैली में हो रहे परिवर्तन, और बढती आमदनी ने उन्हें तरह तरह के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को इस्तेमाल में लाने की आज़ादी प्रदान की है।

दुनिया में तकनीक का जितना अधिक इस्तेमाल हो रहा है, उससे नए नए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और मशीनों का भी उदय हो रहा है। यही कारण है की विश्व और घरेलू बाज़ार में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की माँग हमेशा विद्यमान रहती है।

एक औसतन आय वाले व्यक्ति की जीवनशैली पर यदि आप नजर डालेंगे, तो आप पाएंगे की उसे हर दुसरे काम को करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर निर्भर होना पड़ता है।

इसमें चाहे किचन में कॉफ़ी बनाना हो या सैंडविच मेकर के माध्यम से सुबह का नाश्ता तैयार करना, या फिर मनोरंजन के लिए टेलीविजन देखना, खाने पीने की चीजों को ताजा और ठंडा रखने के लिए फ्रिज का उपयोग इत्यादि शामिल है।

गर्मियों में जहाँ ठंडी हवा फेंकने वाले उपकरणों जैसे पंखे, कूलर, एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ जाता है, तो सर्दियों में भी गरम हवा या तपन पैदा करने वाले उपकरणों हीटर, ब्लोवर, ओवन इत्यादि का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ऐसे में यदि आप अपना व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आप Electronic Shop Business शुरू करने पर विचार कर सकते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की माँग आज तो बाज़ार में विद्यमान है ही, निकट भविष्य में इस माँग के और बढ़ने के आसार है। क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण काम को आसान बनाकर कम समय में ही उसे पूरा कर देते हैं, यही कारण है की जैसे ही लोगों की आमदनी बढती है। उनका ध्यान अपने जीवन को सरल बनाने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदने की ओर ही जाता है।

यही कारण है की आज हम हमारे इस लेख में Electronic Shop खोलने की प्रक्रिया के बारे में बात कर रहे हैं।

Electronic Shop kaise khole
Electronic Shop

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान कैसे खोलें  

चूँकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने वाली कंपनियाँ भारत के लगभग हर एक क्षेत्र में अपने उत्पादों को बेचती हैं। इसलिए प्रचलित कंपनियों ने लगभग हर क्षेत्र में अपने डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त किये हुए हैं । जिनके माध्यम से वे सप्लाई एवं डिस्ट्रीब्यूशन के कार्य को सफलतापूर्वक कर पाते हैं।

इसलिए कहा जा सकता है की किसी भी क्षेत्र में Electronic Shop खोलना तकनिकी रूप से कठिन कार्य नहीं है। लेकिन यदि उद्यमी द्वारा बिना किसी रिसर्च और नियमों का अनुसरण किये बिना इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर दिया जाता है। तो इससे इस प्रतिस्पर्धी मार्किट में उसका जोखिम बढ़ जाता है। तो चलिए जानते हैं की, कैसे कोई इच्छुक व्यक्ति खुद की Electronic Shop शुरू कर सकता है।

एरिया में उपलब्ध प्रतिस्पर्धा को जानें

जैसा की हम सब जानते हैं की किसी भी कॉलोनी, गली, मोहल्ले की छोटी से छोटी स्थानीय मार्किट ही क्यों न हो, लेकिन वहां पर कम से कम एक Electronic Shop तो आसानी से सफलतापूर्वक चलाई जा सकती है। लेकिन उस एरिया का क्या? जहाँ पर पहले से ही एक नहीं बल्कि, कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकानें पहले से स्थापित हों।

इसलिए Electronic Shop Business शुरू करने वाले उद्यमी को चाहिए की वह सबसे पहले वह जिस एरिया में खुद की इलेक्ट्रनिक उपकरणों की दुकान खोलना चाहता है। वहां पर प्रतिस्पर्धा का आकलन करे। यह पता करने की कोशिश करे की वहां पर उपलब्ध ग्राहक क्या वहाँ की मौजूदा दुकानों के व्यवहार और कीमतों से संतुष्ट हैं ।

यदि नहीं, तो फिर उद्यमी उनकी इस असंतुष्टि का फायदा कैसे उठा पाएगा। अर्थात वह ऐसा क्या करेगा, की वे असंतुष्ट ग्राहक उसकी दुकान की तरफ आकर्षित हों। इसके अलावा माँग और आपूर्ति में संतुलन है की नहीं, इस बात पर भी विचार किया जा सकता है।

क्योंकि भले ही उस एरिया में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकानें अधिक हों, लेकिन यदि उनके द्वारा ग्राहकों की माँग की आपूर्ति ढंग से नहीं की जा रही है।

तो उस एरिया में नई Electronic Shop के लिए भरपूर अवसर विद्यमान हैं। क्योंकि उस एरिया में आपूर्ति की तुलना में माँग अधिक है। और माँग और आपूर्ति के इस अंतर को कोई नई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान कम कर सकती है।          

चयनित लोकेशन पर दुकान किराये पर लें

एक Electronic Shop के लिए आदर्श लोकेशन किसी एरिया में स्थित वह बाज़ार हो सकता है, जहाँ पर अक्सर लोग खरीदारी करने जाते हैं। आम तौर पर स्थानीय लोगों द्वारा उस जगह को बाज़ार या मार्किट के नाम से ही जाना जाता है। यदि उस स्थान पर उद्यमी की स्वयं की कोई बिल्डिंग इत्यादि हो तो वह वहीँ पर अपनी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान शुरू कर सकता है।

लेकिन यदि ऐसा नहीं है, तो वह अन्य दुकानदारों की तरह दुकान किराये पर लेकर अपना Electronic Shop Business शुरू कर सकता है। दुकान किराये पर लेते समय उसका रेंट एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें। वह इसलिए क्योंकि रेंट एग्रीमेंट को आप पता प्रमाण के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।

और रेंट एग्रीमेंट में लिखे खंड जैसे यदि दुकान का मालिक आपसे दुकान खाली करवाना चाहता है, तो उसे दो महीने पूर्व सूचित करना होगा। साल में रेंट बढ़ेगा की नहीं बढ़ेगा, बढ़ेगा तो किस दर से बढ़ेगा। आपको आपका पूरा ध्यान आपके बिजनेस में लगाने की आज़ादी देते हैं।       

लाइसेंस और परमिट के लिए आवेदन करें

आप अपनी दुकान को शुरूआती दौर में प्रोप्राइटरशिप यानिकी एकल स्वामित्व के तहत रजिस्टर करवा सकते हैं। अपनी दुकान का कोई अच्छा सा नाम रखकर, उसके नाम को MCA में रजिस्टर करवा सकते हैं, ताकि कोई अन्य उसी नाम से बिजनेस न कर सके ।

अपनी दुकान के नाम से किसी बैंक में चालू खाता खोल सकते हैं, पैन कार्ड बनवा सकते हैं और टैक्स रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं।

टैक्स रजिस्ट्रेशन आपको पहले ही करवा लेना चाहिए क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में छोटे से लेकर बड़े और महंगे उपकरण भी शामिल होते हैं। इसलिए आपका सालाना टर्नओवर जीएसटी मुक्त सीमा को कभी भी पार कलर सकता है।

उसके बाद आप चाहें तो धीरे धीरे विभिन्न कंपनियाँ जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाती हों, उनकी ऑथोराइजड डीलरशिप भी ले सकते हैं। अपने व्यवसाय को शॉप्स एंड एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट के तहत रजिस्टर कराना भी न भूलें।    

इंटीरियर का काम कराएँ

यद्यपि Electronic Shop खोलने के लिए आपको बहुत अधिक इंटीरियर का काम कराने की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन ध्यान रहे की आपकी दुकान में लाइटिंग की अच्छी व्यवस्था हो। इसके लिए आपको दुकान की उलटी छत को भी टाइल और लाइट से सुसज्जित करना होगा।

दुकान की एक साइड वाली दीवार पर आप चाहें तो लकड़ी के खांचे बनवा सकते हैं, जिनमें आप छोटे छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सजाकर रख सकते हैं। जैसे बल्ब, तार, होल्डर, छत के पंखे, स्क्रू इत्यादि। दूसरी तरफ की दीवार को इतनी ऊंचाई तक वैसे ही छोड़ दें जितनी ऊंचाई तक फ्रिज, कूलर इत्यादि टकरा न जाएँ ।

यदि आप अपने ग्राहकों को अपनी Electronic Shop में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रिपेयरिंग कराने की भी सुविधा प्रदान करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक अलग सी टेबल और जगह की आवश्यकता हो सकती है।

रिसेप्शन वाला काउंटर अलग से बनवाएं जहाँ से आप ग्राहकों के साथ पैसे का लेन देन और बिलिंग सम्बन्धी कार्य पूर्ण कर सकें। यदि आप फ्रिज, टेलीविजन, एसी, कूलर, पंखे, इनवर्टर इत्यादि सभी को अपनी Electronic Shop का हिस्सा बनाना चाह रहे हैं। तो आपको एक बड़ी सी जगह चाहिए हो सकती है।         

सप्लायर का चुनाव करें

Electronic Shop में इंटीरियर का काम पूर्ण करा लेने के बाद आपको अपनी दुकान के लिए उचित दामों में माल सोर्स करने पर विचार करना चाहिए। इसके लिए आप चाहें तो सीधे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का विनिर्माण करने वाले कंपनियों से भी संपर्क कर सकते हैं। लेकिन हो सकता है की वे आपके आगे मिनिमम क्वांटिटी की शर्त रख दें ।

इसलिए शुरूआती दौर में बेहतर यह है आप किसी ऑथोराइजड डीलर/डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क करें, जो आपकी दुकान तक आर्डर देने पर डिलीवरी देने में सक्षम हो। और पहले कुछ जरुरी सामान से ही शुरुआत करें, और उसकी लिस्ट भी बनाएँ।

समय व्यतीत होने के साथ ऐसे सभी सामान की लिस्ट बनाएँ जो आपकी दुकान में ज्यादा बिक रही हो, डिमांड आ रही हो लेकिन आपके पास उपलब्ध न हो, कम बिक रही हो। अगले आर्डर में जो सामान कम बिक रहा हो उसे कम ही मंगाएँ, जो ज्यादा बिक रहा हो उसे ज्यादा मंगाएँ।       

मैनपावर का प्रबंध करें

भले ही आपने Electronic Shop कितनी ही छोटे स्तर पर क्यों न शूरू की हो,लेकिन आपको कम से कम एक लड़का तो काम पर रखने की आवश्यकता होती ही होती है। यद्यपि यदि आपने सभी उपकरणों को अपनी दुकान का हिस्सा बनाया हो, तो आपको 3-4 बन्दों को काम पर रखने की आवश्यकता हो सकती है।

एक Electronic Shop होने के नाते लोग आपसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रिपेयरिंग की भी अपेक्षा रखते हैं। शुरूआती दौर में किसी ऐसे व्यक्ति से टाई अप करके रखें जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रिपेयरिंग करने का काम करता हो।

बाद में जब आपको लगे की रिपेयरिंग का काम ज्यादा आने लगा है, तो आप स्वयं इस काम में पारंगत किसी व्यक्ति को नौकरी पर रख सकते हैं।    

मार्केटिंग करें, बेचें और कमाएँ  

अपने टारगेट ग्राहकों को पहचानें, यह सत्य है की यदि आप इनवर्टर बेच रहें हैं, तो आपके टारगेट ग्राहक के तौर पर उस क्षेत्र में रहने वाले लोग होंगे जहाँ लाइट ज्यादा जाती हो। इसी प्रकार जब आप एयर कंडीशन बेचने की बात कर रहे हैं तो आपके टारगेट ग्राहक के तौर पर वे लोग आते हैं, जिनकी मासिक आय अच्छी हो।

इसलिए अपनी Electronic Shop को सुचारू रूप से लम्बे समय तक चलाने और उससे लाभ कमाने के लिए आपको सबसे पहले अपने टारगेट कस्टमर की पहचान करनी चाहिए। और उसके बाद उसके अनुरूप ही उनके बीच किसी प्रोडक्ट की मार्केटिंग करनी चाहिए।

आप चाहें तो एपीआई दुकान में उपलब्ध प्रोडक्ट का रिव्यु करना भी शुरू कर सकते हैं, इसके लिए आप आपनी दुकान के नाम का यूट्यूब चैनल बना सकते हैं। इससे लोग आपसे जुड़ेंगे और आपकी बिक्री होने की संभावना अधिक हो जाएगी ।

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान खोलने में कितना खर्चा आएगा

Electronic Shop खोलने में आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है की आप किस प्रकार के उपकरणों को अपनी दुकान का हिस्सा बनाने वाले हैं। यदि आप हर तरह की आइटम जैसे फ्रिज, पंखा, कूलर, एलईडी, एयर कंडीशन, इनवर्टर, इलेक्ट्रिक फिटिंग का सामान, मिक्सी, टोस्टर, कॉफ़ी मेकर इत्यादि सभी को अपनी दुकान का हिस्सा बनाते हैं।

तो स्वभाविक है की आपको दुकान के लिए बड़ी जगह चाहिए होगी, जिसका किराया अधिक होगा। इसके अलावा आपको दुकान के नज़दीक एक गोदाम ही चाहिए होगा। और आपको मैनपावर भी ज्यादा रखनी पड़ेगी, इन उपकरणों को खरीदने में खर्चा भी ज्यादा करना पड़ेगा। जिसमें आपका कम से कम 15-20 लाख रूपये आराम से लग जाएगा।

दूसरी तरफ यदि आप इसे कुछ चुनिन्दा इलेक्ट्रनिक उपकरणों एवं अन्य छोटे मोटे फिटिंग इत्यादि के समान के साथ शुरू करते हैं। तो इस तरह की Electronic Shop को आप 5-7 लाख रूपये निवेश के साथ भी शुरू कर सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाय तो, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान खोलने में आने वाले खर्चे को सही से बता पाना लगभग मुश्किल है। यह उद्यमी की व्यवसायिक योजना पर निर्भर करता है।

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