रोजगार मेला क्या होता है? नौकरी पाने में कैसे मदद करता है।

आपने अपने जीवन में कई बार रोजगार मेला के बारे में सुना होगा, लेकिन आप इसके बारे में सिर्फ इतना जानते होंगे, की रोजगार मेले के माध्यम से लोग नौकरी भी पा सकते हैं। वैसे देखा जाय तो समय समय पर कुछ सामाजिक संस्थाएँ एवं राज्य सरकारें भी रोजगार मेले आयोजित कराती रहती हैं। लेकिन वर्तमान में केंद्र सरकार के अधीनस्थ कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय भी देश के भिन्न भिन्न राज्यों में रोजगार मेला आयोजित कराता रहता है।

इसके अलावा वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार ने भी रोजगार मेला के नाम से एक योजना चलाई हुई है। जिसके तहत राज्य सरकार ने एक ऑनलाइन पोर्टल की सरंचना की है। और ऐसे योग्य एवं पात्र लोग जो सरकारी नौकरी में रूचि रखते हैं। वे इस अधिकारिक पोर्टल पर जाकर खुद को एक Job Seeker के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं। इसके अलावा नियोक्ता यानिकी वे कंपनियाँ और विभाग जहाँ भर्तियाँ निकली हैं वे भी अपने आपको Employer के तौर पर रजिस्टर करके अपनी भर्तियो की डिटेल्स इस पोर्टल पर पब्लिश कर सकते हैं।

आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से NSDC और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित रोजगार मेला के बारे में जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं।

रोजगार मेला क्या होता है

रोजगार मेला क्या होता है

रोजगार मेला एक ऐसा आयोजन होता है जहाँ पर नौकरी चाहने वाले और नौकरी पर रखने वाले नियोक्ता दोनों एक साथ एक मंच पर आते हैं। इस तरह के ये मेले एक बड़े से असेंबली हॉल में आयोजित कराये जाते हैं, प्रत्येक बूथ के सामने एक टेबल होती है जहाँ पर कंपनी का ब्रोशर और जानकारी प्रदर्शित की जाती है ।

अलग अलग कंपनियों के अलग अलग बूथ बने होते हैं, कुछ कंपनियाँ इन्हें अपने पोस्टर बैनर इत्यादि लगाकर सजाती हैं। इन बूथों पर कंपनी के प्रतिनिधि खड़े होते हैं जो रोजगार चाहने वाले युवाओं का साक्षात्कार लेते हैं । और कंपनी के प्रतिनिधि जिन उम्मीदवारों को उनकी नौकरी के योग्य समझते हैं, उनका चयन कर लेते हैं।  

NSDC रोजगार मेला के बारे में  

भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने देश में रोजगार को प्रोत्साहित करने और बेरोजगार लोगों को निजी क्षेत्र में उपयुक्त रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से पूरे देश भर में रोजागर मेलों का आयोजन कराने का कार्यक्रम शुरू किया हुआ है।

सरकार चाहती है की प्रत्येक राज्य में बड़े बड़े कॉर्पोरेटस निवेश करें और राज्य सरकारें उन्हें हर तरह से मदद और प्रोत्साहन दें, ताकि निजी औद्योगिक क्षेत्र में भी समानांतर विकास सुनिश्चित किया जा सके। रोजगार मेला कंपनियों को उपयुक्त एवं पात्र उम्मीदवार दिलाने में मददगार साबित होते हैं। तो वहीँ बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने में भी सहायक होते हैं।

जहाँ तक NSDC रोजगार मेला की बात है यह राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा 1-2 दिनों के लिए आयोजित कराया जाता है। इसमें पहले रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण होती है, जिसमें नौकरी देने वाले यानिकी नियोक्ता, और नौकरी चाहने वाले यानिकी बेरोजगार युवा अपना रजिस्ट्रेशन कराते हैं। उसके बाद इन बेरोजगार युवाओं का साक्षात्कार लेने के उद्देश्य से इन्हें एक निश्चित तिथि पर बुलाया जाता है, जहाँ नियोक्ताओं को भी बुलाया जाता है।

कहने का आशय यह है की रोजगार मेला नौकरी चाहने वालों और नौकरी देने वालों को एक साथ लाने की एक रणनीति होती है, इसमें कौशल विकास निगम द्वारा विभिन्न सरकारी एजेंसीयों, कौशल परिषदों और प्रधानमंत्री कौशल केन्द्रों का सपोर्ट लिया जाता है। इस तरह के एक रोजगार मेले में लगभग 10-12 अलग अलग सेक्टर से जुड़े लगभग 50-60 नियोक्ता शामिल होते हैं, जो रोजगार मेलों में आए बेरोजगार युवाओं का साक्षात्कार लेकर उन्हें रोजगार के लिए चयनित करते हैं।

NSDC रोजगार मेला में आवेदन करने के लिए पात्रता

यहाँ पर अलग अलग तरह की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता एवं अन्य पात्रता मानदंड अलग अलग होते हैं। कहने का आशय यह है की जिस प्रकार की पोस्ट होगी, उसी प्रकार की शैक्षणिक योग्यता एवं पात्रता मानदंड निर्धारित होते हैं। लेकिन कुछ सामान्य पात्रता मानदंड इस प्रकार से हैं।

  • उम्मीदवार कम से कम आठवीं पास होना चाहिए।
  • कुछ रोजगार के लिए दसवीं/बारहवीं/ डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • उम्मीदवार की उम्र कम से कम 18 और अधिक से अधिक 35 वर्ष होनी चाहिए।
  • रोजगार चाहने वालों को कई तरह से जैसे SMS, सोशल मीडिया, बैनर, पोस्टर इत्यादि के माध्यम से संगठित एवं एकत्रित किया जा सकता है।  

रोजगार मेलों में क्या क्या सुविधाएँ दी जाती हैं

कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित रोजगार मेलों में नौकरी चाहने वाले उम्मीदवार और उनके माता पिता को परामर्श, कौशल विकास प्रशिक्षण, कौशल मेला, कौशल प्रदर्शनी सहित अन्य कई सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। NSDC ही केवल रोजगार मेला का आयोजन नहीं करता है बल्कि इसकी कई एजेंसीयाँ जैसे सेक्टर स्किल काउंसिल, प्रधानमंत्री कौशल केंद्र, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना प्रशिक्षण इत्यादि भी रोजगार मेलों का आयोजन करके बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद करते हैं।

एक आंकड़े के मुताबिक पूरे भारत में जनवरी 2019 से दिसम्बर 2019 तक इस एक वर्ष में भारत के 28 राज्यों में 700 से अधिक रोजगार मेलों का आयोजन किया गया। जिसमें निजी कंपनियों में जॉब के लिए पंजीकरण करने वाले लोगों की संख्या लगभग 2 लाख 18 हजार थी। और इनमें से लगभग 93000 सफल उम्मीदवारों को निजी कंपनियों ने काम पर भी रखा था। 

उत्तर प्रदेश रोजगार मेला योजना के बारे में

उत्तर प्रदेश सरकार ने रोजगार मेला आयोजित कराने के लिए एक अधिकारिक पोर्टल सेवायोजन की संरचना की है। इस पोर्टल को सिर्फ नौकरी चाहने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि सरकारी और निजी क्षेत्र से जुड़े नियोक्ताओं के लिए भी बनाया हुआ है। कहने का आशय यह है की कोई भी सरकारी विभाग या निजी कंपनी जो अपने यहाँ भर्तियाँ करना चाहती हैं, वे अपने आपको इस पोर्टल पर नियोक्ता के तौर पर रजिस्टर करा सकती हैं। और उसके बाद रोजगार मेलों का हिस्सा बन सकती हैं।

नौकरी चाहने वालों का फायदा

यदि आप एक बेरोजगार युवा हैं, और खुद के लिए रोजगार तलाश कर रहे हैं तो इस अधिकारिक पोर्टल से आपको कई फायदे हो सकते हैं। जिनमें से कुछ प्रमुख फायदों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • आप इस पोर्टल के माध्यम से कभी भी कहीं से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
  • राज्य सरकार की सभी सरकारी नौकरी पोर्टल पर उपलब्ध होंगी।
  • घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है।
  • यदि इस पोर्टल पर आपका सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो उसके बाद आपको ईमेल पर जॉब नोटिफिकेशन मिलना शुरू हो जाते हैं।
  • आप अपनी योग्यता, शिक्षा, पात्रता, रूचि  के हिसाब से जॉब फ़िल्टर लगाकर सर्च कर सकते हैं।

रोजगार मेला से नौकरी कैसे मिलती है

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की रोजगार मेले के माध्यम से नौकरी देने वाले और नौकरी चाहने वाले दोनों एक मंच पर आते हैं। यहाँ पर हम उदाहरण उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित रोजगार मेला योजना का ले लेते हैं। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अधिकारिक पोर्टल की संरचना की है, जिसमें नौकरी चाहने वाले और नौकरी देने वाले दोनों रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

इनकी संख्या का आकलन करने के बाद सरकार द्वारा एक निश्चित जगह पर एक या दो दिवसीय रोजगार मेलों का आयोजन किया जाता है। जिसमें नियोक्ता और नौकरी चाहने वाले उम्मीदवारों को बुलाया जाता है।

यह मेला एक बड़ी से असेंबली या बड़ी सी जगह में आयोजित कराया जाता है, ताकि सभी कंपनियाँ या विभाग अपने अपने बूथ आसानी से बनाकर उन्हें सजा सकें। इन बूथ पर कंपनी या विभाग के प्रतिनिधि उपलब्ध होते हैं, जो नौकरी चाहने वालों का साक्षात्कार लेकर इन्हीं में से उम्मीदवारों का चयन करते हैं। चयनित उम्मीदवारों को उस कंपनी या विभाग में नौकरी मिल जाती है।  

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