अच्छे मुनाफे के लिए इस तरह से शुरू करें पराठों का बिजनेस।

यदि आप उत्तर भारत से आते हैं तो पराठा स्टाल (Paratha Center) के बारे में अवश्य जानते होंगे। हालांकि वर्तमान में पराठा सिर्फ उत्तर भारत में ही नहीं बल्कि इंडियन फ़ूड के तौर पर विदेशों में भी लोकप्रिय है । लेकिन चूँकि यह पंजाबी खाना है इसलिए उत्तर भारत में यह बेहद प्रसिद्ध है।

खाद्य पदार्थ से जुड़ा बिजनेस होने के कारण इस व्यवसाय के चलने की भी बहुत अधिक संभावना है। पराठों को आम तौर पर अधिकतर लोगों द्वारा सुबह के खाने यानिकी ब्रेकफास्ट में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में लाया जाता है। घर के बच्चों को जैसे ही पता लगता है की आज उनकी मनपसन्द आलू के पराठे देशी घी में बनने वाले हैं तो उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है ।

बच्चों से ज्यादा बड़ों को पराठे खाना पसंद होता है, लेकिन कहा जाता है की पराठे खाने में हेवी रहते हैं, इसलिए पराठे खाने का रोज मैन करने के बावजूद भी लोग इन्हें रोज नहीं खाते हैं। लेकिन हफ्ते में तो एक दो बार जरुर खाते हैं, और सिर्फ ब्रेकफास्ट में नहीं बल्कि कभी कभी लंच और डिनर में भी लोगों को पराठे खाते हुए देखा जा सकता है।

शहरों में पराठा सेण्टरों पर एकत्रित भीड़ तो इसी ओर ईशारा करती है, की लोग सिर्फ ब्रेकफास्ट में नहीं, बल्कि पूरे दिन में कभी भी पराठों का सेवन कर सकते हैं। इसलिए यदि आप अपना खुद का कोई कम पैसों में बिजनेस करना चाहते हैं तो आपके लिए पराठा सेण्टर खोलना फायदेमंद हो सकता है ।

paratha center business
Image: Paratha Center Business

पराठा सेण्टर के चलने की संभावना

इंडियन फ़ूड में पराठों का नाम सभी जानते हैं, और आम तौर पर सभी लोग किसी न किसी प्रकार के पराठे को खाना पसंद भी करते हैं। वैसे तो पराठे के बिकने की संभावना हर जगह चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी दोनों में है। लेकिन यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की इस बिजनेस के टारगेट कस्टमर में वह लोग होते हैं जो अपने घर से खाना खाकर या नाश्ता करके नहीं निकले हैं ।

और लोग घर से खाना खाकर कब नहीं निकलते हैं यह भी सोचने की बात है । ऐसा तब होता है जब लोग जल्दबाजी में अपने काम पर जा रहे हों, या फिर वे किसी दुसरे शहर को ट्रेवल कर रहे हों । मान लीजिये की आप दिल्ली से जिम कॉर्बेट यात्रा पर आ रहे हैं और इन छह घंटों के सफ़र में अपने कुछ नहीं खाया है, तो स्वाभाविक है की आप जिम कॉर्बेट पहुँचकर कुछ न कुछ खाएँगे।

ठीक ऐसे ही मान लीजिये की आज आप जल्दी जल्दी के चक्कर में घर में ब्रेकफास्ट नहीं कर पाए तो आप अपने ऑफिस के आस पास स्थित पराठे सेण्टर से पराठे भी खा सकते हैं। इसलिए जैसे जैसे नौकरीपेशा और यात्रा करने वाले लोगों की संख्या बढती जा रही है, वैसे वैसे इस तरह के व्यवसायों की चलने की भी संभावना और अधिक बढती जा रही है।

कहने का आशय यह है की ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह का यह बिजनेस चले न चले लेकिन शहरों में इस बिजनेस के चलने की असीमित संभावनाएँ हैं।

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पराठा बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to open a Paratha center in India)

यदि आप पराठा बेचने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो स्वाभाविक है की आपको कई तरह के पराठे बनाना तो आता ही होगा। क्योंकि यदि आपको पराठे बनाना नहीं आता है तो फिर आप इस बिजनेस को शुरू करने में सफल नहीं हो पाएंगे।

हालांकि हो सकता है की आपकी योजना पराठे बनाने के लिए अलग से रसोइया नियुक्त करके इस बिजनेस को शुरू करने की हो, लेकिन शुरूआती दौर में इस तरह का यह बिजनेस आपकी इतनी कमाई करा पाने में सक्षम होगा इसमें भी संदेह है।

इसलिए बेहतर यही है की पहले आप पराठे बनाना अच्छी तरह सीख लें। इसके अलावा भी और कई सारी प्रक्रियाएं आपको इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए करनी पड़ सकती हैं, जिनका विवरण निम्नवत है।   

उपयुक्त लोकेशन का चयन करें

रेलवे स्टेशन के नज़दीक, बस स्टैंड के सामने, टैक्सी स्टैंड के नज़दीक, किसी यूनिवर्सिटी कॉलेज के गेट के सामने, तहसील के सामने, आरटीओ ऑफिस एवं अन्य सरकारी ऑफिस के नज़दीक, इंडस्ट्रियल एरिया, भीड़ भाड़ वाले स्थानीय बाज़ार इत्यादि को इस बिजनेस (Paratha Center Business) के लिए उपयुक्त लोकेशन माना जाता है ।

उपर्युक्त बताई गई लोकेशन में से आप कहीं पर भी इस बिजनेस के लिए जगह या दुकान का प्रबंध कर सकते हैं। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं की जहाँ पर इस बिजनेस के चलने की संभावना अधिक होगी, वहां पर जगह या दुकान का किराया तुलनात्मक रूप से अधिक होगा।

लेकिन अच्छी लोकेशन को उसके किराये को देखकर ड्राप न करें बल्कि ध्यान रखें की यदि आपको वहां पर किराया अधिक देना पड़ रहा है तो वहां पर आपकी कमाई करने की संभावना भी अधिक है। इसलिए इस बिजनेस के लिए उपयुक्त लोकेशन का चयन करें।    

स्टाल को कस्टमाइज करें

उपयुक्त लोकेशन पर यदि आपने दुकान ली है तो भी आपको दुकान के बाहर पराठे का स्टाल लगाना ही होगा ताकि अधिक से अधिक लोग स्टाल को देखकर आपकी दुकान में पराठा खाने आएँ। लेकिन यदि आपने सिर्फ जगह किराये पर ली है तो वहां पर आपको स्टाल के साथ साथ ग्राहकों के बैठने के लिए दो तीन बैंच भी लगाने होंगे।

आपको अपने पराठे के स्टाल को आकर्षक बनाना होगा, उसके सामने की तरफ आप चाहें तो फ्लेक्स बैनर बनवाकर उसमें उन सभी पराठों का उल्लेख करें जो आप अपने पराठा सेण्टर के माध्यम से बेचना चाहते हैं।

पराठा स्टाल को इस तरह से तैयार करें की लोग दूर से ही पहचान सकें की वहां पर पराठा सेण्टर खुला हुआ है। कहने का आशय यह है की मुख्य सड़क से आपकी दुकान पर लगा हुआ बैनर साफ़ एवं स्पष्ट शब्दों में दिखाई देना चाहिए।    

मेनू निर्धारित करें (Prepare Menu for Paratha Center)

पराठे सेण्टर में आकर लोग कई तरह के पराठों की माँग कर सकते हैं। इसलिए हर ग्राहक को हर बार मुहँ से बताने से अच्छा है की आप अपने पराठा सेण्टर के लिए मेनू निर्धारित करें और फिर उसको छपवा के अपने पास रख लें। जैसे ही कोई कस्टमर पराठों के प्रकार और उनकी कीमत के बारे में पूछता है तो उनके आगे मेनू रख दें ।

मेनू निर्धारित करने से आपको एक ही बात हर ग्राहक को कहने से छुट्टी मिल जाती है, इसके अलावा ग्राहकों को आपके व्यवसाय के प्रति नजरिया भी बदलता है । आम तौर पर पराठा सेण्टरों में कई तरह के पराठे जैसे प्लेन पराठे, एग पराठे, वेज पराठे, नों वेज पराठे इत्यादि बेचे जाते हैं ।

आप जिस भी प्रकार के पराठों को अपने मेनू का हिस्सा बना रहे हैं ध्यान रहे की उन्हें बनाने में उपयोग होने वाली आवश्यक सामग्री हमेशा आपके पास होनी चाहिए। कुछ पराठा सेण्टर चलाने वाले व्यक्ति मेनू में तो कई प्रकार के पराठे शामिल कर देते हैं, लेकिन जब ग्राहक मेनू में से कोई पराठा मांगने लगता है तो वे उसे उस पराठे को नहीं दे पाते हैं क्योंकि उनके पास ग्राहक द्वारा चयन किये गए पराठे को बनाने के लिए सामग्री उपलब्ध नहीं होती है।

इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने वाले व्यक्ति को इस बात को सुनिश्चित करना होगा की जिस भी प्रकार के पराठे को वह अपने मेनू में शामिल कर रहा है, उसको बनाने में इस्तेमाल में लाया जाने वाला कच्चा माल भी हमेशा उसके पास होना चाहिए।                

जरुरी बर्तन और सामग्री खरीदें

पराठा बनाने के लिए आपको एक नॉन स्टिकी अथवा एक बड़े तवे की आवश्यकता होती है। लेकिन इसके अलावा कम से कम दो कमर्शियल सिलिंडर दो भट्ठी, पराठा सर्व करने के लिए गोल प्लेट, पराठे को पलटने के लिए पलटे की भी आवश्यकता होती है। इसके अलावा आटा गूंथने के लिए परात या फिर पतीले की भी जरुरत हो सकती है।

इसके अलावा कई तरह की सामग्री जैसे आलू, प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, धनिया, मसाले, आटा, तेल, घी, गोभी, पनीर एवं अन्य सामग्री व्यक्ति जिस भी चीज के पराठे बनाना चाह रहा हो, उसे स्थानीय मार्किट से आसानी से खरीद सकता है।

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पराठा बनाकर बेचें

आप अपने ग्राहकों को कई तरह के पराठे बनाकर बेच सकते हैं, इसमें आप चाहें तो तेल और देशी घी के पराठे बनाकर भी बेच सकते हैं । दोनों की कीमतें अलग अलग होंगी लेकिन आपको अपने ग्राहकों को एक लग सी वैरायटी पेश करने का मौका मिल जाएगा ।

पराठों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न करें, क्योंकि यदि आपने उचित कीमतों पर अच्छा पराठा अपने ग्राहकों को खिलाया तो उनके दुबारा आने की संभावना बढ़ जाती है। ग्राहकों का बार बार लौट कर आना ही आपके बिजनेस को सफल बनाने में सहायक होगा।

पराठा सेण्टर खोलने में आने वाली लागत  

जैसा की हम पहले ही बता चुके हैं की यदि आप कोई बेरोजगार हैं और आपके पास अपना काम धंधा शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा पैसे भी नहीं हैं। तो इस तरह का यह बिजनेस (Paratha Center Business) शुरू करना आपके लिए उपयुक्त हो सकता है ।

क्योंकि इसमें आपका बहुत से बहुत ₹45000 तक का खर्चा संभावित है। इसका मतलब यह हुआ की यदि आपके पास मात्र ₹50000 भी कोई काम धंधा शुरू करने के लिए हैं तो आप खुद का पराठा बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।  

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