Bus ka Business Kaise Shuru Kare – बस को आम तौर पर लोग एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रेवल करने के लिए इस्तेमाल में लाते हैं। कहने का आशय यह है की बस का इस्तेमाल सवारियों को एक स्थान से दुसरे स्थान को यात्रा करने के लिए किया जाता है। सामान ढोने के लिए अन्य ट्रांसपोर्ट के साधनों जैसे ट्रक, मालगाड़ी, टेम्पो इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है ।
जहाँ जहाँ सड़कें हैं वहाँ वहाँ लोगों को ईधर उधर जाने के लिए बस की आवश्यकता होती है। हालांकि सवारियों को एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाने के लिए भी अन्य वाहनों जैसे टैक्सी, जीप, ऑटो इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन बस की इसमें अहम् भूमिका होती है।
इसमें कोई दो राय नहीं की लोगों की ट्रांसपोर्ट सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए सरकारी रोडवेज बसें भी सड़कों पर दौड़ती हैं। लेकिन सच्चाई यह है की भारत में ट्रेवल करने वाले लोगों की संख्या इतनी अधिक है की सिर्फ सरकारी बसें ही इनके लिए नाकाफी हैं ।
ऐसे में वे व्यक्ति जो खुद का कोई ट्रांसपोर्ट से सम्बंधित बिजनेस शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं। वे खुद का बस का बिजनेस शुरू करने पर भी विचार कर सकते हैं। यदि आप भी उनमें से एक हैं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
बस का बिजनेस कैसे शुरू करें (Bus Ka Business Kaise Kare) :
इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए अधिकतर लोग दूसरों की देखा देखी करते हैं । यानिकी यदि उनके किसी जानकारया पड़ोसी का बस का बिजनेस सही चल रहा होगा, तो उनकी देखा देखी वे खुद भी उस बिजनेस को शुरू करने का निर्णय ले लेते हैं। लेकिन इस बिजनेस (Bus Ka Business) को इस तरह से शुरू करना अपने जोखिम को बढ़ाने के अलावा और कुछ नहीं हैं ।
कोई भी बिजनेस जल्दबाजी में सिर्फ इसलिए नहीं शुरू करना चाहिए की अगला व्यक्ति तो उससे अच्छी कमाई कर रहा है, तो मैं भी वही बिजनेस शुरू करके अच्छी कमाई कर लूँगा। क्योंकि ऐसे में बिजनेस की असफलता होने की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए यहाँ पर हम अच्छे तरीके से बताने वाले हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति खुद का बस का बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है ।

एरिया में माँग का जायजा लें
अपने बस का बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको उस एरिया में माँग का जायजा लेना होगा जहाँ पर आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं । शहरों में जहाँ पर प्रतिदिन लाखों लोग बस से यात्रा करते हैं वहाँ पर इस तरह के रिसर्च की कम ही आवश्यकता होती है। लेकिन एक औसतन एरिया जहाँ पर बहुत अधिक भीड़ भाड़ इत्यादि नहीं होती वहाँ पर यात्रियों की संख्या का आकलन करना आवश्यक हो जाता है।
उस एरिया में माँग का जायजा लेने के लिए उद्यमी को इस बात का विश्लेषण करना होगा की उस एरिया में सरकारी या फिर निजी पहले से कितनी बसें चलती हैं। और क्या वे बसें वहाँ पर उपलब्ध यात्रियों की ट्रांसपोर्ट सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काफी हैं।
यदि हाँ तो स्वभाविक है की उद्यमी को उस एरिया में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी, और उद्यमी को उस प्रतिस्पर्धा से निबटने की योजना भी पहले ही बनानी होगी। लेकिन आम तौर पर देखा गया है की बड़े शहरों में बस का यह बिजनेस सुचारू रूप से इसलिए चलाया जा सकता है, क्योंकि वहाँ पर सवारियों की कोई कमी नहीं होती है।
बस के बिजनेस का प्रकार चुनें
यह जरुरी नहीं है की उद्यमी सिर्फ किसी नियमित रूट पर बस लगाकर ही इस बिजनेस से कमाई कर पाएगा। इस बिजनेस के कई प्रकार हैं इसलिए इस बिजनेस को शुरू करने से पहले उद्यमी को इसके प्रकारों का चयन करना चाहिए।
उदाहरण के लिए कुछ उद्यमी अपनी बस को किसी स्कूल में लगाकर पैसे कमाना चाहते हैं, तो कुछ टूरिस्ट बसों को खरीदकर केवल लम्बे टूर के लिए ही बसों को भेजना पसंद करते हैं। और अधिकतर लोग सामान्य सवारियों के लिए बस खरीदना चाहते हैं।
ऐसे में यदि आप भी खुद का यह बिजनेस (Bus Ka Business) शुरू करना चाहते हैं तो सवाल यह उठता है की आप इसके कौन से प्रकार का चयन करके इसे शुरू करने वाले हैं ।
वित्त का प्रबंध करें
बसों के भी कई प्रकार होते हैं टूरिस्ट बसें जैसे वॉल्वो इत्यादि सामान्य बसों की तुलना में ज्यादा महंगी होती है। सामान्य बसों में भी उनकी बैठने की क्षमता के आधार पर उनकी कीमतें अलग अलग हो सकती हैं ।एक मिनी बस की कीमत सामान्य बस की तुलना में कम हो सकती है।
इसके अलावा इस बिजनेस को शुरू करने वाले उद्यमी द्वारा यह निर्णय भी लिया जाना चाहिए की वह कितनी बसों को खरीदकर अपना यह बिजनेस शुरू करना चाहता है । यदि वह केवल एक बस खरीदकर इसे शुरू करना चाहता है तो उसे बस खरीदने के लिए ₹17 लाख से ₹32 लाख तक वित्त का प्रबंध करने की आवश्यकता हो सकती है।
अधिकतर लोग बस या फिर कोई अन्य वाहन फाइनेंस कराकर खरीदते हैं ऐसे में यदि आपके पास भी अपनी बचत से पूरे पैसों का प्रबंध नहीं हो पा रहा है, तो आप भी फाइनेंस कराकर बस खरीद सकते हैं। बस से महीने में जो भी कमाई हो उसी कमाई से बस की लोन की किश्तों का भुगतान कर सकते हैं।
व्यापार के लिए बस खरीदें
लगभग हर बड़े शहर में बस बनाने वाली कंपनियों के डीलर बैठे हुए हैं आप जिस भी कंपनी की बस खरीदना चाहते हैं आप उस कंपनी से सीधे भी संपर्क कर सकते हैं । उसके बाद कंपनी के प्रतिनिधि उस शहर में उपलब्ध उनके ऑथोराईजड डीलर से संपर्क करके आपको बस खरीदने में मदद कर सकते हैं।
आम तौर पर होता क्या है की जिस भी कंपनी की आप बस खरीदेंगे उसके ऑफिस में पहले से ही फाइनेंसर बैठे रहते हैं। जो आपसे आपके दस्तावेजों और कुछ सिक्यूरिटी रखकर आपको बस के लिए फाइनेंस करने के लिए तैयार हो जाते हैं। आम तौर पर कंपनियों के प्रतिनिधि के तौर पर उनकी ऑथोराईजड एजेंसीयाँ काम कर रही होती हैं।
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जरुरी लाइसेंस और परमिट प्राप्त करें
हालांकि यदि आप एक से अधिक बस खरीदना चाहते हैं या फिर अन्य लोगों की बसों को अपने साथ जोड़कर ट्रांसपोर्ट बिजनेस करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको खुद की कंपनी रजिस्टर करने की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन यदि आप केवल एक बस के साथ इस बिजनेस को शुरू कर रहे हैं तो आप व्यक्तिगत व्यक्ति के तौर पर भी इसे शुरू कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपके पसद बस से सम्बंधित सारे दस्तावेज होना आवश्यक है।
बस को सड़क पर चलाने के लिए उसे किसी आरटीओ ऑफिस के तहत रजिस्टर होना आवश्यक है । आम तौर पर जहाँ से आप बस खरीद रहे होते हैं वही कंपनी सम्बंधित आरटीओ में बस के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई कर देती है। बस के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के अलावा भी आपको कई सारे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जिनकी लिस्ट इस प्रकार से है।
- बस का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- बस का इंश्योरेंस
- फिटनेस सर्टिफिकेट
- पोल्यूशन सर्टिफिकेट
- उद्यमी का पैन कार्ड
- जीएसटी रजिस्ट्रेशन
- आल इंडिया परमिट
इसके अलावा वर्तमान में लगभग हर क्षेत्र में बस सेवा की अपनी यूनियन या संगठन बने होते हैं। जो इस बात की कोशिश करते हुए नजर आते हैं की सभी बस स्वामियों को लगभग समान रूप से काम मिल सके, इसलिए उद्यमी चाहे तो लोकल बस यूनियन या संगठन में भी अपनी बस को रजिस्टर करा सकता है।
बस के लिए नियमित रूट का चयन करें
जरुरी लाइसेंस और परमिट प्राप्त कर लेने के बाद अब उद्यमी को अपनी बस के लिए एक नियमित रूट का चयन करना होगा। रूट का चयन इस तरह से होना चाहिए की उद्यमी को उस रूट पर बस लगाने में अधिक से अधिक फायदा हो ।कम दूरी के रूट पर दिन के कई चक्कर भी लगाये जा सकते हैं।
लेकिन यह सब स्थानीय स्तर पर उपलब्ध बस सेवा की यूनियन या संगठन पर निर्भर करेगा की वह किसी उद्यमी को किस रूट पर कितनी बार चक्कर लगाने की इजाजत देता है।एक व्यस्त रूट जहाँ पर हमेशा सवारियों की भरमार रहती हो उस रूट पर बस लगाने से ज्यादा कमाई होने की संभावना होती है।
ड्राईवर और कंडक्टर नियुक्त करें
रूट का चयन कर लेने के बाद उद्यमी को ड्राईवर या कंडक्टर नियुक्त करने की आवश्यकता होती है । हालांकि यदि उद्यमी खुद बस ड्राइव करना जानता हो तो वह शुरूआती दौर में खुद भी बस ड्राईव कर सकता है। बशर्ते उसके पास उसका कोई और काम नहीं होना चाहिए।
क्योंकि यदि आपके पास पहले से कई अन्य काम हैं और आप इस बिजनेस (Bus Ke Business) को एक अतिरिक्त आय प्राप्त करने के उद्देश्य से शुरू कर रहे हैं तो फिर आपको ड्राईवर और कंडक्टर दोनों को नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है।
कंडक्टर तो आप चाहें तो कोई अपना विश्वासपात्र भी रख सकते हैं लेकिन नई गाड़ी में ड्राईवर का अनुभवी होना अति आवश्यक है । कोशिश करें की कोई ऐसा ड्राईवर ढूंढें जो नशे इत्यादि से दूर रहता हो । हालांकि ड्राईवर और कंडक्टर की ड्यूटी के दौरान क्या व्यवहार होना चाहिए, यह आपको उन्हें पहले ही समझाना होगा।
अनुभवी ड्राईवर थोड़ा वेतन ज्यादा अवश्य लेगा, लेकिन उसका अनुभव आपके बिजनेस को फायदा भी पहुँचायेगा। सैलरी, ड्यूटी और तौर तरीकों के बारे में ड्राईवर और कंडक्टर को काम पर रखने से पहले ही खुलकर चर्चा कर लें, ताकि भविष्य में कोई संघर्ष पैदा न हो।
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बस को रूट पर चलाएँ और कमाएँ
अब जब सारी प्रक्रियाएं पूर्ण हो चुकी हों तो उद्यमी को अपने बस के बिजनेस का श्रीगणेश कर देना चाहिए। एक बार जरुर ध्यान रखें की यदि उस विशेष एरिया में बस सेवा की कोई समिति या संगठन बना हुआ है तो आप अपनी बस को उसमें जरुर रजिस्टर कराये। उस समिति या संगठन का हिस्सा होना आपको भविष्य में कई तरह के लाभ प्रदान कर सकता है।
बस को चयनित रूट पर चलाकर एक दिन में कितनी कमाई होगी वह कई कारकों पर निर्भर करता है। लेकिन आम तौर पर एक अच्छे रूट पर एक बस से एक दिन में लगभग ₹9000 तक की ग्रॉस इनकम की जा सकती है।
बस के बिजनेस से पैसे कैसे कमाएँ
बस के बिजनेस से आप कई तरह से पैसे कमा सकते हैं। यद्यपि इस बिजनेस से पैसे कमाने का मुख्य स्रोत यात्रियों से लिए गए टिकेट के पैसे ही होते हैं। लेकिन आप चाहें तो अपनी बस को शादी विवाह जैसे समारोहों में बारात को ले जाने के माध्यम से भी पैसे कमा सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी बस का इस्तेमाल टूरिस्ट को टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर छोड़ने के लिए भी कर सकते हैं । राजनितिक रैलियों में इस्तेमाल करके कर सकते हैं। धार्मिक यात्राओं में भाग लेकर भी पैसे कमा सकते हैं।
एक तरीका वर्तमान में बस से पैसे कमाने का और चल गया है इसमें आपको अपनी बस के बाहर किसी कंपनी का विज्ञापन लगाने होते हैं। जो आपने रोडवेज की गाड़ियों में लगे हुए देखे होंगे, जिस कंपनी का आप विज्ञापन लगाते हैं वह कंपनी भी आपको उस विज्ञापन के पैसे प्रदान करती है। इस बिजनेस से कितने पैसे कमाए जा सकते हैं वह कई बातों पर निर्भर करता है। लेकिन एक अच्छे रूट पर एक दिन में लगभग ₹9000 तक की इनकम की जा सकती है।
बस के बिजनेस को सफल कैसे बनाएँ
बस के बिजनेस को सफल बनाने के लिए उद्यमी निम्नलिखित टिप्स का अनुसरण कर सकता है।
- अपने बस को स्थानीय बस सेवा समिति/संगठन के साथ अवश्य रजिस्टर कराएँ।
- अपनी बस के लिए एक ऐसे रूट का चयन करें जिस रूट पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ रहती हो।
- शादी, विवाह, राजनैतिक रैली से लेकर धार्मिक यात्राओं में तक अपनी बस को भेजने के लिए तैयार रहे ।
- एरिया में काम कर रहे ट्रांसपोर्टरस के साथ नेटवर्क बढाये, क्योंकि इनके माध्यम से भी आपको अच्छा काम मिल सकता है।
- वर्तमान में कई तरह की ऑनलाइन बस सेवा प्लेटफोर्म शुरू हो चुके हैं इनमें रेड बस, मेकमाईट्रिप इत्यादि सेवाएँ लोगों के बीच लोकप्रिय हैं आप चाहें तो इनके साथ अपनी बस को रजिस्टर करा सकते हैं ।
- अनुभवी और समझदार ड्राईवर कंडक्टर की नियुक्ति करें।
FAQ (प्रश्नोत्तर)
बस के बिजनेस को शुरू करने में कितना खर्चा आएगा?
भारत में बस का बिजनेस शुरू करने में उद्यमी को ₹17 – 32 लाख खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।
शुरुआत में बस बिजनेस कितनी बस से शुरू करें?
यदि आप इस बिजनेस में नए हैं तो केवल एक बस से ही शुरू कर सकते हैं।
आशा करते हैं की हमारे द्वारा लिखा (Bus Ka Business Kaise Shuru Kare) नामक यह लेख आपको पसंद आया होगा । और इसे पढ़कर आप इस बात को जानने में सक्षम हो गए होंगे की भारत में इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने के लिए क्या क्या प्रक्रियाएं करनी पड़ सकती हैं।
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